Sunday, 27th July 2025

कोरोनावायरस / कोरोना से एक और मौत, मृतक भाइयों के माता-पिता भी पॉजिटिव, 13 नए मरीज मिले, इनमें से अल्ली गांव के 9

Wed, Apr 29, 2020 6:42 PM

 

  • मरीज मिलने के बाद कलेक्टर और एसपी पहुंचे अल्ली गांव, मरीजों को कोरोना केयर सेंटर में किया शिफ्ट
 

रायसेन. मंगलवार को आई रिपोर्ट में रायसेन में 13 नए पॉजिटिव केस मिले है। इनमें से मासेर गांव निवासी कोरोना पीड़ित एक व्यक्ति की मौत भी हो गई है। इस तरह कोरोना के संक्रमण से मरने वालों की संख्या दो हो गई है। जबकि मृतक दोनों भाइयों में से एक भाई का सैंपल रिजेक्ट हो गया था। दोनों भाइयों के माता- पिता भी कोरोना से पीड़ित पाए गए है। इसके अलावा एक 11 साल का बालक भी पॉजिटिव पाया गया है। जिस अल्ली गांव में 20 अप्रैल को 10 कोरोना के मरीज मिले थे, अब उसी गांव में 9 नए पॉजिटिव केस सामने आए है। यह नए केस पुराने मरीजों के परिजन व अन्य लोग शामिल है। इतना ही नहीं कोरोना की चेन अब गैरतगंज के तहसील के गांव गढ़ी तक पहुंच गई है। यहां पर मदरसे में क्वारेंटाइन में रखे गए एक जमाती भी पॉजिटिव पाया गया है। अब तक जिले भर में 47 कोरोना के मरीज मिल चुके है, जिनमें से 40 लोगों का संबंध जमात से है।

मंगलवार की सुबह जैसे ही यह रिपोर्ट आई तो प्रशासन में हड़कंप मच गया। जिला पंचायत सीईओ अवि प्रसाद और सीएमएचओ डॉ. एके शर्मा अल्ली गांव पहुंचे। इस गांव में मिले नए मरीजों को एंबुलेंस से कोरोना केयर सेंटर रायसेन लाया गया है। गांव से मरीजों को शिफ्ट करने के दौरान पुलिस फोर्स भी वहां पर मौजूद रहा। क्योंकि इस गांव के लोगों ने मरीज सर्वे दल को गांव में नहीं घुसने दिया था। बाद में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में स्वास्थ्य विभाग के अमले ने यहां पर लोगों के सैंपल लिए थे। उन्हेें सैंपल में से यह नए मरीज अब सामने आए हैं। प्रशासन ने अल्ली गांव, बनगवां और मासेर गांव की सीमाओं को सील करवा दिया है। वहीं तीन लोगों को प्रशासन ने कोविड सेंटर से भोपाल रेफर कर दिया है।

8 अप्रैल को मिला था पहला मरीज, 21 दिन में हो गए 47 पॉजिटिव
रायसेन शहर में 8 अप्रैल को पहला कोरोना का मरीज मिला था। इसके बाद लगातार मरीज बढ़ते जा रहे है। इस तरह 21 दिन में ही कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 47 पर पहुंच गया है। इस तरह औसत निकाला जाए तो हर दिन दो मरीज मरीज सामने आ रहे है। इतना ही नहीं कोरोना संक्रमित दो मरीजों की मौत भी हो गई है, जिनकी मौत हुई है, उनके परिवार के दो सदस्यों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है।

पत्नी, बहू सहित 9 सदस्यों को क्वारेंटाइन में भेजा
मासेर गांव में रहने वाले एक व्यक्ति की मौत होने के बाद उसकी पत्नी, दो बहू सहित 9 लोगों को क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया है। हालांकि मृतक के दोनों बेटे गांव में नहीं मिले है, प्रशासन उनकी तलाश करवा रहा है।


कोरोना के मरीज लेकर जा रही एंबुलेंस हुई अनियंत्रित
कोरोना के मरीजों को भोपाल ले जा रही एंबुलेंस अचानक पायल सिनेमा के पास मोड़ पर अनियंत्रित होकर एक दुकान में घुस गई। जिससे एंबुलेंस का आधा हिस्सा काफी क्षतिग्रस्त हो गया। मरीजों को कोई चोट नहीं आई है। एंबुलेंस में कोविड सेंटर से भोपाल जा रहे तीन मरीज मौजूद थे।

गौहरगंज में जेलर सहित 9 के सैंपल लिए
ओबेदुल्लागंज के बीएमओ डॉ. अरविंद सिंह चौहान ने बताया कि गौहरगंज जेल में पदस्थ महिला प्रहरी के आरक्षक पति भोपाल में कोरोना पॉजिटिव पाए गए है। उनके संपर्क में गौहरगंज के जेलर सहित 9 लोग संपर्क में आए थे। इस कारण जेलर सहित 9 लोगों के सैंपल लेकर उन्हें जांच के लिए भोपाल भेजा गया है। जिसकी जांच की रिपोर्ट आना बाकी है।

नहीं ले रहे सबक ः बाजार में आ रहे लोग
रायसेन जिले में 47 मरीज अब तक मिले है, जिनमें रायसेन शहर में 26 कोरोना के मरीज मिल चुके है। इसके बाद भी लोग सबक नहीं ले रहे है और वे शहर में सब्जी खरीदने या फिर बैंक से जरुरत नहीं होने पर भी राशि निकालने के नाम पर आ रहे है, जिससे कोरोना की चेन लंबी होती जा रही है। लोगों को घर पर ही रहना होगा।


मृतकों के माता-पिता भी पॉजिटिव
महामाया चौक निवासी व्यापारी के दोनों बेटों की कोरोना से मौत होने के बाद उनका परिवार के सदस्य भी अब इसकी चपेट में आते जा रहे है। मृतकों की पत्नियों का भोपाल के चिरायु अस्पताल में इलाज चल रहा है। अब उनके अब उनके माता-पिता भी कोरोना से पीड़ित हो गए हैं। जो एम्स में अपना इलाज करा रहे हैं।

तीन नए कंटेनमेंट एरिया घोषित
कलेक्टर ने नए मरीज सामने आने के बाद तीन नए कंटेनमेंट एरिया घोषित किए है, जिनमें अल्ली और मासेर गांव के अलावा गैरतगंज के गढ़ी मदरसा क्षेत्र को कंटेनमेंट एरिया घोषित कर इनकी सीमाओं को सील करवा दिया है।

झाड़ फूंक करवाता रहा मरीज तबीयत बिगड़ी तो भोपाल रेफर
रायसेन से लगे मासेर गांव से एक 55 साल के व्यक्ति को चार दिन पहले सांस लेने में तकलीफ होने पर उसे भोपाल रेफर किया गया था, जिसकी मंगलवार को इलाज के दौरान मौत हो गई है। बताया जाता है कि परिवार के सदस्य उसे अस्पताल ले जाने की जगह उसकी झाड़ फूंक करवाते रहे। रात में उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, लेकिन सुबह उसने दम तोड़ दिया। कोरोना पीड़ित मरीज की मौत होने के बाद प्रशासन ने मासेर गांव को कंटेनमेंट एरिया घोषित कर उसे सील कर दिया है।

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