Thursday, 22nd May 2025

अमानवीय / क्वारैंटाइन सेंटर से लौटे अस्पताल कर्मी के 8 परिजन काे मकान मालिक ने घर में नहीं घुसने दिया, पुलिस ने दूसरी जगह ठहराया

Wed, Apr 1, 2020 4:52 PM

 

  • 2 छाेटे बच्चों के साथ प्रशासन से मदद की गुहार लगाते रहे, बाइपास पर ही कटी रात
  • स्थानीय लोगों के विरोध के कारण मकान मालिक ने जगह खाली कराई

 

पटना. हाेटल पाटलिपुत्र अशाेक स्थित क्वारैंटाइन सेंटर से डिस्चार्ज हाेने के बाद शरणम अस्पताल के वार्ड ब्वाॅय के 8 परिजन काे मकान मालिक ने घर में प्रवेश करने से राेक दिया। खेमनीचक में प्रवेश करने पर लाेग विराेध करने लगे। इस कारण, पूरा परिवार सड़क के किनारे बैठकर प्रशासन से गुहार लगाता रहा। मंजू देवी ने कहा कि कोई हमारी मदद के लिए आगे नहीं आ रहा है। रात में दाे छाेटे बच्चाें काे लेकर हमलाेग सड़क पर कैसे रहेंगे? काेराेना पॉजेटिव मुंगेर के युवक की मृत्यु एम्स में हुई थी। एम्स में जाने से पहले उसका इलाज शरणम अस्पताल में हुआ था।

इसके कर्मियों के काेराेना पॉजेटिव पाए बाद पूरे अस्पताल काे सील करने के साथ कर्मियों सहित पूरे परिवार की एनएमसीएच में जांच कराई गई थी। 27 मार्च काे जांच के बाद अस्पताल के 42 लाेगाें काे हाेटल पाटलिपुत्र स्थित क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया था। जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद मंगलवार काे इनको छुट्टी दे दी गई। फिर प्रशासन ने इन्हें एम्बुलेंस से खेमनीचक स्थित अस्पताल के पास पहुंचवाया। यहां से सभी कर्मी अपने घर लाैट गए। लेकिन, खेमनीचक में किराए पर रहने वाले अस्पताल कर्मी के 8 परिजनों काे मकान मालिक ने घर में घुसने नहीं दिया।

 
अलग-अलग रहने की दी गई हिदायत : क्वारैंटाइन सेंटर से छुट्टी देने के दाैरान डॉक्टरों की टीम ने सभी काे अलग-अलग 10 दिनाें तक रहने की हिदायत दी है। इस दाैरान कोई परेशानी हाेने पर तत्काल फाेन कर प्रशासन से संपर्क करने, बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है।

आज कराया जाएगा कमरे को सैनिटाइज

सूचना मिलने के बाद रामकृष्णा नगर के थानेदार पहुंचे। मकान मालिक ने कहा कि शरणम का वार्ड ब्वाॅय पॉजिटिव पाया गया है। वह इस कमरे में रह चुका है। कमरे काे प्रशासन ने सैनिटाइज नहीं कराया है। इस पर थानाध्यक्ष ने प्रशासन काे सूचना दी। प्रशासन ने बुधवार काे सैनिटाइज कराने का आश्वासन दिया। अस्पताल प्रबंधन ने वार्ड ब्वाॅय के परिजनों काे रात में ठहरने का प्रबंध 90 फीट रोड में कराया गया था। लकिन वहां के लोगों के विरोध के बाद मकान मालिक ने जगह खाली करवा दी। इसके बाद सारे परिवार बाइपास किनारे बैठ कर प्रशासन से गुहार लगाते रहे। 

युवक के बाेधगया जाने की व्यवस्था नहीं

हाेटल पाटलिपुत्र अशाेक स्थित क्वारेंटाइन सेंटर में जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद थाइलैंड निवासी फरा पाेंगपट कमजई काे बाेधगया जाना था। लेकिन, प्रशासन ने नाम काट कर छाेड़ दिया। इसकी जानकारी मिलने के बाद दैनिक भास्कर ने उप विकास आयुक्त रिची पांडेय काे जानकारी दी। इसके बाद थाइलैंड निवासी से प्रशासन ने संपर्क किया। इस दाैरान एम्बुलेंस से बाेधगया पहुंचाने का आश्वासन दिया।

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