रायसेन. छोटा-सा गांव अल्ली में 10 कोरोना संक्रमित जमाती मिलने से चर्चा में है। इस गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम को घुसने नहीं दिया गया था, यहां 26 नए संदिग्ध मरीज मिले हैं। आज सभी के सैंपल लिए जा रहे हैं। इसमें करीब एक दर्जन महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आशंका व्यक्त की है कि कुछ मरीजों के लक्षण संक्रमित मरीजों जैसे दिख रहे हैं। अगर इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो मरीजों की संख्या में और इजाफा हो जाएगा। क्वारैंटाइन सेंटर में अभी 70 के लगभग जमाती हैं। अब तक शहर में 25 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। सभी लोग जमात से लौटकर आए हैं।
गांव से प्रदेश के विभिन्न जिलों और दिल्ली की मरकज यहां से कुछ जमाती गए थे। लॉकडाउन लगते ही ये वापस आए और अपने-अपने घरों में पहुंच गए। जब प्रशासन को इनकी जानकारी लगी तो सभी को घरों से लाकर क्वारैंटाइन किया गया था। क्वारैंटाइन सेंटर में ही 24 जमाती और एक अन्य जमाती को कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। तीन दिन पहले अल्ली गांव के 10 जमातीयों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव का सर्वे करने पहुंची थी।
उसवक्त संक्रमित जमातियों के परिजनों और अन्य ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को गांव में घुसने भी नहीं दिया था। स्वास्थ्य विभाग की टीम पर हमले की आशंका को देखते हुए गांव के बाहर एक पेड़ के नीचे करीब डेढ़ घंटे तक बैठी रही। इसके बाद देर रात पुलिसफोर्स गांव में पहुंचा और मुस्लिम बाहुल्य इस गांव के रसूखदार लोगों को साफ शब्दों में चेतावनी दी गई की अगर सर्वें टीम को गांव में नहीं आने दिया गया और कोई अभद्रता की गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की इस चेतावनी के बाद विरोध कर रहे लोगों के हौसले पस्त पड़ गए।
1774 लोगों को बारे में स्वास्थ्य संबंधित पूछताछ की गई
गुरुवार को दोपहर बाद कड़ू सुरक्षा व्यवस्था के बीच स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची। एसडीएम मिशासिंह, एएसपी एमपीसिंह सहित अन्य अधिकारियों के मौजूदगी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अल्ली गांव 275 घरों का सर्वे कर 1774 लोगों को बारे में स्वास्थ्य संबंधित पूछताछ की गई। इनमें से 26 लोगों को सर्दी, खांसी और गले की शिकायत सामने आई है। इन सभी 26 लोगों के सैंपल आज लिए जा रहे हैं। इन्हें जांच के लिए एम्स भोपाल भेजा जाएगा। सांची बीएमओ डॉ. एके माथुर के अंडर में 8 टीमों ने गांव में सर्वे 3.30 घंटे में 275 घरों को सर्वे कर लिया। खास बात ये है कि इस बार पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट रहा। एसडीएम पूरे समय गांव में ही मौजूद रहीं। इससे बिना किसी व्यवधान के पूरे गांव में सर्वे हो सका। गांव में एसडीओपी, तहसीलदार, टीआई सहित पुलिस बल मौजूद था।
स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ एसडीएम मिशा सिंह भी पहुंची और लोगों से सहयोग करने कहा।
कर्फ्यू हटा तो शहर में बढ़ी भीड़
शहर के क्वारेंटाइन किए गए लोगों में से 16 लोगों के एक साथ कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने शहर में 20 से 22 अप्रैल तक के लिए शहर में कर्फ्यू लगा दिया था। इसके बाद जब गुरुवार को सुबह 6 बजे से कर्फ्यू हटा लिया गया। इसके बाद आवश्यक सामान की खरीदी के लिए सड़कों पर निकल आए। इस दौरान किरानों की दुकानों पर भीड़ रही और सब्जी खरीदने भी लोग पहुंचे।
अल्ली गांव रवाना होने से पहले अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग की टीम साथ पुलिसबल।
रोजा रखने वालों को उपलब्ध कराई जाएगी खाद्य सामग्री
इसके साथ ही संपूर्ण रायसेन जिले में संदिग्ध एवं बाहर से आए व्यक्तियों को उनकी सुरक्षा एवं सुविधा के लिए प्रशासन द्वारा तैयार किए गए क्वारेंटाइन कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने रमजान माह को देखते हुए जिले के समस्त एसडीएम को अपने-अपने क्षेत्र में स्थापित क्वारेंटाइन सेंटर में रोजा रखने वाले मुस्लिम धर्मावलंबियों को रोजा इफ्तार एवं सेहरी के लिए आवश्यक खाद्य सामग्री एवं अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करवाया जाना तय करने के आदेश दिए है। इसके लिए मुस्लिम धर्म गुरुओं से चर्चा कर इफ्तार एवं सेहरी के समय उपलब्ध कराई जाने वाली सामग्री की जानकारी प्राप्त सामग्री उपलब्ध कराने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
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