रायपुर. महाराष्ट्र में कोरोना के संदिग्ध लगातार सामने आते जा रहे हैं। देश में सबसे ज्यादा वहीं अभी तक पहचान किए गए हैं। इस बीच शनिवार को महाराष्ट्र सरकार ने छत्तीसगढ़ के मजदूरों को 6 बसों से रवाना कर दिया है। ये बसें प्रदेश के बॉर्डर तक मजदूरों को लेकर आएंगी। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने बैठक करते हुए महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इसके तहत अब बाहर से लौटने वालों पर नजर रखने के लिए गांव-गांव में मुनादी कराई जाएगी।
संदिग्धों को अस्पताल, बाकी को रखा जाएगा होम आइसोलेशन पर
महाराष्ट्र से इन मजदूरों को भेजने की सूचना राज्य सरकार को दे दी गई है। महाराष्ट्र बॉर्डर पर परिवहन, स्वास्थ्य और जिला प्रशासन की टीमें तैनात कर दी गई हैं। वहां पर इन सबकी जांच होगी। संदिग्ध मरीज़ों को वहीं से अस्पताल ले जाया जाएगा, जबकि बाकी लोगों को होम आइसोलेशन में रखा जा सकता है। बॉर्डर से सभी को छत्तीसगढ़ की बसों से लाने का और गंतव्य तक पहुंचाने का इंतजाम किया जा रहा है।
डाॅक्टर और मेडिकल स्टाफ के लिए अलग आवासीय व्यवस्था
रायपुर में स्टेट कमांड, स्वास्थ्य विभाग, केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की हुई संयुक्त बैठक में विदेश से लौटे लोगों की जांच कराकर आवश्यकतानुसार होम आइसोलेशन या क्वारेंटाइन सेंटर में रखने के निर्देश दिए गए। बाहर से लौटने वालों पर नजर रखने और इस बारे में लोगों को जागरूक करने कोटवारों के माध्यम से सभी गांवों में मुनादी करवाई जाएगी। बाहर से लौटने वालों को जरूरी सतर्कता एवं सावधानियों के बारे में बताया जाएगा।
स्वास्थ्य सचिव ने बैठक में भारत सरकार की ओर से निर्धारित दरों पर मास्क और हैंड सैनिटाइजर की उपलब्धता सुनिश्चित कराने नियंत्रक, खाद्य एवं औषधि प्रसाधन को निर्देशित किया। सभी अस्पतालों में भी पर्याप्त संख्या में इसकी आपूर्ति सुनिश्चित करने कहा। बैठक में अस्पतालों एवं क्वारेंटाइन सेंटर्स में संदिग्धों की देखभाल और इलाज में लगे डॉक्टरों व अन्य मेडिकल स्टॉफ के लिए पृथक आवासीय व्यवस्था और लॉजिस्टिक्स के संबंध में भी निर्देश दिए गए।
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