जांजगीर. अधिकारियों के आगे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आदेश भी बेमानी साबित हो रहे हैं। प्रदेश के कई क्वारैंटाइन सेंटरों में अव्यवस्थाएं चरम पर हैं। जांजगीर के एक क्वारैंटाइन सेंटर में श्रमिकों ने डंडे से पिटाई करने और दोपहर में नाश्ता देने का आरोप लगाया है। इसको लेकर श्रमिकों ने धरना भी दिया। जबकि अधिकारियों का कहना है कि श्रमिकों ने मारने के लिए दौड़ाया। जिसके चलते एसडीएस और थानेदार को भागना पड़ा।
अकलतरा स्थित आईटीआई में बनाए गए क्वारैंटाइन सेंटर में बुधवार रात ही जम्मू से लौटे श्रमिकों को रखा गया है। आरोप है कि सुबह के नाश्ते में सिर्फ पोहा दिया जाता है। वो भी दोपहर 12 बजे के बाद ही मिलता है और खाने लायक स्थिति में नहीं होता।
जम्मू से आए श्रमिकों ने किया प्रदर्शन, अधिकारी चुप
अकलतरा स्थित आईटीआई में बनाए गए क्वारैंटाइन सेंटर में बुधवार रात ही जम्मू से लौटे श्रमिकों को रखा गया है। इसके बाद श्रमिकाें ने अगले दिन से हंगामा शुरू कर दिया। प्रशासन के खिलाफ श्रमिक धरने पर बैठ गए और प्रदर्शन शुरू कर दिया। जानकारी मिलने पर एसडीएम मेनका प्रधान और टीआई रविंद्र अनंत मौके पर पहुंचे। श्रमिकों क्वारैंटाइन सेंटर में मिलने वाले भोजन, बिस्तर सहित अन्य व्यवस्थाओं से नाराज हैं।
मजदूरों का आरोप है कि क्वारैंटाइन सेंटर में अव्यवस्थाएं हैं। उन्हें यहां से शिफ्ट किया जाए। एक महिला अधिकारी के आदेश पर पुलिस ने उन्हें डंडे से पीटा तक। सुबह के नाश्ते में सिर्फ पोहा दिया जाता है। वो भी दोपहर 12 बजे के बाद ही मिलता है और खाने लायक स्थिति में नहीं होता। वहीं एसडीएम मेनका प्रधान ने कहा कि श्रमिकों ने मारने के लिए दौड़ाया, गाली-गलौज की। जिसके बाद बड़ी मुश्किल से जान बचाकर भागे।
श्रमिकों को शिवरीनारायण किया गया शिफ्ट
आईटीआई में बनाए गए क्वारैंटाइन सेंटर से श्रमिक जाना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि उन्हें नवागढ़ के क्वारैंटाइन सेंटर भेज दिया जाए। प्रशासन ने 120 लोगों को अकलतरा में शिफ्ट किया था। विरोध के चलते श्रमिकों ने सुबह से नाश्ता, खाना नहीं खाया। हंगामे के बाद देर रात श्रमिकों को शिवरीनाराण में बनाए गए क्वारैंटाइन सेंटर में शिफ्ट किया गया।
पंजाब से आए श्रमिक की मौत, रिपोर्ट का इंतजार
पंजाब से एक श्रमिक को जिले के मनी क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया था। उसकी गुरुवार को तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां देर शाम उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। उसके सैंपल लिए गए हैं। अब रिपोर्ट का इंतजार है। अब तक जिले के क्वारैंटाइन सेंटर में रहने वाले 4 श्रमिकों की अस्पताल में मौत हो चुकी है। इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। अभी तक किसी की रिपोर्ट नहीं आई है।
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