Sunday, 1st June 2025

छत्तीसगढ़ / नमक न मिलने की अफवाह फैली, बढ़े दामों पर खरीदने लगे लोग; सरकार ने कहा- पर्याप्त स्टॉक है

Tue, May 12, 2020 5:17 PM

 

  • रायपुर के अलावा, बालोद, राजनांदगांव, दुर्ग, धमतरी में भी लोग दिन भर नमक खरीदते दिखे 
  • सरकार ने लोगों से नमक की कमी की अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की

 

अब दो महीने तक नमक नहीं मिलेगा... बाजार में नमक नहीं आएगा...यह अफवाह लोग दिन भर सुनते रहे और खुद दूसरे लोगों को बताते रहे। देखते ही देखते प्रदेश के लगभग हर प्रमुख जिले में लोग सारे काम छोड़ नमक खरीदने में लग गए। बाजार में इस सुगबुगाहट की वजह से प्रशासन के अधिकारी और सरकार भी हरकत में आई। दावा किया गया कि राज्य की राशन की दुकान और बाजार में पर्याप्त नमक है। रायपुर, राजनांदगांव, धमतरी और बालोद में दुकानों की जांच भी की गई। देर शाम तक लोग दुकानों से बढ़ी कीमतों पर नमक खरीदते रहे। 

रायपुर

रायपुर के अधिकारियों को कहीं भी नमक ज्यादा कीमत पर बिकता नहीं मिला।

रायपुर के अधिकारियों को कहीं भी नमक ज्यादा कीमत पर बिकता नहीं मिला।

कलेक्टर डॉ. एस. भारतीदासन के निर्देश पर नमक डीलर्स के संस्थानों की जांच की गई। जिले के खाद्य और नापतौल विभाग के अफसरों की टीम बाजार में निकली। डूमरतराई , गुढ़ियारी ,गोलबाजार, लाखे नगर ,पुरानी बस्ती इलाके में दुकानों की जांच की गई। खाद्य नियंत्रक अनुराग भदौरिया ने बताया कि 19 व्यापारियों के दुकानों की जांच की गई। व्यापारियों के पास ज्यादा कीमत पर नमक बेचने या ज्यादा स्टॉक किए जाने जैसी कोई बात सामने नहीं आई। हालांकि बोरियाखुर्द और टाटीबंध इलाके में कई दुकानदारों के पास देर शाम तक लोगों की भीड़ नमक खरीदने आई। 50 रुपए प्रति पैकेट की दर पर चौरसिया कॉलोनी, गुढ़ियारी की छोटी दुकानों पर नमक बेचे जाने की चर्चा रही। 

राजनांदगांव 

राजनांदगांव की दो दुकानों को अधिकारियों ने सील कर दिया।

राजनांदगांव की दो दुकानों को अधिकारियों ने सील कर दिया।

यहां भी नमक ना मिलने की अफवाह फैली। मौके का फायदा उठाकर दुकानदार बढ़ी कीमतों पर नमक बेच रहे थे। जांच में निकले अधिकारियों ने दो दुकानों को सील कर दिया। कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य ने नमक की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों की टीम ने 34 दुकानों की जांच की।  राजू किराना स्टोर्स, रामदेव बाबा मंदिर के सामने पुराना गंज चौक और अमर किराना स्टोर्स, रेल्वे क्रासिंग के पास तुलसीपुर में गड़बड़ी मिली। दोनों किराना स्टोर्स को सील कर दिया गया। अधिकारी खुद ग्राहक बनकर यहां नमक खरीदने पहुंचे उन्हें ज्यादा कीमत पर दुकानदार ने नमक बेचा । लोग इस तरह की शिकायत खाद्य विभाग के कंट्रोल रूम नंबर 78984-10930 पर कर सकते हैं। 


धमतरी धमतरी के दुकानदारों पर भी कार्रवाई हुई।

धमतरी के दुकानदारों पर भी कार्रवाई हुई।

कलेक्टर रजत बंसल के निर्देश पर जिले के अधिकारियों का दस्ता बाजारों में निकला। खाद्य विभाग, नापतौल, खाद्य एवं औषधि प्रशासन और नगर निगम के अफसरों का जांच दल कारोबारियों से पूछताछ करता रहा। सिहावा रोड पर स्थित मेसर्स गजानन किराना स्टोर्स और आदेश किराना स्टोर्स में दबिश दी गई। यहां अधिकारियों ने बताया कि यहां  निर्धारित मूल्य से अधिक कीमत पर नमक बेचा जा रहा था। दोनों दुकानदारों पर कार्रवाई की गई 3-3 हजार रूपए का जुर्माना वसूला गया। जिले में कहीं भी नमक की कमी नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि इस तरह की जांच अब जारी रहेगी। गड़बड़ी करने वाले दुकानदारों पर कार्रवाई की जाएगी। 

दुर्ग 
यहां भी खाद्य नियंत्रक ने दुकानों की जांच के लिए अधिकारियों को भेजा। फिलहाल प्रशासन की तरफ से किसी व्यापारी पर कार्रवाई की जानकारी जारी नहीं की गई है। हालांकि अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि जिले में नमक की कमी के संबंध में हो रही अफवाहों पर ध्यान न दें। शहर में पर्याप्त मात्रा में नमक उपलब्ध है। किसी भी व्यापारी द्वारा अधिक मात्रा में नमक विक्रय करते पाये जाने पर संबंधित उपभोक्ता नगर निगम के साथ-साथ खाद्य विभाग के  नं.- 0788-2210100 और ए.सी मिश्रा सहायक खाद्य अधिकारी के मोबाईल नम्बर- 93295-09510 पर शिकायत कर सकता है। खाद्य नियंत्रक ने बताया कि सोमवार को ही ट्रेन से रायपुर में नमक का बड़ा स्टॉक आया है। स्टॉक को लेकर कोई परेशानी नहीं है। 

सरकार ने कहा 
नमक के हंगामे पर सरकार की तरफ से जवाब आया कि राज्य के लगभग 56 लाख राशनकार्ड धारियों को शासकीय उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से नमक मुफ्त दिया जा रहा है। प्राइस मॉनिटरिंग सेल बाजार में मिलने वाले नमक के स्टॉक और कीमत की जांच कर रही है।  खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य में खुले बाजार में लगभग 8 हजार टन से 10 हजार टन के की तादाद में हर महीने नमक आता है। अधिकारी निगरानी कर रहे हैं। लोगों को अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। 

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