Saturday, 2nd August 2025

घर लाैटे श्रमवीर / विशाखापट्टनम से झारखंड के 1157 मजदूर स्पेशल ट्रेन से लाैटे डाल्टनगंज, 6 लाख रुपए देना पड़ा भाड़ा

Wed, May 13, 2020 5:37 PM

 

  • श्रमिकाें के नि:शुल्क घर वापसी का दावा फेल, कंपनी ने टिकट के लिए वसूला ‌525 रुपए
  • श्रमिक स्पेशल ट्रेन से घर लाैटने वालाें में सबसे अधिक पलामू के 407 मजदूर, गढ़वा के 231, सबसे कम जामताड़ा-कोडरमा के 1-1
  • स्क्रीनिंग के बाद झारखंड के सभी मजदूरों को बसाें से उनके गृह जिला भेजा गया
 

मेदिनीनगर. केंद्र व राज्य सरकार की कोशिशों के बावजूद प्रवासी श्रमिकों को स्पेशल ट्रेन से नि:शुल्क लाने का सरकारी दावा फिर फेल हो गया। मजदूरों के साथ संबंधित कंपनियों ने छल किया। उनसे रेल टिकट के नाम पर पैसे वसूले। विशाखापट्टनम की विभिन्न कंपनियों में काम करने वाले झारखंड के 1157 मजदूर मंगलवार काे स्पेशल ट्रेन से डाल्टनगंज लाैटे। उनकाे 6 लाख 7 हजार 425 रुपए किराया देना पड़ा। कंपनी वालाें ने सभी श्रमिकों से टिकट के नाम पर 525 रुपए वसूले।  
पैसे लेने के बाद ही उन्हें विशाखापट्टनम स्टेशन तक बस से भेजा गया। घर लाैटे श्रमिकाें में 407 मजदूर पलामू के हैं।  श्रमिक स्पेशल ट्रेन मंगलवार की सुबह 5 बजे डाल्टनगंज स्टेशन पहुंची। स्टेशन पर मौजूद रेलवे पुलिस बल ने आने वाले सभी श्रमिकों को ट्रेन से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए ट्रेन से उतारा। स्क्रीनिंग के बाद उन्हें बसाें से गृह जिला भेजा गया। 
मजदूराें की पीड़ा- कंपनी को पैसा दिया तब ही मिला टिकट, पुलिस ने भी वसूला 
राेजी-राेटी गंवाकर विशाखापट्टनम से लौटे मजदूरों के चेहरे पर दर्द झलक रहा था। हैदरनगर के शंभू पाल ने बताया कि उनके सामने कोई विकल्प नहीं था। राेजी-राेटी छिन गई थी। पैसे नहीं थे। खाने-पीने काे माेहताज थे। घर अाना चाहा ताे कंपनी वालों को पैसा देकर ट्रेन का टिकट लेना पड़ा। इसी तरह विशाखापट्टनम से लौटे विभिन्न जिलों के श्रमिकों ने कहा कि उनके साथ कोई रियायत नहीं बरती गई। उनसे टिकट के नाम पर संबंधित कंपनी वालों के साथ साथ पुलिसवाला ने पैसा वसूला। पुलिस वाले उनकी मदद नहीं किए बल्कि पुलिस वाले की तरफ से कहा गया कि कंपनी में पैसा जमा करिए। इसके बाद ही उन्हें बस पर चढ़ने दिया जाएगा, अन्यथा उन्हें स्टेशन नहीं ले जाया जाएगा। बता दें कि इससे पूर्व श्रमिक स्पेशल ट्रेन से पलामू पहुंचने वाले मजदूरों से टिकट के नाम पर पैसा नहीं लिया गया था। कई मजदूरों ने कहा कि हमेशा मजदूरों के साथ वोट की राजनीति होती रही है। गरीबों की सुनने वाला काेई नहीं है। हमें अब इसी तरह जीने मरने की आदत डालनी होगी। 
14 दिनों तक सभी श्रमिकों को होम क्वारेंटाइन में रहने का निर्देश दिया गया
चियांकी स्थित सहायता केंद्र में उप विकास आयुक्त बिंदु माधव प्रसाद सिंह ने बताया कि विशाखापट्टनम से आने वाले सभी श्रमिक बंधुओं को 14 दिनों तक होम क्वारेंटाइन के पालन का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा श्रमिकों से मास्क का उपयोग और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए अपील की गई है।
राज्य के श्रमवीर 

पलामू     407
गढ़वा     231
चतरा   89
पूर्वी सिंहभूम     62
सरायकेला     49
प. सिंहभूम   46
बोकारो     41
लातेहार   39
गोड्डा   32
गुमला     31
रामगढ़     31
हजारीबाग   28
दुमका   13
देवघर   13 
खूंटी   13
सिमडेगा     12
गिरिडीह   5
रांची   5
धनबाद     4
साहेबगंज     4
जामताड़ा   1
कोडरमा  

Comments 0

Comment Now


Videos Gallery

Poll of the day

जातीय आरक्षण को समाप्त करके केवल 'असमर्थता' को आरक्षण का आधार बनाना चाहिए ?

83 %
14 %
3 %

Photo Gallery