Sunday, 8th June 2025

लॉकडाउन में सात फेरे / इंदौर की बेटी की अहमदाबाद में शादी, माता-पिता ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए आशीर्वाद दिया, ऑनलाइन ही विदाई की

Fri, Apr 24, 2020 6:43 PM

 

  • 20 अप्रैल को थी शादी, लॉकडाउन के कारण इंदौर से अहमदाबाद जाने की नहीं मिली अनुमति
  • माता-पिता के नहीं पहुंच पाने पर हल्दी, मेंहदी और विवाह की रस्म अदायगी ससुरालवालों ने पूरी की 

 

इंदौर. कोरोना महामारी के कारण देशभर में लॉकडाउन चल रहा है। ऐसे में सभी धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक आयोजनों पर रोक है। लॉकडाउन के कारण कई लोगों ने शादियां तक कैंसिल कर दी हैं। हालांकि कुछ लोग प्रशासनिक अनुमति के बाद शादी कर रहे हैं। कुछ ऐसे ही आयोजन हमेशा के लिए यादगार बन रहे हैं। एक ऐसी ही शादी 20 अप्रैल को अहमदाबाद में हुई, जहां बेटी के परिजन ने ऑनलाइन विवाह समारोह में शामिल होकर आशीर्वाद दिया।

सिमरन के परिजन के नहीं पहुंच पाने पर दिव्य के परिजन ने शादी की सभी रस्में पूरी कीं।

 
इंदौर में निपानिया स्थित तुलसीयाना रेसीडेंसी में रहने वाले रिटायर्ड पुलिस अधिकारी सुधीर तिवारी और पत्नी गौरी तिवारी की बेटी सिमरन तिवारी का विवाह अहमदाबाद के एक व्यवसायी दिव्य गांधी से हुआ है। सिमरन अहमदाबाद में जॉब करती हैं, जबकि दिव्य गांधी का अहमदाबाद में कारोबार है। 9 फरवरी को सगाई की रस्म पूरी होने के बाद विवाह की तारीख 20 अप्रैल तय हो गई थी। लेकिन, कोरोना के कारण देशभर में तालाबंदी हो गई। ऐसे में वे अहमदाबाद नहीं जा सके।

सिमरन के माता-पिता ऑनलाइन शादी में शामिल हुए और बेटी को आशीर्वाद दिया।

अहमदाबाद में जॉब करती है सिमरन

सिमरन चूंकि अहमदाबाद में ही थी, इसलिए दोनों परिवारों ने विवाह उसी तिथि पर करना तय किया। इसके बाद अहमदाबाद में एक छोटा सा कार्यक्रम किया गया, इसमें मेंहदी, हल्दी और मंडप समेत जैसी सभी रस्मों को ससुरालवालों ने भी निभाया। इसके बाद विवाह सात फेरे से लेकर विदाई तक का कार्यक्रम ससुरालवालों की मौजदूगी में ही संपन्न हुए। सभी कार्यक्रम में सिमरन के माता-पिता शामिल तो हुए, लेकिन वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए। माता-पिता ने बेटी को ऑनलाइन ही आशीर्वाद देकर विदा किया।

माता-पिता बोले- अनुमति नहीं मिली
सिमरन की मां गौरी तिवारी ने बताया कि बेटी चूंकि अहमदाबाद में ही नौकरी करती है। 9 फरवरी को सगाई के समय ही 20 अप्रैल को शादी की डेट पक्की हो गई थी। लॉकडाउन के कारण हमें इंदौर से जाने की अनुमति नहीं मिली। इसके बाद दोनों परिवारों ने उसी डेट शादी करना तय किया। अहमदाबाद में अनुमति शर्ताें के अनुसार मिली और वहां पर जो दोपहर में डेढ़ घंटे की छूट मिली थी, उस दौरान शादी का पूरा कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस दौरान इंदौर से वीडियो कॉल के जरिए हम शादी में शामिल हुए।

Comments 0

Comment Now


Videos Gallery

Poll of the day

जातीय आरक्षण को समाप्त करके केवल 'असमर्थता' को आरक्षण का आधार बनाना चाहिए ?

83 %
14 %
3 %

Photo Gallery