रायपुर. बिहार के दरभंगा से दुर्ग के लिए रविवार सुबह 300 छत्तीसगढ़वासियों को लेकर निकली ट्रेन में 34 घंटे तक न तो पानी मिल पाया न ही खाना। भूख-प्यास से तड़प रहे बच्चों, महिलाओं व बुजुर्गों की हालत खराब होती जा रही थी।
इस दौरान ट्रेन में सफर कर रही माधुरी धारीवाल और रायगढ़ आ रहे कुंदन शाही ने ट्वीट व व्हाट्सअप कर मदद मांगी। इस मैसेज को किसी व्यक्ति ने रेलवे अफसरों के साथ बिलासपुर आईजी दीपांशु काबरा को ट्वीट कर मदद करने को कहा। आईजी ने बिलासपुर जोन के रेलवे अफसरों के साथ कटनी-सतना के पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर उन्हें इसके बारे में सूचित किया। इसके बाद रेलवे व पुलिस के सामंजस्य से सतना में 300 यात्रियों को पानी के बोतल व खाना उपलब्ध कराया गया।
रायगढ़ के यात्री कंदन शाही ने कुछ दोस्तों व लोगों ने सोशल मीडिया में यहां मदद करने व भूख से तड़प रहे खाना-पानी की व्यवस्था करने के लिए गुहार लगाई। ट्रेन में सफर कर रही माधुरी धारीवाल ने भी ट्वीट कर रेलवे व अन्य से मदद मांगी। माधुरी ने लिखा कि अभी ट्रेन प्रयागराज से निकली है, अगले तीन घंटे में कोई यह व्यवस्था करा दे।
इसके बाद इसे बिलासपुर आईजी को किसी ने यह ट्वीट पौन 6 बजे रीट्वीट किया। इसके बाद आईजी दीपांशु काबरा ने बिलासपुर जोन जीएम के सेक्रेटरी समेत अन्य रेलवे अफसरों के साथ अपने बैच के कटनी आईजी डी श्रीनिवास वर्मा से बात की। रेलवे की तरफ से भी जबलपुर डीआरएम को यह सूचना गई। जैसे ही 7-8 बजे के करीब यह ट्रेन सतना पहुंची तो रेलवे ने 390 बोतल पानी और 300 खाने के पैकेट यात्रियों को उपलब्ध कराए। खाना व पानी बांटने तक ट्रेन रोकी गई। इसके बाद ही उसे रवाना किया गया।
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