रायपुर. लॉकडाउन के बीच प्रदेश सरकार ने अब पूरे राज्य में जमीन रजिस्ट्री कराने की अनुमति दे दी है। इसके बाद रायपुर, कोरबा, कटघोरा और सूरजपुर में भी बुधवार से पंजीयन शुरू हो जाएगा। इससे पहले प्रदेश के 25 जिलों में पंजीयन का काम चल रहा था। केवल उन पक्षकारों का दस्तावेज पंजीयन होगा, जिन्होंने पहले से ही अपॉइंटमेंट बुक कराया है। पक्षकार पंजीयन और सेवा शुल्क का ऑनलाइन भुगतान करने के साथ ही ई-स्टाम्प भी ऑनलाइन क्रय कर सकते हैं। वहीं, दो ट्रेनें भी यात्रियों को लेकर छत्तीसगढ़ पहुंचेंगी। इसमें राजधानी स्पेशल आ गई है और दूसरी श्रमिक स्पेशल दोपहर में आएगी।
नई दिल्ली से राजधानी स्पेशल पहली ट्रेन बुधवार सुबह रायपुर स्टेशन पहुंची। यहां लोगों को रिसीव करने के लिए बड़ी संख्या में स्टेशन परिसर में परिजन पहुंच गए। हाथों में नाम लिखा पर्चा लिए कई लोग इंतजार करते देखे गए।
लाॅकडान के बाद पहुंची पहली राजधानी स्पेशल
02442/02441 नई दिल्ली-बिलासपुर-नई दिल्ली राजधानी सुपरफास्ट अपने निर्धारित समय बुधवार सुबह 10.20 बजे रायपुर पहुंच गई। यहां से अब 12 बजे बिलासपुर पहुंचेगी।
दिल्ली से छत्तीसगढ़ नहीं दिख सकता, देखते हैं पैकेज से राज्यों को क्या मिलता है
प्रधानमंत्री के 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज की घोषणा पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि देखना होगा कि इस पैकेज में राज्यों को क्या मिलता है। राज्यों को आर्थिक सहायता मिलनी ही चाहिए। कोरोना संकट से राज्यों की आर्थिक स्थिति बहुत खराब हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा, लॉकडाउन के दौरान फैसला करने की स्वतंत्रता राज्यों को मिले। दिल्ली से छत्तीसगढ़ नहीं दिख सकता। रायपुर में 25 मार्च से कोई कोरोना केस नहीं मिला है, लेकिन यह रेड जोन में है। रेल और हवाई सेवाएं शुरू हों तो राज्यों को विश्वास में लें। अगर लोग एकाएक आकर अपने घर जाने लगेंगे तो हमारे किए-धरे पर पानी फिरने की आशंका बनी रहेगी।
छत्तीसगढ़ में कोरोना अपडेट
छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमित एक और मरीज मंगलवार को ठीक होने के बाद प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या 5 हो गई है। स्वस्थ हुआ युवक रायपुर के कुकरबेड़ा का रहने वाला है। इसके साथ ही रायपुर से कोराेना संक्रमित अब एक भी केस नहीं है।
रायपुर : कारोबार की अनुमति मिलने के दूसरे दिन मालवीय रोड पर कोतवाली से जयस्तंभ की ओर राइट की दुकानें खुली रहीं। छूट मिलने पर कपड़े, गिफ्ट, इलेक्ट्राॅनिक्स, घड़ी, फैंसी समेत सभी कारोबारियों ने दुकानें दोपहर तक खोल दी। सुबह 10 बजे से ही बाजार में भीड़ उमड़ पड़ी। दोपहर 12 बजे मालवीय रोड का ट्रैफिक पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। सड़क के दोनों ओर जाम लग गया। लॉकडाउन के इतने दिनों बाद भी दुकानें खोलने की अनुमति मिलने पर कई दुकानदार मनमानी पर उतर आए। उन्होंने अपनी दुकानें सड़क तक फैलाकर लगाईं।
लॉकडाउन में दूसरे राज्यों में फंसे मजदूर किसी भी तरह घर पहुंचने के लिए ट्रक पर बैठकर भी सफर करने मजबूर हैं। ये तस्वीर रायपुर के रिंग राेड की है। ओडिशा की ओर जा रहे ट्रक पर मंगलवार को इस तरह महिलाएं-पुरुष ट्रक पर सवार होते दिखे।
भिलाई : दुर्ग जिले के 4 ग्रामीण रैपिड किट से हुई जांच में कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इसमें 3 धमधा और 1 भिलाई का है। सोमवार को सभी तेलंगाना के हैदराबाद से अलग-अलग साधनों से गांव पहुंचे थे। ये ग्राम हिरेतरा के रहने वाले हैं। सीएमएचओ डॉ. गंभीर सिंह ने बताया कि चारों को आइसोलेशन सेंटर में रखा गया है। इससे पहले प्रदेश के सूरजपुर और आसपास में रैपिड किट की जांच में 10 पॉजिटिव मिले थे, लेकिन जब उन सबका नेजल और थ्रोटल स्वाब लेकर कंफेरमेट्री जांच की गई, तो केवल 3 को ही कोरोना होने की पुष्टि हुई। रैपिड किट से संक्रमितों में सिर्फ 30 प्रतिशत की ही पुष्टि हुई है।
बिलासपुर: लाॅकडाउन में अहमदाबाद के ईंट भट्ठे में फंसे मजदूर स्पेशल ट्रेन से बिलासपुर पहुंच गए। यहां उन्हें सिरगिट्टी नगर पंचायत के सांस्कृतिक भवन में 14 दिनों के लिए क्वारैंटाइन किया गया। मजदूर यहां पहुंचने के बाद 4 घंटे भी व्यवस्थाएं नहीं झेल पाए। जैसे ही अंधेरा हुआ, मजदूरों का परिवार भवन के एक हिस्से में बांस, बल्ली बांध कर बनाए गए बाडे़ से कूदकर भाग निकला। इस दौरान केयर टेकर गौतम साहू ने दूरी बनाते हुए उनका पीछा किया और पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद 500 मीटर दूर जाकर उन्हें रोका जा सका।
ये तस्वीर बिलासपुर के आइसोलेशन सेंटर की है। यहां पर गुजरात से आए मजदूरों को रखा गया है। मजदूरों का आरोप है कि उन्हें बाड़े में कैद कर दिया गया है। कोई सुविधा नहीं है।
रायगढ़ : मिठाई की दुकान, होटल और चाय ठेले नहीं खुलने से हजारों लीटर दूध बेकार हो रहा है। दूध उत्पादक और डेयरी संचालकों ने केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड से लगे मोहल्लों में 500 लीटर दूध लोगों को मुफ्त में बांट दिया। शहर में औसतन 25-26 हजार लीटर दूध का उत्पादन होता है। 17-18 हजार लीटर की खपत दुकानों में थी। घरों में 7-8 हजार लीटर दूध ही सप्लाई किया जाता था। दूध विक्रेता संघ के अध्यक्ष जगदीश पटेल ने बताया कि 45 दूध विक्रेताओं ने मिलकर कस्बों में जाकर लोगों को बुला कर सबके बीच 500 लीटर दूध बांटा।
ये रायगढ़ की तस्वीर है। मिठाई की दुकान, होटल और चाय ठेले नहीं खुलने से हजारों लीटर दूध बेकार हो रहा है। गर्मी में दूध खराब होने की समस्या से नाराज दूध उत्पादक और डेयरी संचालकों ने लोगों को मुफ्त में दूध बांट दिया।
Comment Now