रायपुर/ बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के 1208 प्रवासी श्रमिकों और छात्रों को लेकर गुजरात से आने वाली पहली ट्रेन सोमवार सुबह बिलासपुर स्टेशन पहुंच गई। यहां सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मजदूरों को ट्रेन से उतारा गया और लाइन बनाकर अलग-अलग काउंटर पर भेजा गया। यहां इनकी स्क्रीनिंग की जाएगी।
छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को लेकर पहली ट्रेन अहमदाबाद से बिलासपुर पहुंच गई। सोशल डिस्टेंसिंग के लिए मार्किंग समेत श्रमिकों और छात्रों की स्वास्थ्य जांच को लेकर काउंटर बनाए गए हैं। यहां इनकी जांच की जाएगी।
जांच और स्क्रीनिंग के बाद सभी को 60 बसों से क्वारैंटाइन सेंटरों में भेजा गया। इसके लिए बसें भी स्टेशन के बाहर पहुंच गई हैं। 84 मजदूर दूसरे जिलों के भी हैं उन्हें भी भेजने का इंतजाम किया जाएगा। वहीं, दो दिन बाद लखनऊ से रायपुर के लिए भी ट्रेन मजदूरों को लेकर पहुंचेगी। सबसे पहले लखनऊ से तीन और मुजफ्फपुर से एक ट्रेन रायपुर आएगी।
अलग-अलग जिलों के श्रमिकों को अलग-अलग गेट से निकाला जाएगा
ट्रेन अहमदाबाद, गोधरा, रतलाम, बीना, कटनी, पेंड्रारोड से होते हुए बिलासपुर पहुंचेगी। इस ट्रेन में मुंगेली जिले के 20, जांजगीर-चांपा के 53 और दुर्ग के 11 लोग भी शामिल हैं। हर बोगी में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। स्टेशन के हर गेट में स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात रहेगी। ये सभी का स्वास्थ्य परीक्षण और स्क्रीनिंग करेगी। स्टेशन के गेट नंबर दो से दूसरे जिलों के लोगों को स्टेशन से बाहर निकाला जाएगा। गेट नंबर 3 से मस्तूरी और गेट नंबर 4 से अन्य विकासखंडों के लोग बाहर निकाले जाएंगे।
बिलासपुर से होकर रविवार को 11000 श्रमिक अपने राज्य लौटे हैं। सुबह 7 बजे से लेकर रात 10 बजे तक अलग-अलग समय में 9 ट्रेनें बिलासपुर से होकर ओडिशा, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल क्षेत्र में गईं। इस दौरान ट्रेनों में जहां लोगों को भोजन की खुशी मिली, वहीं घर पहुंचने की चाहत ने इसे दोगुना कर दिया।
श्रमिकों के लिए ये तैयारियां की गईं
9 ट्रेनों से दूसरे राज्यों के 11 हजार श्रमिक गुजरे
रविवार को दिनभर में बिलासपुर से होकर 11000 श्रमिक अपने प्रदेशों को लौटे हैं। सुबह 7 बजे से लेकर रात 10 बजे तक अलग-अलग समय में 9 ट्रेनें बिलासपुर से होकर ओडिशा, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल क्षेत्र में गई हैं। यह सभी कोरोनावायरस के खतरनाक जाेन से होकर आई हैं। इन ट्रेनाें के निकलने के बाद पूरे प्लेटफाॅर्म को सैनिटाइजर किया जा रहा है। साथ ही ऊपर हवा में भी सैनिटाइजर का छिड़काव कर रहे हैं।
ये घर लौटने का उतावलापन और उम्मीद है। देश के विभिन्न राज्यों में फंसे लोगों के साथ उनके बच्चे भी ट्रेन से घर लौट रहे हैं। बिलासपुर स्टेशन से जब ये ट्रेन गुजरी तो बच्चे भी खिड़की से बाहर देखकर घर पहुंचने की अपने माता-पिता की उम्मीद को पंख दे रहे दे रहे थे।
छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण
प्रदेश में कोराेना संक्रमित 6 और मरीजों को रविवार को एम्स से छुट्टी मिल गई थी। इनमें पुरूष दुर्ग से आए थे। इससे पहले भी 5 और मरीज शनिवार को डिस्चार्ज हुए थे। प्रदेश में अब 10 एक्टिव केस हैं। अब तक कुल 59 संक्रमित पाए गए। अभी तक 49 लोग स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं।
कोरोना अपडेट्स
रायपुर : शहर में सोमवार से मोबाइल और सराफा की दुकानें छोड़कर बाकी सारे बाजार खुल जाएंगे। इसे देखते हुए बाजारों में बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात किया जा रहा है। जिससे सोशल और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सके। आदेश का उल्लंघन करने पर दुकान सील की जाएगी और कारोबारी पर केस दर्ज कर गिरफ्तारी होगी। पुलिस की टीम लगातार मार्केट में घूमकर जांच करेगी। दुकान के कर्मचारियों के लिए लिए मास्क से लेकर सैनिटाइजर की व्यवस्था करने को कहा गया है।
भिलाई : कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए मरीजों में न तो भर्ती होने से पहले कोई लक्षण था, न ही भर्ती होने के 7 दिनों बाद तक दिखाई दिया। शारीरिक तौर पर जैसा सभी पहले महसूस कर रहे थे, वैसा ही डिस्चार्ज होने के बाद भी महसूस कर रहे हैं। जामुल का रहने वाला 20 साल का युवा हो या बालोद के रहने वाले 45 वर्षीय अधेड़, किसी ने भी नहीं कहा कि कोरोना से संक्रमित होने से लेकर मुक्त होने तक उन्हें शारीरिक तौर पर कोई परेशानी हुई है।
कोरोना संक्रमण के चलते एम्स में भर्ती दुर्ग के मरीजों को ठीक हाेने के बाद छुट्टी दे दी गई। अब सिर्फ जिले के 2 ही मरीज भर्ती हैं। संक्रमण से मुक्त हुए मरीजों में न तो भर्ती होने से पहले कोई लक्षण था, न ही भर्ती होने के सात दिनों बाद तक दिखाई दिया।
बिलासपुर : शहर में ऐसे करीब 200 लोग हैं जो एक माह में लौटे हैं, पर उनकी जानकारी छिपाई गई। स्वास्थ्य विभाग के सर्वे में इसका पता चला, लेकिन किसी पर कार्रवाई नहीं हुई। जानकारी मिली है कि सभी रसूखदार लोग हैं। सिटी कोतवाली क्षेत्र में एक व्यापारी का बेटा पेरिस से लौटा था, मगर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी न तो उसके घर जांच करने गए और न ही क्वारैंटाइन किया। वह शहर में घूमता रहा। सीएमएचओ प्रमोद महाजन का कहना है कि आयुर्वेंद कॉलेज के डाॅक्टर सर्वे कर रहे हैं, इसलिए गलत एंट्री हो रही है।
रायगढ़ : जिले में कोरोना को रोकने स्वास्थ्य विभाग की टीमें संदिग्धों की मॉनिटरिंग और टेस्टिंग कर रही है। अब तक एक हजार से अधिक लोगों का स्वाब सैंपल भेजा है। जिले में कोई भी कोरोना पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है। दूसरे जिलों और राज्यों में फंसे लोगों को आना शुरू हुआ। विभाग के मुताबिक बाहरी राज्यों से आने वाले 1005 लोगों का आरटीपीसीआर टेस्ट हो चुका है। इनमें से 935 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
यह तस्वीर रायगढ़ के खरसिया की है। लॉकडाउन की शुरुआत में लोग नियमों का उल्लंघन कर रहे थे, लेकिन पुलिस की सख्ती के कारण अब लोग घरों से नहीं निकल रहे हैं।
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