Monday, 4th August 2025

कोरोना का खौफ / बुखार से पीड़ित बांग्लादेशी नदी में तैरकर असम पहुंचा, ग्रामीणों से बोला- मुझे कोरोना हुआ है, मेरा इलाज करवा दो

Mon, Apr 27, 2020 6:55 PM

 

  • कुशियारा नदी पार करके असम के करीमगंज जिले में पहुंचा था युवक, बीएसएफ ने बांग्लादेशी सेना के हवाले किया
  • बीएसएफ डीआईजी जेसी नायक ने कहा- युवक को तेज बुखार था, बोलने में भी दिक्कत हो रही थी
 

करीमगंज (असम).. बांग्लादेश में कोरोना के इलाज के लिए पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं। इसकी बानगी रविवार सुबह देखने को मिली। तेज बुखार से तड़प रहा बांग्लादेशी युवक तैरते हुए कुशियारा नदी पार करके असम की सीमा में दाखिल हो गया। यहां करीमगंज जिले के मुबारकपुर इलाके में पहुंचने के बाद उसने ग्रामीणों से खुद के कोरोना संक्रमित होने की बात कही। लोगों से खुद का इलाज कराने को बोला। इससे ग्रामीणों के बीच हड़कंप मच गया। सूचना पाकर बीएसएफ के जवान पहुंच गए और उसे हिरासत में ले लिया। युवक की तलाशी ली गई और फिर बांग्लादेशी सेना को बुलाकर उसे सौंप दिया गया। युवक की पहचान अब्दुल हक के रूप में की गई। उसकी उम्र 30 साल बताई जा रही है। वह बांग्लादेश के सुनामगंज जिले का रहने वाला है। वहां से करीमगंज का मुबारकपुर इलाका महज चार किलोमीटर दूर है।  

कोरोना के बारे में नहीं मालूम, लेकिन वह तेज बुखार से पीड़ित था
सिलचर में बीएसएफ के प्रवक्ता और डीआईजी जेसी नायक ने बताया, ''बांग्लादेश नागरिक कुशियारा नदी तैरकर पार कर गया, जो दोनों देशों की सीमाओं के बीच में है। रविवार सुबह करीब 7.30 बजे वह भारतीय सीमा में दाखिल हुआ। गांव वालों ने उसे देखा तो उन्होंने उसे वहीं रोक दिया और हमें सूचना दी।'' नायक ने बताया, ''उसे कोरोना था या नहीं, इसके बारे में जानकारी नहीं है। उसे तेज बुखार था। देखने में अस्वस्थ नजर आ रहा था और ठीक से बोल भी नहीं पा रहा था। उसका दावा था कि वह कोरोना से संक्रमित है और भारत में इलाज कराने के लिए नदी पार करके आया है।''

दो बोट से आए बांग्लादेशी सेना के अफसर
बीएसएफ ने युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की और फिर इसकी सूचना बांग्लादेशी सेना को दे दी। करीब 10 बजे बांग्लादेशी सेना के अफसर दो बोट से करीमगंज स्थित सीमा के पास पहुंचे। इसके बाद युवक को उनके हवाले कर दिया गया। 

सीमा पर फेंसिंग नहीं हुई है
डीआईजी नायक ने बताया, ''कुशियारा नदी में मानसून के समय बाढ़ आ जाती है। लेकिन, इस वक्त पानी का स्तर बहुत ही कम है और जो तैरना जानता है, वह आसानी से इसे पार कर सकता है। जिस जगह की यह घटना है, वहां अभी तक दोनों देशों के बीच फेंसिंग नहीं हुई है। इसलिए, वह आसानी से सीमा के अंदर घुस गया है। कोरोना के मद्देनजर जवानों को ज्यादा से ज्यादा गश्त करने का आदेश दिया गया है। लोगों को भी जागरूक किया गया है। यही कारण है कि लोगों ने तुरंत हमें इसकी सूचना दे दी।''

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