Saturday, 31st May 2025

सियासी तकरार / रमन सिंह ने कहा - बिना प्लान के काम से मजदूरों की स्थिति दयनीय, मुख्यमंत्री का जवाब- बयानबाजी के बजाय पीड़ितों की मदद करें

Sat, May 16, 2020 5:45 PM

रायपुर. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कोरोना को लेकर बने हालत से निपटने में राज्य सरकार को फेल बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के पास कोई प्लान नहीं है। मजदूरों की स्थिति दयनीय और पीड़ादायक है। डॉ सिंह ने कहा कि मैं कुछ बोलता हूं तो नाराज हो जाते हैं। फिर उनके सलाहकार मुझे जवाब देते हैं, लेकिन मैं विपक्ष के सदस्य के रूप में पीड़ितों की आवाज़ उठाता रहूंगा।
उन्होंने पत्रकारों से ऑनलाइन पीसी में कहा कि अब तक गिनती की ट्रेन में कुछ सौ मजदूरों को ही लाया गया, जबकि एक लाख 60 हजार मजदूर बेहाल हैं और तत्काल प्रदेश लौटना चाहते हैं। उन्हें लेकर अब तक साठ सत्तर ट्रेनें आ जानी थी। दरअसल राज्य सरकार ने केंद्र को पूरी योजना बनाकर अपनी जरूरत ही नहीं बताई, क्योंकि इनके पास कोई योजना ही नहीं है। डॉ सिंह ने कहा कि कहीं-कहीं कम मजदूर हैं तो उन्हें बसों से भी लाया जा सकता है।कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि मजदूरों को उनकी पार्टी लेकर आएगी, उनकी सीजी, राजस्थान व अन्य राज्य सरकारें ही इसका पालन नहीं कर रहीं। इसी तरह राज्य की सभी सीमाओं पर लगे बैरियर से हजारों लोग लोग आ रहे हैं। उनका कोई मेडिकल चेकअप नहीं हो रहा है। सरकार सचेत हो जाए, कहीं इससे बड़ा नुकसान न हो जाए।  
डॉ. सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित आर्थिक पैकेज को विश्व में पांचवां सबसे बड़ा पैकेज बताया। उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक है और सरकार के उस विजन को पूरा करेगा जिसमें कोरोना से उपजे हालात में देश को आर्थिक मजबूती प्रदान में मददगार होगा। डॉ. सिंह ने कहा छत्तीसगढ़ सरकार ने डीएमएफ व श्रमिकों के हिस्से के पैसे ही उनके खातों में नहीं डाले। कम से कम एक-एक हजार रुपए उनको दो दिए जाने थे। लेकिन लोगों को भूखे मरने छोड़ दिया गया। राजीव न्याय योजना पर रमन ने कहा कि पूर्व की योजना का नया नाम दिया गया। किसानों को चावल के अंतर की राशि देने की बजाए सरकार इसमें कटौती कर रही है। अपनी  घोषणा व जवाबदेही से भाग रही है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि यदि उन्हें लोगों की चिंता है तो घर बैठे बे-सिर-पैर की बयानबाजी करने की बजाय सड़क पर उतरकर मजदूरों की मदद करनी चाहिए। सीएम भूपेश ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में आने वाले श्रमिकों के कष्टों के बारे में रमन सिंह द्वारा दिया गया बयान तथ्यहीन और क्षुद्र राजनीतिक स्वार्थ सिद्धि हेतु दिया गया बयान है।
सीएम ने कहा कि रमन सिंह यदि राज्य में आने वाले और राज्य से गुजरने वाले श्रमिकों से प्रत्यक्ष में मिलकर उनका हालचाल जानते तो उन्हें यह जानकारी मिल जाती कि छत्तीसगढ़ ही देश का एकमात्र राज्य है जहां बाहर से आ रहे सभी श्रमिकों को भोजन पानी एवं परिवहन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। भाजपा शासित राज्यों में रह रहे श्रमिकों के लिए भोजन पानी की कोई व्यवस्था नहीं की गई जिससे परेशान होकर वे पैदल ही अपने गृह राज्यों की ओर जाने के लिए विवश हो गए। सीएम ने कहा कि राज्य के सभी जनप्रतिनिधियों,अधिकारियों-कर्मचारियों एवं सामाजिक संगठनों द्वारा पिछले तीन महीने से लगातार परिश्रम किया गया जिसके कारण ही आज राज्य कोरोना वायरस से निपटने में सफल हो सका है। केंद्र सरकार के साथ ही सारा देश छत्तीसगढ़ में कोरोना से निपटने हेतु किए गए प्रयासों की सराहना कर रहा है। 
अधिकारियों-कर्मचारियों का अपमान : सीएम ने कहा कि राज्य के अधिकारियों के घर बैठकर नेटफ्लिक्स देखने का आरोप निहायत गैर जिम्मेदाराना है। यह हमारे लाखों अधिकारियों कर्मचारियों का अपमान है जिन्होंने इस लड़ाई में योद्धाओं की तरह काम किया है। रमन सिंह को अपने कथन के लिए अधिकारियों कर्मचारियों से माफी मांगनी चाहिए।

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