भोपाल. लॉकडाउन के चलते दो महीने से मुंबई और पुणे में फंसी दो बहनों की कहानी। दोनों ने घर आने के लिए पहले मुंबई से एक साथ टिकट बुक किया, लेकिन सफर उतना आसान नहीं होने वाला था, जितना टिकट बुक करते समय लग रहा था। यह फ्लाइट कैंसिल हो गई। इसके बाद पुणे में फंसी छोटी बहन मेघा भार्गव को तमाम मिन्नतों के बाद अकेले वाया दिल्ली से इंदौर का टिकट मिला तो दूसरी बहन को एक ही तारीख के लिए एयर इंडिया का दो-दो बार टिकट खरीदना पड़ा, इसके बाद भी घर पहुंचने में चार दिन लग गए। चार दिन तक चले इस सफर के बाद कृति और मेघा घर तो पहुंच गईं, लेकिन उन्हें मानसिक तनाव से गुजरना पड़ा और परिजन की सांसें भी अटकी रहीं। कृति ने भास्कर को विस्तार से अपने थका देने वाले सफर की परेशानियां साझा कीं...
'मुंबई में एक डिजिटल कंपनी में सीईओ हूं। बहन मेघा पुणे में एक प्राइवेट बैंक में फाइनेंशल एडवाइजर है। लॉकडाउन लगा तो मुंबई से भोपाल आने की काफी कोशिशें की, लेकिन कुछ हो नहीं पाया। घर आने के लिए इमरजेंसी कैब सर्विस देने वालों से बात की, लेकिन कोई तैयार नहीं हुआ। इधर, भोपाल में भाई 15 दिन की मेहनत के बाद मेरा और मेघा का पास बनवाने में सफल हो गया। वह गाड़ी लेकर आने ही वाला था कि हवाई यात्रा शुरू होने की खबर आई। हम खुश हो गए और हमने फ्लाइट से भोपाल जाने का निर्णय लिया और भाई को भोपाल में ही रुकने को कह दिया।'
एयरलाइंस की वेबसाइट पर जाकर फ्लाइट्स की डिटेल चेक कीं
‘घरेलू उड़ानें शुरू होने की खबर मिलने के बाद मैंने एक-एक एयरलाइंस की वेबसाइट पर जाकर उनका रुटीन और फ्लाइट्स चेक कीं। मुंबई से इंदौर तक की फ्लाइट ही वेबसाइट में शो कर रही थीं। मैंने मेघा और मेरा 25 मई का मुंबई से इंदौर का 9500 रुपए में इंडिगो की फ्लाइट में टिकट बुक करा लिया। मेघा पुणे से निकलने वाली थी, तभी मेरे पास फ्लाइट कैंसिल होने का मैसेज आया। हमने इंडिगो की कस्टमर केयर को कॉल किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। मेघा ने कोशिश करके एयरलाइंस के अधिकारियों से बातचीत की और अपनी मजबूरी बताई, तब जाकर इंडिगो ने पुणे से दिल्ली की फ्लाइट और वहां से इंदौर का विकल्प दिया। अकेले मेघा पुणे से दिल्ली तक फ्लाइट से पहुंची। वहां करीब 5 घंटे इंतजार के बाद उसे इंदौर की फ्लाइट मिली। इंदौर पहुंचने पर भोपाल से गया भाई उसे लेकर 26 मई की रात घर आ गया। मैं फिर भी मुंबई में ही फंसी हुई थी।’
एक ही फ्लाइट का दो बार खरीदना पड़ा टिकट
‘मैंने 29 मई की एयर इंडिया से मुंबई से भोपाल की टिकट 3800 रुपए में बुक की। 27 मई को फ्लाइट कैंसिल हो गई, लेकिन कोई मैसेज नहीं आया। कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट पर फ्लाइट शो करना बंद हो गई। 28 मई को अचानक फ्लाइट का शेड्यूल फिर से ऑनलाइन शो करने लगा तो मुझे दोबारा 3800 रुपए में टिकट खरीदना पड़ा। हम 29 को आधे घंटे देरी से भोपाल एयरपोर्ट पहुंचे, लेकिन यहां पर भी बाहर निकलने में घंटों लग गए। फ्लाइट से बाहर आने से लेकर सामान लेने तक में लंबी-लंबी लाइन लगी रही। अब जाकर राहत की सांस ली है, लेकिन इन चार दिनों में हमने जो कुछ सहन किया है, उसे शब्दों में बताना मुश्किल है। पूरे सफर में लोग डरे सहमे और परेशान ही नजर आए।’
Comment Now