रायपुर. रायपुर। रायपुर में एक मरीज मिलने के दूसरे दिन मंगलवार को भिलाई में एक महिला कोरोना पॉजिटिव मिली। उसको मिलाकर प्रदेश में अब कुल 23 एक्टिव केस हैं, जबकि मरीजों की कुल संख्या 61 हो गई है। इधर, दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को वापस लाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गाइडलाइन जारी की है। साथ ही 8 रेलवे स्टेशन तय किए हैं, जहां मजदूरों को उतारा जाएगा।
प्रदेश में शराब दुकानें खोलने के बाद मची अफरातफरी के बाद भूपेश सरकार ने फैसला किया है कि अब सभी शराब दुकानें शाम चार बजे बंद होगी। दो दिन सुबह 8 से शाम 7 बजे तक खुली थी। लॉकडाउन के बाद शराब दुकान खुलने के बाद शराब दुकानों में काफी भीड़ हो गई थी, जिसके बाद सीएम भूपेश ने बैठक कर निर्णय लिया कि समय कम किया जाए। अब कलेक्टर चाहें, तो समय घटा सकते हैं, लेकिन बढ़ा नहीं सकते।
सीएम के निर्देश पर मजदूरों की वापसी तय हो गई है। डीआरएम को 8 स्टेशनों में व्यवस्था करने के लिए पत्र लिखा गया है। परिवहन सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने रायपुर डीआरएम को पत्र लिखकर रेल मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, भाठापारा, बिलासपुर, चांपा, बिश्रामपुर और जगदलपुर स्टेशनों में सभी व्यवस्थाओं का आंकलन करने कहा है। छत्तीसगढ़ आने वाले श्रमिकों को रेलवे स्टेशनों पर रिसीव कर रेल मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार होल्डिंग एरिया में स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाएगा। गंतव्य स्थल पर पहुंचाने के लिए बस की व्यवस्था की जाएगी। उन्हें क्वारेंटाइन में रखने की व्यवस्था भी की जाएगी। वहीं राज्य सरकार ने रेल मंडल से 28 ट्रेनों की मांग करते हुए इनका किराया भी देने सहमति जता दी है। डॉ कमलप्रीत सिंह ने कहा है कि छत्तीसगढ़ आने वाले श्रमिकों को चिन्हित रेलवे स्टेशनों पर रिसीव कर रेल मंत्रालय की गाइड लाइन के अनुसार होल्डिंग एरिया में स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाएगा और उनके गंतव्य स्थल पर पहुंचाने की बस के माध्यम से व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही साथ उन्हें क्वारैंटाइन में रखने की व्यवस्था भी की जाएगी। माना जा रहा है कि इस हफ्ते मजदूरों के वापसी का सिलसिला शुरू हो जाएगा। केंद्र सरकार को इसके लिए मुख्यमंत्री ने पत्र भी लिखा था। इस पत्र में बाहर फंसे राज्य के श्रमिकों का संख्या 1.17 लाख बताई गई है। जो कि लगभग हर राज्यों में हैं।
इसलिए कम किया शराब दुकानों को खोलने का समय
सरकार ने देखा कि शराब दुकान खुलते ही लोगों की भीड़ शराब लेने दुकानों में लग गई। इसके अलावा इसकी आड़ में शाम तक लोग सड़कों पर घूमते पाए गए। इसलिए दोपहर तक बिक्री की इजाजत दी गई। राज्य का आबकारी निगम 653 दुकानों के साथ प्रदेश में शराब का कारोबार करता है। 45 दिनों के लॉकडाउन के बाद सोमवार को पहले दिन निगम ने करीब 35 करोड़ की शराब बेची थी।
मजदूर गांव के बाहर ही 14 दिन क्वारेंटाइन होंगे
सीएम भूपेश बघेल ने सभी ग्राम पंचायतों में क्वारेंटाइन सेंटर बनाने के निर्देश दिए हैं। दूसरे राज्य से आने वाले मजदूरों व अन्य लोगों को यहां 14 दिन तक रखा जाएगा। क्वारेंटाइन सेंटर से कोई बाहर न जाए, इसलिए बेरिकेडिंग की जाएगी। स्कूल में क्वारेंटाइन सेंटर बनाने पर दो खंड रखने कहा गया है, जिससे कोई पॉजिटिव मिलने पर तत्काल दूसरे हिस्से में शिफ्ट किया जा सके। ग्राम पंचायत के सचिव व कोटवार को निगरानी की जिम्मेदारी दी जाएगी। इसके अलावा जरूरत पड़ने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद से कम्यूनिटी सर्विलांस और शिक्षक कॉन्टैक्ट ट्रेस करेंगे। स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारिक सिंह ने सीएम के निर्देश के बाद सभी जिलों के कलेक्टर व सीएमएचओ को गाइडलाइन जारी की है। पंचायत विभाग के साथ समन्वय कर मजदूरों के आने से पहले क्वारेंटाइन सेंटर को रेडी रखने कहा है। यह ध्यान रखने कहा गया है कि क्वारेंटाइन सेंटर गांव के बाहर हों। कोई बाहर का व्यक्ति वहां न जा सके, इसलिए चारों ओर बेरिकेडिंग कराई जाएगी। क्वारेंटाइन सेंटर में रहने वाले गांव के तालाब का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। उनके लिए सेंटर में ही भोजन, नहाने और शौचालय की व्यवस्था करने कहा गया है। बाहर से आए लोगों को दोने-पत्तल में खाना दिया जाएगा, जिसे सेंटर के पीछे ही गड्ढा खोदकर डिस्पोज करना होगा। सावधानी से भोजन परोसने कहा गया है। क्वारेंटाइन सेंटर बनाने की जिम्मेदारी पंचायतों की होगी, लेकिन पूरी व्यवस्था के लिए राजस्व अधिकारी को जिम्मेदार बनाया गया है।
कोटा के छात्रों का क्वारेंटाइन 7 दिन में ही खत्म, घर भेजे
राजस्थान कोटा से लाए 23 सौ से अधिक छात्रों का क्वारेंटाइन 7 दिन में ही खत्म कर दिया गया है। छात्रों को अब होम क्वारेंटाइन में रहना होगा। शपथपत्र लेने के बाद ही शर्त के साथ उन्हें घर भेजा जा रहा है। देर शाम होते तक सभी जिलों के क्वारेंटाइन सेंटरों से बच्चों की रवानगी शुरू हो गई थी। अफसरों के अनुसार बुधवार तक सभी बच्चे अपने घर पहुंचा दिए जाएंगे। कोटा के सभी छात्रों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है, इस वजह से भी उन्हें घर भेजा जा रहा है।
रात 9.30 से सुबह 6 बजे तक ही लोडिंग-अनलोडिंग
शहरी क्षेत्रों में रात 9.30 से सुबह 6 बजे तक ही सामान लोड या अनलोड किए जा सकेंगे। इस संबंध में परिवहन सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने कलेक्टर, एसपी व आरटीओ को निर्देश जारी किए हैं। दूसरे राज्यों से माल वाहनों के साथ आए ड्राइवर-क्लीनर के लिए शहरी क्षेत्र के बाहर चिह्नित ट्रांसपोर्ट नगर, गोदाम, अनलोडिंग पॉइंट, फैक्ट्री के पास ही रुकने की व्यवस्था की जाएगी। उन्हें शहरी क्षेत्र में आने की अनुमति नहीं होगी। हालांकि सब्जी, दूध, अंडे आदि डेली नीड्स की वस्तुओं के लिए छूट दी जाएगी। जिस समय दुकानें खुली रहेंगी, उस समय सामान लोड-अनलोड करने से मना किया गया है। इसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस व आरटीओ की होगी।
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