रायपुर. कोरोना संक्रमण की लड़ाई में ग्रीन जोन की ओर बढ़ रहे छत्तीसगढ़ को एम्स के मेडिकल स्टाफ के पॉजिटिव आने से झटका लगा है। हालांकि देर रात एम्स में भर्ती दो और लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसके बाद एक्टिव केसाें की संख्या 5 हो गई। इन सबके बीच स्कूल शिक्षा विभाग ने इंग्लिश मीडियम के स्कूल 15 जून से खोलने के आदेश दिए हैं। कहा गया है कि प्रस्तावित तारीख के अनुसार स्कूलों को खोलने की व्यवस्था कर ली जाए।
डीपीआई जितेंद्र शुक्ला ने सभी 28 जिलों के कलेक्टर को पत्र लिखकर इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने को लेकर जानकारी मांगी है। पत्र में कहा गया है कि अगर किसी कारण से स्कूल शुरू नहीं हो पा रहे हैं तो 5 दिन में उसकी जानकारी उपलब्ध कराएं। कोरोना के मद्देनजर जारी गाइडलाइन के मुताबिक तैयारी शुरू कर दें। भास्कर ने इस संबंध में 16 अप्रैल को प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा विभाग डॉ. आलोक शुक्ला से बातचीत के बाद इसकी जानकारी दी थी।
यह तस्वीर बिलासपुर की है। यहां घर-घर जाकर, सड़कों और चौराहों पर स्वास्थ्यकर्मी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। कोरबा समेत भिलाई और बिलासपुर में सैंपलिंग की संख्या बढ़ा दी गई है। टीमों को टारगेट देकर सैंपलिंग के लिए भेजा जा रहा है।
एम्स से अब तक 32 संक्रमित ठीक होकर घर लौटे
प्रदेश में अब तक 37 संक्रमित पाए गए। इनमें से 32 लोग ठीक होकर लौटे हैं। अगर रायपुर में मेडिकल स्टाफ से नया केस नहीं आता तो कोरबा छोड़कर पूरा प्रदेश बेहतर स्थिति में था। दूसरी ओर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से 250 वेंटीलेटर, 50 हजार एन-95 मॉस्क और 20 हजार वीटीएम किट मांगे हैं। साथ ही सीआरपीएफ द्वारा बनाए जा रहे ट्रिपल लेयर मॉस्क की खरीदी में प्रदेश का कोटा निर्धारित करने की मांग रखी।
सरप्लस चावल से प्रदेश को 1500 करोड़ का नुकसान
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय खाद्य मंत्री को पत्र लिखकर सेंट्रल पूल में चावल का कोटा 24 लाख से बढ़ाकर 31.11 लाख मीट्रिक टन करने के लिए कहा है। पत्र में उन्होंने कहा कि सरप्लस चावल से 1500 करोड़ रुपए नुकसान होगा। बघेल ने बताया 18.34 लाख किसानों से समर्थन मूल्य पर कुल 83.67 लाख टन धान की खरीदी की गई है। इससे 56.51 लाख मीट्रिक टन चावल निकलेगा। इसमें पीडीएस के लिए 25.40 लाख मीट्रिक टन चावल दिया जाएगा।
कोरोना अपडेट्स
रायपुर : जिले के 5 क्वारैंटाइन सेंटर में 80 में से सिर्फ 26 लोग बाकी रह गए। इनमें भी आधे लोगों का क्वारैंटाइन तीन-चार दिन में खत्म हो रहा है। शुक्रवार रात कोरोना का नया केस सामने आते ही प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी। जिन दुकानों और प्रतिष्ठानों को छूट नहीं है, वह भी खोल दी गईं। इसलिए अब फिजिकल डिस्टेंसिंग (6 फीट) और बाहर निकलने पर मास्क की अनिवार्यता का कड़ाई से पालन किया जाएगा।
बिलासपुर स्थित एक फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों ने हड़ताल कर दी। मजदूरों का आरोप है कि फैक्ट्री प्रबंधक और ठेकेदार ने उन्हें दो माह से पैसे नहीं दिए। जबकि सरकार के भुगतान करने के स्पष्ट आदेश हैं। पुलिस मौके पर समझाइश देने पहुंची, लेकिन हंगामे के बीच लोग सोशल डिस्टेंसिंग भूल गए।
बिलासपुर : जिन दुकानें को सप्ताह में दो दिन यानी सोमवार और गुरुवार को खोलने की अनुमति थी, वे अब शनिवार को भी खोली जा सकेंगी। मिल्क पार्लर को भी दो शिफ्टों में खोलने की अनुमति दी गई है। अन्य दुकानें सोमवार, गुरुवार और शनिवार दोपहर 1 बजे तक खुलेंगी। 3 मई तक पुलिस हर दिन अपने गश्त का तरीका बदलेगी। मार्निंग वाॅक पर निकल रहे लोगाें पर कार्रवाई की जाएगी। झूठ बोल कर निकलने वालों को अरेस्ट किया जाएगा।
भिलाई : हुडको निवासी 70 साल की महिला की मौत के बाद कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई। महिला को सांस लेने में तकलीफ होने के कारण कोरोना संदेहास्पद मानकर जांच कराई गई थी। इधर, स्वास्थ्य विभाग ने लक्ष्य के सापेक्ष 228 के सैंपल लिए। शेष 331 के लिए जिम्मेदारी दी गई। स्वास्थ्य विभाग की 10 टीमें शनिवार को जिले के सभी सरकारी अस्पतालों समेत निगम और पुलिस रक्षित केंद्रों में पहुंचकर सैंपल लेंगी।
भिलाई में उद्योग तो शुरू हो गए हैं, मगर सख्ती बरती जा रही है। इंडस्ट्रीयल स्टेट नंदिनी रोड स्थित फैक्ट्री में 57 लोग कार्यरत हैं। फैक्ट्री में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए जाने के कारण प्रशासन की टीम ने 50 हजार रुपए का फाइन किया। इसे मौके पर ही वसूला गया और फोटो भी ली गई।
रायगढ़ : जिले में धीरे-धीरे जिंदगी पटरी पर लौट रही है। सरकारी शर्तों पर सहमति के बाद 61 उद्योग खुल गए। 4 स्पंज आयरन उद्योग समेत 31 इकाइयों ने प्रोडक्शन शुरू कर दिया है। औद्योगिक जिले में उद्योग खुलने से लगभग साढ़े तीन हजार लोगों को काम मिला है। उद्योगों की मॉनिटरिंग के लिए चार टीम बनाई गई हैं। नगर निगम की सीमा में कोई भी उद्योग शुरू नहीं हो सकेगा। स्पंज आयरन उद्योगों का कहना है कि वे 3 मई तक इंतजार करेंगे।
रायगढ़ में 61 उद्योग शुरू हो गए हैं। इनमें 3500 लोग काम कर रहे हैं। हालांकि माल निर्यात करने वाले उद्योगों को 3 मई का इंतजार है। कलेक्टर यशवंत कुमार ने कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए उद्योगों की मॉनिटरिंग के लिए टीम का गठन किया है।
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