दंतेवाड़ा. नक्सलियों को मार गिराने वाले 38 जवानों और पुलिस अफसरों को आउट-ऑफ टर्न प्रमोशन मिल गया है। डेढ़ सालों से जवानों को इसका इंतजार था। क्योंकि जुलाई 2018 के बाद हुई मुठभेड़ों में नक्सलियों को मारने वाले एक भी जवान को आउट-ऑफ टर्न नहीं मिला था।
मंगलवार को डीजीपी डीएम अवस्थी द्वारा सुकमा के 60 से ज्यादा जवानों को आउट-ऑफ टर्न प्रमोशन देने के बाद दंतेवाड़ा के जवानों को भी इंतजार था। डीजीपी ने बुधवार को दंतेवाड़ा के जवानों की सूची भी जारी कर दी। ये जवान 2018 की दो व 2019 की सफल मुठभेड़ों में शामिल रहे हैं। 5 निरीक्षक, एक कम्पनी कमांडर, 3 एसआई, 10 एएसआई व 19 प्रधान आरक्षक के रूप में पदोन्नत हुए हैं।
डेढ़ साल की 12 मुठभेड़ों में जवानों ने 23 नक्सलियों को मार गिराया है। इनमें 1 लाख से लेकर 8 लाख रुपए तक के इनामी नक्सली हैं। एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने कहा कि आउट-ऑफ टर्न के लिए जिन जवानों के नाम भेजे थे, मजिस्ट्रियल जांच पूरी होने के बाद उन 38 जवानों के आउट-ऑफ टर्न की सूची जारी हो गई है। साल 2020 में 19 मार्च को पहली सफल मुठभेड़ गमपुर में हुई। यहां एक नक्सली को जवानों ने एनकाउंटर में मारा था। इस मुठभेड़ में शामिल जवानों के नाम भी पुलिस मुख्यालय को भेजने की तैयारी है।
इन्हें मिला आउट ऑफ टर्न
संजय पोटाम निरीक्षक, विजय यादव निरीक्षक, प्रकाशकान्त निरीक्षक, अनिल पटेल, अश्वनी सिन्हा निरीक्षक, जय वीरेश यादव कमांडर, सुरेश कश्यप एसआई, चैतराम गुरूपंच एसआई, राजेश कुमार एसआई, ताती मुकेश , चंद्रशेखर साहू, आयतू राम, कोसा कुंजाम, राजेन्द्र प्रसाद, , विनय मिश्रा, जय मंगल श्यामले, कृष्णा राम, रेमन साहू व सोमारू कड़ती एएसआई बनाए गए हैं। प्यारस मिंज, लवकुश मरकाम, लेखराम पैकरा, बुधराम कोरसा, सुभाष मंडावी, अमृत लकड़ा, भूपेंद्र ठाकुर, रविन्द्र यादव, हरिनारायण, प्रेमलाल, नंदू हेमला, सगरूराम भास्कर आदि प्रधान आरक्षक बनाए गए हैं।
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