ग्वालियर. विश्वविद्यालय क्षेत्र में गुलमोहर सिटी के पास स्थित और ऑर्किड ग्रीन अपार्टमेंट की छठी मंजिल की बालकनी से गिरने के कारण 98 वर्षीय वृद्ध की मौत हो गई। वृद्ध देहरादून के रहने वाले थे और एजी ऑफिस में ऑडिटर के पद से रिटायर हुए थे। वह अपने 60 वर्षीय बेटे के साथ यहां रहते थे। घटना साेमवार सुबह हुई। पुलिस ने मामले को जांच में लिया है।
थाना प्रभारी रामनरेश सिंह के मुताबिक, ऑर्किड ग्रीन अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 621 में रहने वाले वृद्ध करमचंद कक्कड़ के बालकनी से गिरने की सूचना मिलने के बाद हमारी टीम माैके पर पहुंची थी। पीएसआई धर्मेंद्र साहनी जब घटनास्थल पर पहुंचे, तब तक वृद्ध की मौत हो चुकी थी। करमचंद अपार्टमेंट में अपने 60 साल के बेटे सुरेश कक्कड़ के साथ रहते थे। उनके परिवार के अन्य सदस्य देहरादून में रहते हैं। सुरेश भी सेवानिवृत्त हैं। पुलिस को सुरेश एवं अपार्टमेंट के अन्य लोगों ने बताया कि करमचंद सोमवार को सुबह नित्यक्रम से निवृत्त होने के बाद फ्लैट की बालकनी में कपड़े सुखाने के लिए गए थे। अचानक उनका पैर फिसल गया और वह बालकनी की रेलिंग से नीचे आ गिरे। इससे उनके सिर में चाेट लगी और उनकी मौके पर ही माैत हाे गई।
पोते की सेना में नौकरी लगने के बाद देहरादून रहने गए, 3 महीने पहले ही लाैटे थे
करमचंद कक्कड़ महालेखाकार कार्यालय में पदस्थापना के दौरान 18 साल ग्वालियर में रहे थे। उनका परिवार मूलत: इलाहाबाद का रहने वाला है। रिटायरमेंट के बाद करमचंद के पोते की सेना में नौकरी लग गई और पाेस्टिंग देहरादून में हुई। इसके बाद कक्कड़ परिवार वहां रहने लगा, लेकिन करमचंद का मन नहीं लगा तो वह 3 महीने पहले ग्वालियर आ गए। यहां ज्यादातर उनके बेटे सुरेश खाना बनाते थे। कभी-कभी परिचित और मित्र खाना भेजते थे और कभी वह बाजार से भी खाने का ऑर्डर करते थे। करमचंद और सुरेश के साथ परिवार के किसी सदस्य काे रखने की चर्चा हाे रही थी लेकिन उससे पहले ही हादसा हाे गया। अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों के अनुसार करमचंद और उनके बेटे 3 माह पहले ही फ्लैट में रहने आए थे। फ्लैट को करमचंद के परिजन ने इन्वेस्टमेंट के उद्देश्य से लिया था। देहरादून से कक्कड़ परिवार के सदस्य कभी-कभी फ्लैट में आते हैं।
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