Monday, 9th June 2025

मप्र: लॉकडाउन फेज-2 का आठवां दिन / रायसेन के जिस गांव में मिले थे 10 मरीज वहां सर्वे टीम को घुसने ही नहीं दिया, कोटा से आज दोपहर तक लौट आएंगे प्रदेश के तीन हजार छात्र

Wed, Apr 22, 2020 4:44 PM

 

  • ग्वालियर से 140 बसें राजस्थान पहुंचीं, भोपाल के 71 छात्र भी फंसे, कंट्रोल रूम से मॉनिटरिंग,  इसका हेल्पलाइन नंबर 0755-2597279 और 0755-2527340 है
  • 20 अप्रैल से लॉकडाउन में मिली ढील की तस्वीर साफ हो गई है। जिला कलेक्टरों ने अलग-अलग समय में दुकान खोलने और बंद करने के निर्देश दिए हैं।
 

भोपाल. लॉकडाउन फेज-2 का आठवां दिन है। प्रदेश में कुल संक्रमित 1552 पर पहुंच गई है। इंदौर में 915 और भोपाल 284 संक्रमित मरीज हैं। प्रदेश में 80 लोगों की मौत हो गई है, इसमें सबसे ज्यादा मृतक 52 इंदौर के ही हैं। इधर, कोटा में फंसे प्रदेश के 3 हजार छात्र आज दोपहर तक वापस आ जाएंगे। लॉकडाउन में ढील के चलते जनजीवन सामान्य होने लगा है। वहीं, रायसेन में के जिस मुस्लिम बाहुल्य अल्ली गांव में 10 जमातीयों के कोरोनावायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है उस गांव में सैंपल लेने और सर्वे करने गई स्वास्थ्य विभाग की टीम को घुसने ही नहीं दिया गया। टीम को सूचना मिल चुकी थी कि अगर वे गांव में गए तो उन पर हमला हो सकता है। टीम खेत में करीब ढाई घंटे बैठने के बाद वापस आ गई। 

राजस्थान के कोटा में फंसे प्रदेश के 3191 छात्र-छात्राएं आज दोपहर तक भोपाल आना शुरू हो जाएंगे। पहली बस सिंगरोली जिले के छात्रों को लेकर कोटा से रवाना हो गई है। इसके दोपहर एक बजे तेक शिवपुरी बॉर्डर पर पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। शिवपुरी के अफसर मेडिकल टीम को लेकर रवाना हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि बसों को जिलो की दूरी के हिसाब से रवाना किया जा रहा है। ताकि दूर के जिले वाले छात्र-छात्राओं को परेशान नहीं होना पड़े। 

हर जिले से एक टीम अपने-अपने जिले के छात्र-छात्राओं के लेने के लिए राजस्थान की सीमा से लगने वाले जिलों के बॉर्डर पर पहुंच रही हैं। यहां से बच्चों को जिलों के अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया जाएगा। इसके लिए हर जिले में एक कंट्रोल रूम भी बनाए गए हैं। कंट्रोल रूमे के फोन नंबर पालकों को दिए गए हैं। सभी छात्र-छात्राओं की मध्य प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते ही स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके बाद उन्हें अपने जिले के लिए रवाना किया जाएगा। इसमें काफी समय लग सकता है। बॉर्डर से स्वास्थ्य परीक्षण के बाद छात्र-छात्राएं अपने-अपने जिलों के मुख्यालय पर पहुंच जाएंगे। यहां उन्हें अलग-अलग स्थानों पर 14 दिन के लिए क्वारैंटाइन किया जाएगा। 

भोपाल में बना स्टेट कंट्रोल रूम
बसों पर निगरानी रखने व रास्ते में कोई समस्या न हो, उसके लिए भोपाल में स्टेट लेवल का कंट्रोल रूम बनाया गया है। छह कर्मचारी इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इसका हेल्पलाइन नंबर 0755-2597279 और 0755-2527340 है। इसके अलावा टोल-फ्री नंबर 1099 पर भी जानकारी ली जा सकती है। यहां से पालक अन्य जिलों के नंबर भी ले सकते हैं। 


अलग-अलग समय में खुलेंगे बाजार

20 अप्रैल से लॉकडाउन में मिली ढील की तस्वीर साफ हो गई है। जिला कलेक्टरों ने अलग-अलग समय में दुकान खोलने और बंद करने के निर्देश दिए हैं। नए नियमों का सख्ती से पालन कराने के आदेश भी दिए गए हैं। दुकानदारों को चेतावनी दी गई है कि जिस दुकान पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होगा उस पर जुर्माना किया जाएगा। प्रदेश के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर मालनपुर और मंडीदीप की दवाई बनाने वाली कंपनियों में काम शुरू हो गया है। अन्य फैक्ट्रियों में भी धीरे-धीर अगले सप्ताह की शुरुआत तक काम शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। लेकिन, कई फैक्ट्री उस समय तक शुरू नहीं हो सकती जिनमें मजदूर अधिक लगते हैं। 

गुना। लॉकडाउन में ढील मिलते ही ग्रीन जोन जिलों में पहले की तरह चहल-पहल दिखने लगी है। 

भोपाल समेत पांच शहरों में 3 तक बंद रहेंगे सरकारी दफ्तर

लॉक डाउन के दौरान सरकारी दफ्तर खोलने को लेकर सरकार ने फिर आदेश बदल दिया है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि इंदौर, भोपाल, उज्जैन, धार और खरगौन में 3 मई तक 15 अप्रैल तक की स्थिति ही बरकरार रखने को कहा गया है। यानी 3 मई तक कोई सरकारी दफ्तर नहीं खुलेगा। ऐसे जिले जहां पिछले 14 दिन में कोई कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला है वहां 33 फीसदी स्टाफ के साथ कामकाज शुरू किया जा सकता है। जिलों में रोजाना स्थितियां बदल रहीं हैं इसलिए स्थानीय स्तर पर निर्णय लिया जा सकेगा।

पुलिस मुख्यालय का आदेश जरूरी हो तो ही दफ्तर आएं
पीएचक्यू ने नया आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया कि गैर मैदानी अमले के पुलिस अधिकारी व कर्मचारी घर से ही काम करें। बहुत जरूरी हो तो ही दफ्तर आएं।

जिस गांव में 10 मरीज, वहां सर्वे करने पहुंची स्वास्थ्य टीम को ग्रामीणों ने भगाया

रायसेन के जिस अल्ली गांव में 10 कोरोना के मरीज मिले थे, वहां के ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग की सर्वे टीम को मंगलवार को गांव में घुसने तक नहीं दिया। यह टीम गांव के बाहर खेत में ढाई घंटे तक बैठी रही और गांव के लोगों को सर्वे करने के लिए मनाती रही, लेकिन गांव के लोग किसी भी प्रकार के सर्वे के लिए तैयार नहीं हुए। ऐसी स्थिति में यह टीम बिना सर्वे के ही वापस लौट आई। ऐसा भी बताया जा रहा है कि यदि सर्वे टीम गांव में घुसती तो उस पर हमला भी हो सकता था। 


प्रदेश में कुल संक्रमित 1552: इंदौर 915, भोपाल 284, खरगोन 41, धार 41, खंडवा 32, उज्जैन 33, होशंगाबाद 25, बड़वानी और रायसेन में 24-24, जबलपुर 26, देवास 20, मुरैना 16, विदिशा 13, रतलाम 9, मंदसौर 8, आगर मालवा 11, ग्वालियर* 3, शाजापुर 6, श्योपुर और छिंदवाड़ा 4-4, अलीराजपुर 3, शिवपुरी और सागर में 2-2, बैतूल, टीकमगढ़, राजगढ़, डिंडोरी में एक-एक संक्रमित मिला। एक अन्य राज्य का संक्रमित है।

  • 148 लोग अब तक स्वस्थ्य हुए: इंदौर 71, भोपाल 35, खंडवा 8, जबलपुर 6, उज्जैन 5, खरगोन 3, मुरैना 14, ग्वालियर* 2, शिवपुरी 2, शाजापुर-रायसेन में एक-एक स्वस्थ होकर घर भेजे गए।
  • अब तक 80 की मौत: इंदौर 52, भोपाल 7, उज्जैन 7,  देवास 6, खरगोन 3, आगर-मालवा, जबलपुर, धार, मंदसौर और छिंदवाड़ा में एक-एक की मौत हुई।

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