भाेपाल/दमोह. अरब सागर के चक्रवाती तूफान (निसर्ग) ने मध्यप्रदेश में दो दिन तक खूब बारिश कराई। इससे प्रदेश में दमोह के हटा में इस दौरान सबसे ज्यादा रिकॉर्ड 152 मिमी बारिश हुई। लगातार 48 घंटे तक पानी गिरने के कारण दमोह, रीवा, सीधी, पन्ना, विदिशा समेत कई जिलों में तो नदी और नाले तक उफान पर आ गए। इसी कारण प्रदेश में जून के पहले सप्ताह में औसतन 4.5 मिली बारिश होती है, जो इस बार 46 मिमी तक पहुंच गई। यह भी एक रिकॉर्ड है। यह जून के पूरे महीने में होने वाली बारिश से 1500 प्रतिशत पॉजीटिव है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक ममता यादव ने बताया कि प्रदेश में जून में बारिश अधिकता की स्थिति में आ गई है। कोटे से कहीं ज्यादा बारिश हो चुकी है, अगर अब जून में बारिश नहीं भी होती है, तो चिंता की बात नहीं है। अधिक जानकारी के आंकड़ों की जानकारी जुटाई जा रही है। कई जगह बारिश के कारण अनाज भीगने से नुकसान भी हुए।
दमोह में बाइक सवार युवकों की जान बची, बाइक बह गई
प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश वाले दमोह में नदी, नाले उफान पर आ गए। नाले में पानी बढ़ने के दौरान बाइक सवार तीन युवक पुलिया पार करने का प्रयास करने लगे, लेकिन पानी के बहाव के कारण वह पानी में बहने लगे। उन्होंने बाइक को पकड़े रहने के काफी प्रयास किए, लेकिन तीनों मिलकर भी बाइक को संभाल नहीं पाए। इस पूरे घटनाक्रम के कई वीडियो कार के अंदर बैठे एक युवक ने बनाए। पानी के बहाव को देखते हुए उसने पुलिया के पहले ही अपनी गाड़ी रोक दी थी। यह पूरा घटनाक्रम मडियादो थाना क्षेत्र के जामुन झिरिया नाले का बताया जाता है।
10 जून के बाद मानसून की स्थिति साफ होगी
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी मानसून की स्थिति के बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगी। मानसून के 1 जून को केरल पहुंचने की स्थिति में पूर्व में 20 और 21 जून तक प्रदेश में सक्रिय होने की संभावना थी, लेकिन निसर्ग के कारण मौसम में आए बदलाव का इस पर असर पड़ा है। अब 10 जून के बाद ही मानसून की स्थिति साफ हो पाएगी।
यहां हुई सर्वाधिक बारिश
स्थान - बारिश
हटा (दमोह) - 152 मिमी
मनगांव (रीवा) - 128 मिमी
सीधी - 127 मिमी
पवई (पन्ना) - 111.2 मिमी
रीवा शहर - 102 मिमी
लटेरी (विदिशा) - 86 मिमी
गंजबासौदा - 61 मिमी
विदिशा शहर - 60 मिमी
Comment Now