इंदौर. प्रदेश में फीवर क्लीनिक्स को आदर्श क्लिनिक बनाया जाएगा। यहां पर आसानी से कोई भी व्यक्ति जाकर अपनी स्वास्थ्य जांच करवा सकेगा। इसके बाद ये क्लिनिक सभी बीमारियों के उपचार के लिए भी अच्छे बनेंगे। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को कोरोना की स्थिति की समीक्षा करते हुए कही। उन्होंने निर्देश दिए कि नीमच जिले के जावद क्षेत्र में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए वहां आगामी दिनों के लिए टोटल लॉकडाउन करें।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में कुल 1577 फीवर क्लिनिक्स कार्य कर रहे हैं। धीरे-धीरे इनका विस्तार किया जा रहा है। इस दौरान चौहान ने कहा कि प्रत्येक प्रवासी मजदूर सहित सभी मजदूरों को काम दिलवाने के लिए शुरू किए गए श्रम सिद्धी अभियान के अंतर्गत अब तक 4 लाख 78 हजार 247 प्रवासी व अन्य मजदूरों को जॉब कार्ड बनाकर दिए गए हैं। उन्हें रोजगार भी दिया जा गया है।
उधर, समीक्षा के दौरान इंदौर और उज्जैन जिलों में कोरोना संक्रमण को प्रभावी ढंग से रोकने के लिए स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्र ने निर्देश दिए कि इन शहरों की एक-एक गली पर फोकस करें।
रेत माफियाओं पर कार्रवाई करें
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि भिंड जिले में रेत माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। कोरोना के विषय में कलेक्टर ने बताया कि जिले में 53 कोरोना संक्रमित मरीज थे, जिनमें से 12 स्वस्थ होकर घर चले गए हैं। चौहान ने कलेक्टर्स को निर्देश दिए कि गुंडों, माफियाओं तथा आपराधिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई करें।
डबलिंग रेट 23 दिन, रिकवरी रेट 54.3 प्रतिशत
इस दौरान अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि प्रदेश का कोरोना डबलिंग रेट 23 दिन हो गया है। देश की दर 16 दिन है। मप्र में कोरोना रिकवरी रेट 54.3 प्रतिशत हो गया है, जबकि देश की रिकवरी रेट 42.8 प्रतिशत है। वर्तमान में कोरोना टेस्टिंग कैपिसिटी 6 हजार टेस्ट प्रतिदिन हो गई है।
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