Friday, 6th June 2025

छत्तीसगढ़ में कोरोना का कहर / बसें बंद हैं, एंबुलेंस भी नहीं मिली तो बीमार बच्चे को गोद में लेकर 12 किमी दूर अस्पताल पहुंची महिला

Mon, Apr 6, 2020 1:20 AM

 

  • समेली पीएचसी के आरएमए अतीक अंसारी ने बताया कि बीते महीनेभर से एंबुलेंस में कोई ड्राइवर नहीं है
  • गंभीर मामलों में वे अस्पताल स्टाफ के साथ खुद ही मरीज को लेने जाते हैं। पीएचसी को दो साल पहले एंबुलेंस दी गई थी

 

नकुलनार. ये तस्वीर समेली-अरनपुर मार्ग पर बीमार बच्चे को लेकर जा रही महिलाओं की है। लॉकडाउन में बसें भी बंद हैं। साथ ही एंबुलेंस भी इस इलाके में एंबुलेंस भी नहीं मिल पा रही है। शनिवार को समेली-अरनपुर मार्ग पर दो बच्चों को लेकर महिलाएं कड़ी धूप में पैदल जा रहीं थीं, जिन्होंने बताया कि बच्चे की तबीयत खराब होने से उन्हें अस्पताल में इलाज के लिए ले जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 12 किमी दूर पेड़का गांव से पैदल आ रहे हैं। महिला जोगी ने बताया कई दिन से बच्चे की तबीयत खराब है और अरनपुर से चलने वाली सभी बसें बंद हैं। वहीं एंबुलेंस की सुविधा भी उन्हें नहीं मिल पा रही है। अब वापस भी पैदल जाएंगी। 

महीने भर से एंबुलेंस चलाने वाला कोई नहीं
समेली पीएचसी के आरएमए अतीक अंसारी ने बताया कि बीते महीनेभर से एंबुलेंस में कोई ड्राइवर नहीं है। गंभीर मामलों में वे अस्पताल स्टाफ के साथ खुद ही मरीज को लेने जाते हैं। पीएचसी को दो साल पहले एंबुलेंस दी गई थी, लेकिन यहां ड्राइवर की कोई व्यवस्था नहीं की गई। पिछले दिनों डीएमएफटी मद से स्थानीय स्तर पर एक ड्राइवर रखा गया था, लेकिन कई महीनों तक वेतन नहीं मिलने से चालक जाेगा ने नौकरी छोड़ दी। सीएमएचओ डॉ. एसपी शांडिल्य ने बताया कि स्टाफ से चर्चा कर ड्राइवर की व्यवस्था की जाएगी।

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