Sunday, 8th June 2025

भारतमाला प्रोजेक्ट / 470 किमी लंबा 2203 करोड़ का प्राेजेक्ट 92 फीसदी पूरा, एक सप्ताह में बाकी निर्माण कार्य करने का टारगेट; 13 माह पहले तैयार हाे जाएगा

Tue, May 12, 2020 4:58 PM

 

  • बॉर्डर के गांवों में बस स्टैंड, हेलिपैड, पुलिया बने
 

बाड़मेर. मुनाबाव-म्याजलार तनोट तक भारत माला प्रोजेक्ट के तहत निर्माण कार्य 92 फीसदी हो गया है। प्रत्येक गांव में बस स्टैंड में जैसलमेर के पीले पत्थरों का उपयोग किया है। यात्रियों के इंतजार करने के लिए अंदर बैठने की व्यवस्था की गई। गांव का नाम भी ऊपर खुदवाया हुआ है। अन्य परियोजनाओं से इस परियोजना का सिस्टम अलग है। यहां कार्य करने वाले संवेदक को 15 वर्ष तक सड़क का रखरखाव करना होगा। लागत राशि 15 वर्ष में किश्तों में दी जाएगी। अभी जिसका काम पूरा हो गया है। उस काम की राशि का भुगतान ठेकेदार को वर्ष 2035 में होगा। लॉक डाउन में जहां एक तरफ सारे मजदूर अपने घरों की ओर पलायन कर गए हैं, लेकिन अभी भी कई श्रमिक अभी भी काम कर रहे हैं। गांधव एवं गागरिया में फ्लाई ओवर का निर्माण कार्य प्रक्रियाधीन हैं। इसके अलावा कोई बड़ा कार्य पेंडिंग नहीं है।

खास बात है कि एक हवाई पट्टी भी बनाई जा रही है, यहां युद्धक विमान उतारे जा सकेंगे। मुनाबाव-तनोट खंड 1438 करोड़ का कार्य मई तक 92 फीसदी पूरा हुआ है। वहीं गागरिया-बाखासर एवं साता-गांधव खंड 765 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला हाईवे कार्य 70 फीसदी पूरा हुआ है। मुनाबाव- तनोट सड़क मार्ग निर्धारित समयावधि से 13 माह पहले ही पूरा हो जाएगा। भारत सरकार की पश्चिमी सीमा क्षेत्र को सुदृढ़ बनाने की परियोजना है।

डीएनपी के कारण 36 किमी सड़क निर्माण नहीं

देश की सुरक्षा के लिहाज से अहम माना जा रहा भारत माला प्रोजेक्ट में डीएनपी ने रोड़ा अटकाया है। इससे 36 किमी सड़क का निर्माण अटक गया है। डीएनपी से सड़क निर्माण की अनुमति नहीं मिल पाई है। अनुमति मिलती है तो 470 किमी के साथ 36 किमी डीएनपी क्षेत्र की सड़क बनेगी।

गागरिया- बाखासर- साता- गांधव खंड का कार्य 70 फीसदी पूरा

गागरिया-बाखासर खंड एवं साता- गांधव खंड दो लेन पेव्ड शोल्डर के साथ भारत माला प्रोजेक्ट के तहत 765.52 कराेड़ की लागत से तैयार होना है। इसमें गागरिया एवं गांधव में फ्लाइ ओवर एवं ओवर ब्रिज बनाए जाने हैं। आपातकालीन हवाई पट्टी एक, हेलिपैड तीन, वाहनों की आवाजाही के लिए 13 पार पथ, बस स्टैंड 65, छोटे पुल 8, पुलिया 126,फ्लाई ओवर एक बनाए जाने हैं।

मुनाबाव-तनोट 205 किमी अब 92 % तैयार

एनएच संख्या 70 के मुनाबाव-सुंदरा-म्याजलार, धनाना-आसूतार-घोटारू-लोंगेवाला- तनोट खण्ड की कुल लंबाई 273 किमी को दो लेेन मय पेव्ड शोल्डर का कार्य प्रगति पर है। 1438.39 करोड़ की लागत से बनाई जानी है। 1 जनवरी 2019 को शुरू कर 29 जून 2021 को कार्य पूरा किया जाना था। एक फ्लाई ओवर, 12 पार पथ, छोटे पुल 9 एवं पुलिया 373, 3 ट्रक पार्किंग एवं 67 बस स्टेंड बनाए गए हैं। यह कार्य निर्धारित समयावधि से 13 माह पहले ही पूरा कर लिया गया है। 8 फीसदी काम बाकी है, इसी माह के अंतिम सप्ताह तक पूरा होने की उम्मीद है।

इस माह ही होगा पूरा

भारत माला प्रोजेक्ट के परियोजना निदेशक जितेंद्र चौधरी ने बताया कि मुनाबाव-तनोट खंड का कार्य 92 फीसदी करा दिया है, इसी माह पूरा कर दिया जाएगा। गागरिया-बाखासर, साता- गांधव खंड कार्य 70 फीसदी करवाया है, निर्धारित समयावधि सितंबर तक पूरा करवा दिया जाएगा।

क्या है भारतमाला प्रोजेक्ट
भारतमाला परियोजना राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना है। इसके तहत नए राजमार्ग के अलावा उन परियोजनाओं को भी पूरा किया जाएगा जो अब तक अधूरे हैं। सरकार के मुताबिक योजना के पूरा होने पर भारतमाला के तहत राजमार्ग की कुल लंबाई 51,000 किलोमीटर होगी। भारतमाला परियोजना पर काम गुजरात और राजस्थान से शुरू किया गया। इसके बाद पंजाब और जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड की बारी आएगी। फिर उत्तर प्रदेश और बिहार से होते हुए पूर्वोतर के राज्य और भारत-म्यांमार बॉर्डर तक सड़कें बनाई जाएंगी। पहले चरण में 550 जिले कवर होंगे। अभी सिर्फ 350 जिलों से नेशनल हाईवे गुजरते हैं। 34 जिलों में सड़कों में लेन बढ़ाई जाएगी, जबकि 35 शहरों में लॉजिस्टिक पार्क स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा 700 जगहों पर सड़क किनारे यात्री सुविधाओं का निर्माण होगा। इनमें से 180 का निर्माण दो वर्ष में करने का लक्ष्य है।

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