जयपुर. राजस्थान में सोमवार को कोरोना के 78 नए मामले सामने आए। इनमें जयपुर में सबसे ज्यादा 29 संक्रमित मिले। झुंझुनू में 18, अलवर में 9, श्रीगंगानगर में 5, सवाई माधोपुर में 5, अजमेर में 4, भरतपुर और कोटा में 2-2, दौसा, नागौर, टोंक और उदयपुर में 1-1 संक्रमित मिला। इसके साथ कुल संक्रमितों का आंकड़ा 12772 पहुंच गया। वहीं, राज्य में बाहर से आए 2 व्यक्तियों की मौत हो गई। कोरोना से अब तक कुल 294 की जान गई है। आज सुबह कोरोना से 65 मरीज रिकवर हुए। 55 को डिस्चार्ज किया गया। राज्य में कुल 2847 एक्टिव केस बचे हैं। यानी कुल संक्रमितों का यह सिर्फ 22 प्रतिशत है।
जिला अस्पतालों में पाइपलाइन से ऑक्सीजन सप्लाई
कोरोना संकट के बीच राजस्थान अपने पड़ोसी राज्यों के कोरोना मरीजों की जांच के लिए आगे आया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को ऐलान किया कि महामारी के इस काल में जरूरत होने पर पड़ोसी राज्य यूपी, दिल्ली, मध्यप्रदेश, पंजाब, हरियाणा और गुजरात रोज 5 हजार टेस्ट तक राजस्थान में करवा सकेंगे। सीएम ने यह भी ऐलान किया कि अब प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में जुलाई अंत तक सिलेंडर के बजाय पाइप लाइन के जरिए मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई होगी।
कोटा में लॉकडॉउन में छूट के बाद सबसे ज्यादा भीड़ राशन की दुकानों पर हो रही है। यहां आने वाले लोग सोशल डिस्टेंसिंग के नियम नहीं मान रहे हैं।
जयपुर: कोरोना सैंपल की 6 दिन में न रिपोर्ट आई, ना कोई सूचना
जयपुर में कोरोना सैंपल की रिपोर्ट पांच से छह दिन तक भी नहीं मिलने से लोगों को न केवल परेशानी हो रही है, बल्कि भय का माहौल है। ऐसा ही एक मामला आया है महावीर नगर का। यहां दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन के पास यूनिक सांगी अपार्टमेंट में एक परिवार के दो लोग पॉजिटिव आए। चिकित्सा विभाग की टीम आई और 11 जून को सुबह करीब 10 बजे 9 लोगों के सैंपल ले गई। परिजन ने भी सावधानी रखी और घर के ही अंदर रहे। महज 8 घंटे में रिपोर्ट देने का दम भरने वाले विभाग ने दो दिन तक रिपोर्ट नहीं बताई तो परिजन परेशान हो गए। 14 जून को परिजनों ने एप्रोच लगाकर रिपोर्ट पूछी तो उन्हें फोन पर ही निगेटिव होने की जानकारी दी गई। अभी तक विभाग ने इसकी पुष्टि नहीं की है। ऐसे में सोसायटी में निकलने से पहले उनसे रिपोर्ट मांगी जा रही है और वे दे नहीं पा रहे हैं।
जोधपुर: ट्रेन में ड्यूटी करता रहा टीटीई, रिपोर्ट पॉजिटिव आई
अनलॉक-1 के साथ ही रेलवे ने ट्रेनें शुरू कर दी हैं। यात्रियों को कोराेना संक्रमण से बचाव के लिए गाइडलाइन भी बना दी है। लेकिन इसके उलट हो रहा है। जोधपुर से हावड़ा जाने वाली ट्रेन में ड्यूटी कर रहा एक टीटीई संक्रमित निकल गया। वह सैंपल देकर ड्यूटी करता रहा। अब उसे बोरानाडा केयर सेंटर में भर्ती किया गया है तो उसके पांच साथी टीटीई को जयपुर में क्वारेंटाइन किया गया है।
अजमेर: रेल मंडल में 85 आइसोलेशन कोच तैयार
देश में कोरोना मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या के बाद रेलवे की ओर से आइसोलेशन कोच तैयार किए गए हैं। अजमेर रेल मंडल की ओर से करीब सवा महीने पहले ही अजमेर कोचिंग डिपो और उदयपुर में 85 आइसोलेशन कोच तैयार किए थे। फिलहाल यह तैयार खड़े हैं, राज्य सरकार ने रेलवे बोर्ड को इनके उपयोग के बारे में मांग नहीं की है। केंद्र सरकार ने कोरोना की आने वाले दिनों में खराब स्थिति से निपटने के लिए देशभर में 5 हजार आइसोलेशन कोच तैयार करवाए थे, ताकि जरूरत पड़ने पर इनका उपयोग किया जा सके।
तस्वीर जोधपुर की है। यहां शादी में दूल्हा-दुल्हन की भी थर्मल स्क्रीनिंग की गई।
राजस्थान: सभी 33 जिलों में पहुंचा संक्रमण
Comment Now