Thursday, 29th May 2025

नहीं रहे जाेगी / राजकीय सम्मान के साथ आज अंतिम विदाई, गौरेला में दफनाया जाएगा शव; छत्तीसगढ़ में तीन दिन का शोक

Sat, May 30, 2020 6:51 PM

 

  • छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी का शुक्रवार दोपहर बीमारी के चलते रायपुर हो गया था निधन
  • अंतिम दर्शन के लिए बिलासपुर के मरवाही सदन में रखी जाएगी पार्थिव देह, फिर पैतृक गांव ले जाएंगे
 

रायपुर. छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी का शुक्रवार को 74 वर्ष की आयु में निधन हो गया। पूरे राजकीय सम्मान के साथ शनिवार शाम 4.30 बजे उनको अंतिम विदाई दी जाएगी। गौरेला के प्रभु ख्रीष्ट वाटिका में बेटी अनुषा जोगी की कब्र के बगल में ही  उन्हें दफनाया जाएगा। इससे पहले उनकी पर्थिव देह बिलासपुर के मरवाही सदन ले जाई जाएगी, जहां आमजन दर्शन करेंगे। उसके बाद शव को सड़क मार्ग से जोगी के पैतृक गांव जोगीसार लाया जाएगा। 

रायपुर से उनकी पार्थिव देह बिलासपुर के लिए रवाना हो गई है। कार से उनकी पत्नी और विधायक रेणु जोगी और पुत्र अमित जाेगी भी साथ निकले हैं। राज्य सरकार ने जाेगी के निधन पर तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।

रायपुर से उनकी पार्थिव देह बिलासपुर के लिए रवाना हो गई है। कार से उनकी पत्नी और विधायक रेणु जोगी और पुत्र अमित जाेगी भी साथ निकले हैं। राज्य सरकार ने जाेगी के निधन पर तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। बिलासपुर में जोगी निवास सहित हेलीपैड मैदान में पुलिस ने बैरिकेट्स लगा दिए हैं। उनकी अंत्येष्टि में कई वीवीआईपी शामिल होंगे। बिलासपुर आईजी दीपांशु काबरा को व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी दी गई है। 

अमित जोगी ने लोगाें से सोशल डिस्टेंसिंग की अपील की
कोरोना संक्रमण के दौराना लॉकडाउन में सोशल डिस्टेंसिंग और महामारी अधिनियम के पालन के लिए अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी ने सभी से अपील की है। उन्होंने ट्वीट किया कि अजीत जोगी की अंतिम यात्रा में यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी। 

20 दिन अस्पताल में भर्ती रहे जोगी
अजीत जोगी को हार्ट अटैक आने के बाद 9 मई को देवेंद्र नगर स्थित श्रीनारायणा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिस समय उन्हें हार्ट अटैक आया, तब वो गंगा इमली खा रहे थे। इमली का बीज उनके गले में फंस गया था। अजीत जोगी कोमा में थे और वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। करीब 20 दिन अस्पताल में भर्ती रहने के बाद जहां शुक्रवार दोपहर 3.30 बजे अजीत जोगी का निधन हो गया। 

गौरेला के पावर हाउस स्थित कब्रिस्तान में उन्हें दफनाया जाएगा। इससे पहले उनकी पर्थिव देह बिलासपुर के मरवाही सदन में आम लोगों के दर्शन के लिए रखी जाएगी।

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