Sunday, 8th June 2025

सरकारी सिस्टम ही सुपर स्प्रेडर / जयपुर में 90% सब्जीवालों के पास लाइसेंस नहीं, 65% ने मास्क पहने वो भी आधों के नाक से नीचे, सिर्फ 5% के पास ग्लव्स

Mon, May 11, 2020 4:59 PM

 

  • सुभाष चौक : सबसे अधिक मेडिकल दुकानें यहीं। मास्क पहने थे, ग्लव्स किसी ने नहीं, चांदी की टकसाल पर भी भीड़
  • जोरावरसिंह गेट, माधोविलास हॉस्पिटल : रामगढ़ मोड़ तक कई दुकानें खुली थीं, हॉस्पिटल के सामने सब्जी ठेलों पर भीड़
 

जयपुर. (नरेश वशिष्ठ, शिवांग चतुर्वेदी, अर्पित शर्मा). जयपुर में रविवार को कोरोना के 23 नए मरीज आए, कुल 1219 हो गए। बीते 10 दिनों में जरूरी सेवाओं में लगे विक्रेताअेां के 4521 रैंडम सैंपल में से 40 संक्रमित मिल चुके हैं। चिंता वाजिब है। घरों में जरूरी सामान पहुंचाने वाले इन हीरोज में 29 सब्जी-फल विक्रेता, 11 किराना और 1 डेयरी बूथ संचालक भी शामिल है। भास्कर ग्राउंड रिपोर्ट में सामने आया कि 70% सुपर स्प्रेडर्स ने ही मास्क पहन रखा था। यही नहीं 90% सब्जीवालों के पास तो लाइसेंस ही नहीं थे। सिर्फ 5% सुपर स्प्रेडर्स ने ही ग्लव्स पहन रखे थे। रही-सही कसर लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग तोड़कर कर दी। 60% से अधिक लोग अब भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे।
4500 डेयरी बूथ हैं। रोज 6.50 लाख लीटर दूध सप्लाई होता है। रोज हजारों लोग संपर्क में आते हैं। दूध सप्लाई करने वाली लेबर काे ताे ठेकेदार ने मास्क, सेनिटाइजर तक नहीं दे रखे। कई दुकानदारों ने तर्क दिया कि जल्दी फट जाते हैं। काम करने में भी दिक्कत आती है। ब्रह्मपुरी निवासी रतन कुमावत बोले- फल, सब्जी में इतना मार्जन नहीं कि राेज ग्लव्स-मास्क-सैनिटाइजर खरीदें।
भास्कर अपील : कोरोना के खिलाफ लड़ाई मिलकर लड़नी होगी। जरूरी सामान घर तक पहुंचाकर ये हीरोज हमें सुविधाएं दे रहे हैं। हम इन्हें मास्क-ग्लव्स-सैनिटाइजर देकर इनकी मदद कर सकते हैं। अगर राउंड फिगर में भी इन्हें भुगतान करें तो संक्रमण से इन्हें और खुद को बचा सकेंगे।

नहीं तो संक्रमण की चेन नहीं टूटेगी

  • रामगंज : चारदरवाजा की तरफ 30, घाटगेट की तरफ 15 और बड़ी चौपड़ की तरफ 8 दुकानें खुली थीं। एक-दो को छोड़कर ग्लव्स किसी ने नहीं पहने थे। सोशल डिस्टेंसिंग जीरो।
  • बासबदनपुरा : पुलिया से लेकर रामगढ़मोड़ तक 300 दुकानें खुली मिलीं। पुलिया, हैप्पी स्कूल, पुलिस चौकी के पास फल-सब्जी बिक रही थी। ग्लव्स और सोशल डिस्टेंसिंग दोनों नहीं। 
  • जौहरी बाजार : करीब 15 किराना स्टोर-घी-तेल, 3 मेडिकल स्टोर खुले। हर दुकान पर 4-5 की भीड़। मास्क गायब। दुकानदार श्यामसुंदर ने बताया कि वे डोर-टू-डोर सामान पहुंचा रहे हैं, इसलिए ग्लव्स-मास्क की आवश्यकता नहीं पड़ती। 
  • सुभाष चौक : सबसे अधिक मेडिकल दुकानें यहीं। मास्क पहने थे, ग्लव्स किसी ने नहीं। चांदी की टकसाल पर भी भीड़। 
  • जोरावरसिंह गेट, माधोविलास हॉस्पिटल : रामगढ़ मोड़ तक कई दुकानें खुली थीं। हॉस्पिटल के सामने सब्जी ठेलों पर भीड़।
  • यही हाल ब्रह्मपुरी बस स्टैंड, गणगौरी बाजार, जलमहल, अर्जुन नगर अंडरपास, टोंक रोड गट्टे के पास, लालकोठी सब्जी मंडी में भी था।

मालपुरा गेट, सांगानेर में सब्जी ठेला; एक दिन पहले ही यहां 4 सब्जीवाले संक्रमित मिले। यहां सब्जी विक्रेता महिला ने चेहरे पर रुमाल लगाए हैं। ग्लव्स न ग्राहक के पास हैं न विक्रेता के पास। भुगतान भी नकद। जबकि प्रशासन के निर्देश हैं कि रुपए हाथ में नहीं, लिफाफे में डालकर दें। संभव हाे ताे डिजिटल भुगतान करें। फल-सब्जी काे 10 मिनट तक नमक के पानी में भिगोएं फिर सादे पानी से धोएं। 

डिग्गी रोड स्थित फल भंडार; फल विक्रेता प्रियांशु ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए मास्क और गलव्स पहने हैं। सैनिटाइजर भी करवा रहा। मगर यहां भी ग्राहक घर से थैला लाना भूल गए। जबकि प्रशासन ने वीडियो जारी कर संदेश दिया है कि खरीदारी के लिए घर से ही कॉटन बैग लाएं। थैले काे साबुन से धाेकर धूप में सुखा दें।

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