मुजफ्फरपुर. नागपुर से आए प्रवासी श्रमिकों ने गुरुवार काे ट्रेन से उतरने के बाद जंक्शन पर ही अपनी मातृभूमि को साष्टांग प्रणाम कर इसकी मिट्टी का तिलक लगाया। स्पेशल ट्रेन से उतरने पर इनकी स्क्रीनिंग की गई। उसके बाद इन्हें क्वारेंटाइन हाेने के लिए बस से संबंधित जगहाें पर भेजा जाना था। लेकिन, बस में जाने से पहले इन श्रमिकों ने जब अपनी धरती काे साष्टांग प्रणाम किया ताे अधिकारी और सुरक्षाकर्मियाें समेत वहां उपस्थित लाेगाें की आंखें भर आईं। इन श्रमिकाें ने कहा कि अपने घर और गांव-जवार इलाके में आने के बाद ऐसा लग रहा है जैसे सब कुछ मिल गया। लाॅकडाउन के बाद ताे सबसे ज्यादा इसी की इच्छा थी। लेकिन, ऊपरवाले, सरकार और मीडिया के शुक्रगुजार हैं कि अपने परिजन और समाज के लोगों से मुलाकात होगी।
24 ट्रेनों से पहुंचे 28467 प्रवासी, 20 ट्रेनों से आज आएंगे 20 हजार
लॉकडाउन के दौरान बाहर फंसे हुए प्रवासी श्रमिकों का बिहार आने का सिलसिला तेज हो गया है। गुरुवार को आईपीआरडी सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि 7 राज्यों से 20 ट्रेनों के जरिए 20629 प्रवासी श्रमिक व अन्य लोग बिहार पहुंचेंगे। वहीं गुरुवार को 24 ट्रेनों से 28467 लोग वापस लौटे। शुक्रवार को आंध्र से सहरसा, बरौनी और दरभंगा में 1200-1200 यात्री, हरियाणा से मुजफ्फरपुर और कटिहार में क्रमशः 1210 और 1200 यात्री, गुजरात से पूर्णिया में 1240, भागलपुर, मुजफ्फरपुर और भोजपुर में क्रमशः 1200-1200 यात्री, महाराष्ट्र से मोतिहारी में 1200, राजस्थान से भोजपुर व सहरसा में क्रमशः 1246 व 1333 यात्री आएंगे।
कर्नाटक भी राजी, आज से खुलेंगी ट्रेनें
रीयल स्टेट और निर्माण क्षेत्र के दिग्गजों संग बैठक के बाद प्रवासी मजदूरों की घर वापसी से इनकार करने वाले कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस यदुरप्पा अब उन्हें भेजने को राजी हो गए है। उम्मीद है कि शुक्रवार को वहां से बिहार, यूपी और झारखंड के लिए ट्रेनें खुलेंगी।
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