जालंधर. लॉकडाउन का तीसरा चरण सोमवार से शुरू हो रहा है। कड़ी शर्तों के साथ सरकार ने इस दौरान कई बड़ी रियायतें दी हैं। 40 दिनों बाद लोग अपने काम पर लौट सकेंगेे। हालांकि, कई राज्यों ने अपने यहां के सबसे ज्यादा संक्रमित शहरों को संपूर्ण लॉकडाउन में रखा है। देश के कुल 733 जिलों में से 82% जिले ग्रीन और ऑरेंज जोन में हैं। इनमें सोमवार से व्यावसायिक गतिवधियां धीरे-धीरे बढ़नी शुरू होंगी। वहीं, पंजाब में फिलहाल कर्फ्यू ही जारी रहेगा।
300 से ज्यादा जिलों में शर्तों के साथ बसें-कैब भी चलेंगी
300 से ज्यादा जिलों में शर्तों के साथ बसें-कैब भी चलेंगी। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी के एमडी महेश व्यास बताते हैं कि 20 अप्रैल को दी गई छूट के बाद गांवों में 1 करोड़ लोग काम पर लौट चुके हैं। जेएनयू के पूर्व प्रोफेसर और अर्थशास्त्री अरुण कुमार कहते हैं कि लॉकडाउन-2 तक अर्थव्यवस्था 25% पर चल रही थी और अब 35% तक चलने लगेगी। जहां तक इंडस्ट्री का सवाल है तो इंडस्ट्रियल क्षेत्र में अभी 7-8% काम शुरू हो जाएगा। हालांकि, श्रमिकों का गांव लौटने का सिलसिला जारी है। इससे उद्योगों को दिक्कतें भी आएंगी।
रियल एस्टेट: 20% निर्माणाधीन प्रोजेक्ट में काम शुरू हो सकेगा
दुकानें: अब 25 लाख और दुकानें खुल सकेंगी, 50 लाख लोग लौटेंगे
इंडस्ट्री: देश के 15% उद्योगों में उत्पादन शुरू होने का अनुमान
एमएसएमई: सप्लाई करने वाली 35% इकाइयां शुरू होंगी
पंजाब में कैबिनेट 6 मई को, केंद्र की गाइडलाइंस पर लेंगे फैसला
केंद्र सरकार के लॉक डाउन का पंजाब के कर्फ्यू पर फिलहाल कोई असर नहीं होगा। सूबे में सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक ही दुकानें खुलेंगी। बुधवार को कैबिनेट मीटिंग है, जिसमें एमएचए द्वारा दुकानें खोलने और दूसरी गाइडलाइंस को लेकर फैसला होगा। इस दौरान शराब की बिक्री को लेकर भी चर्चा हो होगी। कैबिनेट की मीटिंग होने तक सूबे के डीसी को अधिकृत किया है कि वह अपने इलाकों में एमएचए की गाइड लाइन के हिसाब से किन दुकानों को खोलने की इजाजत देते हैं।
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