रायपुर. एम्स में रविवार को दो कोरोना मरीजों की मौत हो गई। वहीं प्रदेश में 140 नए मरीज मिले हैं। इनमें रायपुर के 6 मरीज शामिल हैं। भिलाई में पदस्थ प्रशिक्षु डॉक्टर, अौर बीएसएफ भी संक्रमित मिले हैं। मरने वालों में एक मरीज कैंसर पीड़ित और दूसरा टीबी व दिल का पेशेंट था। दोनों मरीजों को उनकी बीमारी के इलाज के लिए दाखिल कराया गया था। इलाज के दौरान कोरोना के लक्षण दिखने पर उनके स्वाब का सैंपल लिया गया। रिपोर्ट आने के बाद उन्हें कोविड वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जा रहा था।
प्रदेश में अब तक 9 मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं 1697 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इस बीच 84 मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया है। अब एक्टिव केस 1097 हैं। एम्स प्रबंधन से जारी सूचना के अनुसार मरने वालों में एक मरीज रायगढ़ और दूसरा महासमुंद के रहने वाले थे। रायगढ़ के 52 वर्षीय अधेड़ को 5 अप्रैल एम्स यूरोलॉजी विभाग में कैंसर के इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। कैंसर ब्लैडर से बढ़कर लंग्स तक फैल गया था। 12 मई को मरीज का ऑपरेशन किया गया। उसके बाद कोरोना के लक्षण दिखने पर सैंपल की जांच की गई। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर 13 जून को एम्स के कोविड आईसीयू में शिफ्ट किया गया। उसी दिन देर रात मरीज की मौत हो गई। महासमुंद के मरीज टीबी और हाइपरटेंशन के इलाज के लिए लालपुर स्थित एक अस्पताल में 31 मई को भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान ही कोरोना के लक्षण नजर आने पर सैंपल लेकर जांच करवाई गई।
रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर 6 जून को उन्हें एम्स रायपुर में शिफ्ट किया गया। उस समय मरीज की हालत बेहद सीरियस थी। 14 जून को तड़के 4.55 बजे मरीज की मौत हो गई। इस बीच शनिवार की रात जिन 11 मरीजों के पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई, उनमें ज्यादातर एम्स के स्टाफ हैं। इनमें शिवानंद नगर, टाटीबंध, आमानाका कुकुरबेड़ा, अश्वनी नगर, आमासिवनी विधानसभा, एम्स, देवेंद्रनगर सहित चार अन्य रायपुर के अलग-अलग इलाकों के हैं। ये सभी नए कनटेनमेंट जोन बन गए हैं।
नई गाइडलाइन : अगर लक्ष्ण नहीं तो 10 दिन बाद बगैर टेस्ट के भी हो सकेगी मरीजों की छुट्टी, लो रिस्क वाले मेडिकल कर्मी सात दिन में ड्यूटी पर लौटेंगे कोरोना इलाज के लिए बनाई तकनीकी समिति ने मरीजों के इलाज के बाद छुट्टी और क्वारेंटाइन के नियमों को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। उसके मुताबिक अब बगैर लक्षण वाले कोरोना मरीजों की अस्पताल से 10 दिन बाद बिना कोरोना टेस्ट के ही छुट्टी हो सकेगी। ऐसे मरीजों का केवल एक ही बार टेस्ट होगा।
उसके बाद लगातार दस दिन तक कोरोना से संबंधित कोई लक्षण नहीं दिखाई दिए तो मरीज की आरटी पीसीआर जांच की जरूरत नहीं होगी। हल्के लक्षण वाले मरीजों के तापमान और पल्स ऑक्सीमीटर से नियमित जांच की जाएगी। लक्षण नहीं दिखाई देने के 10 दिन बाद और तीन दिन तक बुखार नहीं आने पर डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। ऐसे मरीजों को भी अस्पताल से छुट्टी के लिए आरटी पीसीआर यानी कोरोना की जांच जरूरी नहीं होगी। किसी वजह से ऐसे मरीज जिनका पहला टेस्ट पॉजिटिव आने में दस दिन या उससे ज्यादा का वक्त लग जाता है और उनमें कोई लक्षण भी नहीं रहता, ऐसे हालात में मरीज की पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद पांच दिन तक अनिवार्य रूप से कोविड अस्पताल में रखकर इलाज किया जाएगा।
भले ही वो एसिंप्टोमैटिक हो। वहीं छुट्टी के वक्त अस्पताल की जिम्मेदारी होगी कि वे मरीजों को बताएं कि घर में कैसे रहना है। अगर इस दौरान कोई समस्या आती है तो हेल्पलाइन 104 नंबर पर संपर्क करें। दूसरी ओर मेडिकल स्टॉफ के संबंध में अब अस्पताल के अधीक्षक या नोडल अधिकारी ही गाइडलाइन तय करेंगे।
कोरोना संकट के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बोले-किसानों को नहीं होगी तकलीफ, खाद और बीज की पर्याप्त व्यवस्था
कोरोना संकट से जूझ रहे किसानों को सीएम भूपेश बघेल ने बड़ी राहत दी है। सीएम ने कहा है कि उनके लिए खाद-बीज की पूरी व्यवस्था हो गई है। वर्तमान में प्रदेश के 60 फीसदी किसान खाद-बीज उठा चुके हैं। किसानों से सीएम भूपेश ने कहा कि कृषि विभाग और सहकारिता विभाग ने किसानों को तकलीफ से बचाने के लिए प्रत्येक सोसायटी में खाद-बीज की व्यवस्था की है। उन्होंने कहा कि फसलों को सुरक्षित रखने के लिए रोका-छेका हमारे गांवों की पुरानी व्यवस्था है। इसमें खुले में चरने वाले पशुओं पर रोक लगाने का काम किया जाता है। इससे फसलों की सुरक्षा होती है। यह परम्परा आज भी बहुत उपयोगी है। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में किसानों, ग्रामीणों और पंच-सरपंचों से कहा कि 19 जून तक रोका छेका की व्यवस्था कर ली जाए।
जिससे फसलों को सुरक्षित रखा जा सके। इससे छत्तीसगढ़ को एक नई दिशा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बरसात का मौसम के साथ ही किसान खेती-किसानी की तैयारी शुरू कर चुके हैं, जिनके पास सिंचाई के साधन है, वो किसान थरहा लगाने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना की पहली किस्त मिल चुकी है। दूसरी किस्त राजीव जी की जयंती पर 20 अगस्त को मिलेगी।
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