रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने साफ कहा है कि दूसरे राज्यों में फंसे श्रमिकों की छत्तीसगढ़ लौटने और उनके क्वारेंटाइन नियमों का पालन करने तक राज्य के भीतर परिवहन सेवाएं और जिलों की सीमाएं बंद रहेंगी। बघेल ने कहा कि जितने भी श्रमिक सड़क मार्गों या ट्रेनों से छत्तीसगढ़ आ रहे हैं वे सभी क्वारेंटाइन नियमों का पालन करें, ताकि प्रदेश में स्थिति जल्द सामान्य हो सके। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के 28 जिलों में 26 जिले ग्रीन जोन में हैं जबकि एक जिला रेड तथा एक जिला ऑरेंज जोन में है। केन्द्र सरकार द्वारा जारी सूची में रायपुर को भी रेड जाेन में रखा गया है। मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि अभी दूसरे राज्यों से सड़क मार्गों और ट्रेनों से श्रमिकों का आना जारी है। यदि हम राज्य के भीतर परिवहन सेवाएं शुरू करते हैं या जिलों की सीमाएं खोलते हैं और यदि कोई संक्रमित श्रमिक इसमें सफर करता है तो यह कोराेना के प्रसार का माध्यम हो सकता है। इसलिए अभी इसे रोका जाना उचित होगा। सीएम ने कहा कि श्रमिकों की वापसी के लिए मई का महीना काफी महत्वपूर्ण है।
अगले महीने से बारिश शुरू हो जाएगी, तब आने वाले श्रमिकों के क्वारेंटाइन में बाहर रखने के इंतजाम में दिक्कत आएगी क्योंकि संसाधन सीमित हैं। बाहर से आने वाले श्रमिकों की बड़ी संख्या की तुलना में स्कूलों और आंगनबाड़ियों की संख्या कम है। उन्होंने बताया कि अन्य राज्यों से लौटने वाले मजदूरों के लिए गांवों में ही 16,499 क्वारेंटाइन सेंटर बनाए गए है। सीमावर्ती क्षेत्रों में कुल 623 क्वारेंटाइन सेंटर बनाये गये हैं। इन सेंटरों में मजदूरों को क्वारेंटाइन में रखे जाने के लिए स्थानीय ग्रामीणों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
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