रायपुर. छत्तीसगढ़ में आर्थिक गतिविधियां तेज करने के लिए मई माह में शनिवार और रविवार किए गए संपूर्ण लॉकडाउन को खत्म कर कदिया गया है। इस शनिवार और रविवार अब बाकी दिनों की तरह ही गतिविधियां चालू रहेंगी। इसको लेकर राज्य सरकार ने आदेश जारी कर दिए हैं। सभी दुकानें और संस्थान जो भारत सरकार के गृह मंत्रालय या राज्य सरकार की ओर से प्रतिबंधित नहीं हैं वे सप्ताह के 6 दिन सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक खुली रहेंगी। वहीं दूसरी ओर कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। गुरुवार शाम तक 29 नए पॉजिटिव मिले हैं। इसमें मुंगेली से 11, जशपुर से 8, बिलासपुर से 4, कांकेर से 3, रायगढ़ से 2 और कोरिया से 1 की पुष्टि हुई है। इसके बाद प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या 315 पहुंच गई है।
छत्तीसगढ़ में कोरोना
छत्तीसगढ़ में बुधवार देर रात तक कोरोना संक्रमण के 8 नए मामले सामने आए हैं। इनमें जगदलपुर का 24 वर्षीय छात्र भी है। छात्र राजस्थान के सीकर से लौटा था। इसे इंटर्न डॉक्टर बताया जा रहा है। हालांकि अभी प्रशासन की ओर से स्पष्ट नहीं किया गया है। इसके अतिरिक्त बिलासपुर व बलौदाबाजार में 1-1 और जशपुर में 5 नए मामले सामने आए हैं। इसके बाद प्रदेश में एक्टिस केस की संख्या 2816 हो गई है। जबकि कुल मरीजों का आंकड़ा 369 पर पहुंच गया है।
398 संक्रमित मिले : मुंगेली 81, बिलासपुर 47, कोरबा 41, राजनांदगांव 35, जांजगीर 15, बालोद 24, बलौदाबाजार 20, कवर्धा 13, कांकेर 15, दुर्ग-10, रायगढ़ -13, रायपुर-9, बलरामपुर-9, सूरजुपर-8, कोरिया-9, सरगुजा 7, गरियाबंद 5, बेमेतरा 3, गौरेला 3, पेंड्रा 3, मरवाही 3, जशपुर 8, धमतरी-2, जगदलपुर-1
स्ट्रीट वेंडर्स के लिए स्थानीय निकाय करेंगे स्थान का निर्धारण
राज्य सरकार की ओर से आर्थिक गतिविधियों के संचालन, क्वारैंटाइन सेंटर्स की व्यवस्थाओं, रेड, आरेंज जोन निर्धारण के संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। वहीं सड़क किनारे सामान बेचने वालों (स्ट्रीट वेंर्डस) के लिए स्थानीय निकायों की ओर से स्थान और समय का निर्धारण करने के निर्देश दिए गए। इन व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय व्यापारी संघों से बात की जाएगी।
क्वारैंटाइन सेंटर में 2 दिन में 3 मौतें
छत्तीसगढ़ के क्वारैंटाइन सेंटर में मौत का सिलसिला जारी है। आत्महत्या के बाद अब बीमारी से लोग दम तोड़ रहे हैं। बालोद में गुरुवार सुबह 4 माह के बच्चे के बाद अब गरियाबंद में भी एक गर्भवती महिला की क्वारैंटाइन सेंटर में मौत हो गई है। महिला मैनपुर विकासखंड के धरनीधोड़ा गांव में बनाए गए क्वारैंटाइन सेंटर में रह रही थी।
बालोद के देवरीबंगला के पास टटैगा (भरदा) ग्राम में क्टावारैंटाइन सेंटर में 4 माह के बच्चे की मौत के बाद सुबह मारच्यूरी के बाहर उसका परिवार शव लेने के लिए इंतजार करता हुआ।
बिलासपुर के क्वारैंटाइन सेंटर में गूंजी किलकारी
दूसरी ओर बिलासपुर के क्वारैंटाइन सेंटर से अलग तस्वीर सामने आई हैं। यहां एक बच्चे की किलकारियों से क्वारैंटाइन सेंटर में ही खुशी भर दी है। बिलासपुर के मस्तूरी में गुड़ी गांव के प्राइमरी स्कूल में बनाए गए क्वारैंटाइन सेंटर में महिला ने स्वस्थ बेटे को जन्म दिया। गुड़ी निवासी दुर्गेश्वरी बाई आगरा से अपने पति सुरेश लोनिया के साथ 22 मई को गांव लौटी थी। यहां उन्हें प्राइमरी स्कूल में बने क्वॉरेंटाइन सेंटर में ठहराया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम के पहुंचने से पहले ही बुधवार सुबह 8 बजे महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। पति ने ही इसमें मदद की। प्रसूता व बच्चा दोनों ही स्वस्थ्य है।
बिलासपुर के रेड जोन में शामिल मस्तूरी ब्लाॅक के ग्राम पंचायत गुड़ी के क्वारैंटाइन सेंटर में आगरा से लौटी महिला ने स्वस्थ बेटे को जन्म दिया है।
शिक्षा सत्र 15 जून से नहीं जुलाई के बाद ही संभव होगा
इस साल स्कूल जून में नहीं खुलेंगे। अभी बाहर से आए मजदूरों को स्कूलों में क्वारैंटाइन किया गया है। इन सबके जाने के बाद स्कूलों को सैनिटाइज किया जाएगा। अगर सब कुछ ठीक रहा तो जुलाई के पहले सप्ताह में स्कूल खुल सकते हैं। अभी प्रदेश में 70 हजार पंजीकृत मजदूरों का आना बाकी है। इनके आने के बाद उन्हें क्वारैंटाइन करने में और समय बढ़ सकता है। इसलिए एक संभावना यह भी है कि इस साल शिक्षा सत्र अगस्त में ही खुले। स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने साफ कहा है कि जुलाई के पहले किसी भी शर्त में स्कूल नहीं खाेले जा सकेंगे।
राज्य के 15 हजार से ज्यादा स्कूलों को बनाया गया है क्वारैंटाइन सेंटर
राज्य के करीब 15 हजार से ज्यादा स्कूलों को क्वारैंटाइन सेंटर बनाया गया है। इन स्कूलों में दूसरे प्रदेशों से आने वाले प्रवासी मजदूरों को ठहराया जा रहा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक 2.12 लाख श्रमिक अलग-अलग साधनों से छत्तीसगढ़ आ चुके हैं। सरकार के पास 2.92 लाख से ज्यादा श्रमिकों ने ऑनलाइन पंजीयन कराया हैं। अभी लगभग 70 हजार श्रमिकाें की वापसी शेष है। इस लिहाज से पूरा जून श्रमिकों की वापसी में बीत जाएगा। इसके बाद 14 दिन के क्वारैंटाइन में उन्हें रखा जाएगा। मजदूरों के जाने के बाद सभी स्कूलों की सफाई आैर सैनेटाइजेशन में लगभग 10 से 15 दिन लगेंगे।
ये तस्वीर बिलासपुर के देवकीनंदन चौके के पास की है। तमाम हिदायतों के बाद भी लोग नहीं मान रहे। रेड जोन में जिला है। इसको लेकर अब पुलिस की एसपीओ टीम ने मोर्चा संभाल लिया है। बिना मास्क और तीन सवारी पर कड़ी कार्यवाही की गई।
बिलासपुर : आने वाले दिनों में बिलासपुर, राजनांदगांव व अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में कोरोना जांच के लिए बीएसएल- दो लैब शुरू हो जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। तीनों कॉलेजों में लैब में जरूरी मशीन व उपकरण लगाए जा रहे हैं। एक माह में यह काम पूरा हो जाएगा। तीनों लैब के शुरू होने से सैंपलों की जांच बढ़ेगी। वर्तमान में एम्स के अलावा नेहरू मेडिकल कॉलेज, टीबी रिसर्च सेंटर लालपुर, रायगढ़ व जगदलपुर मेडिकल कॉलेज में कोरोना की जांच हो रही है। प्रवासी मजदूरों के लगातार सैंपल बढ़ने के कारण वेटिंग की संख्या भी बढ़ गई है।
भिलाई : दो दिन पहले मृत मजदूर के क्लोज कांटेक्ट में रहे उसके परिवार के चार सदस्यों सहित 1068 लोगों की रिपोर्ट नहीं आई है। जबकि स्वास्थ्य विभाग ने सभी सैंपलों पर अर्जेंट मार्किंग कर क्विक रिपोर्ट देने की रिक्वेस्ट की है। 1068 में से 642 को कोरोना संभावित और 426 को संदेहास्पद पेशेंट के रूप में चिंहित किया गया है। उधर फीवर क्लीनिक अब भीड़ कम होने लगी है। 10 दिनों पहले तक दैनिक सैंपलों की संख्या 300 से ऊपर हुआ करती थी, वह अब करीब 100 सैंपलों तक सिमट गई है। मृतक मजदूर के परिजनों से संपर्क में आने के कारण लालबहादुर शास्त्री अस्पताल के 7 डाक्टर और 8 कर्मचारियों ने कोरोना की जांच कराई है।
ये तस्वीर शाम 4 बजे बिलासपुर रेलवे स्टेशन की है। गुजरात से श्रमिकों को लेकर पहुंची ट्रेन से 700 से अधिक यात्री उतरे। उन्हें प्लेटफार्म पर सोशल डिस्टेंसिंग के अनुसार बिठाया जाना था लेकिन उनका मार्गदर्शन करने वाला कोई नहीं था।बाहरी राज्यों से आ रहे श्रमिकों के ट्रेन से उतरने और बाहर निकलने तक की सारी प्रशासनिक व्यवस्था प्लेटफार्म पर ध्वस्त हो गई है।
जांजगीर-चांपा : लाॅकडाउन में फंसे श्रमिक, यात्रियों के लिए विशेष श्रमिक ट्रेन चलाई जा रही है। बुधवार सुबह कोयंबटूर से चांपा आई ट्रेन में जिले के 275 श्रमिक यात्री चांपा स्टेशन पहुंचे। श्रमिकों के सामानों का सैनिटाइज और उनका स्वास्थ्य परीक्षण के बाद सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बसों से क्वारैंटाइन के लिए विभिन्न ब्लॉकों के लिए रवाना किया गया। कोयंबटूर से चांपा पहुंची विशेष श्रमिक ट्रेन में अकलतरा ब्लॉक के 14, सक्ती के 7, जैजैपुर के 42, बलौदा के 11, मालखरौदा के 18, बम्हनीडीह के 53, नवागढ़ के 57, पामगढ़ के 54 और डभरा के 19 श्रमिक शामिल है।
रायगढ़ : कोरोना संक्रमण की जांच में तेजी लाने और क्षमता बढ़ाने के लिए मेडिकल काॅलेज की लैब दो दिन में रिइंस्टाल की जाएगी। बायो सेफ्टी कैबिनेट से लेकर आरएनए एक्सट्रेक्शन मशीन की क्षमता बढ़ाई जा रही है। लैब में कुछ सुधार होने के बाद कोविड-19 की जांच में दो गुना बढ़ोतरी हो जाएगी। ऐसे में अब दो दिन जिले में कोरोना की जांच नहीं होगी, सभी सैंपल रायपुर भेजे जाएंगे। डीएमई ने डाॅ.एसएल आदिले ने 22 मई को बिलासपुर से एक और आरटीपीसीआर मशीन और कोरबा से बायो सेफ्टी मशीन लाए थे। उसे इंस्टाल कराकर अभी सेवाएं ली जा रही है।
ये तस्वीर रायगढ़ के बेटी बचाओ चौक से गांधी प्रतिमा चौक की ओर जाने वाली सड़क पर स्थित एक दुकान में पब्लिक तो सोशल डिस्टेंसिंग ध्यान नहीं रख रही लेकिन उससे बड़ी बात यह है कि इस बारे में पब्लिक को समझाइश देने वाले पुलिस के अधिकारी भी सामान खरीदते समय सोशल डिस्टेंसिंग भूलते नजर आए।
Comment Now