रायपुर. छत्तीसगढ़ के रायपुर में पहले तो एक कार सवार ने मोपेड पर पत्नी के साथ जा रहे मेडिक कॉलेज के रिटायर्ड प्राचार्य को टक्कर मार दी। बुजुर्ग ने जब इसका विरोध किया तो कार चला रहा 16 साल का किशोर नीचे उतरा और कॉलोनी की बीच सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर उन्हें रॉड से पीटा। लहूलुहान बुजुर्ग किसी तरह जान बचाकर घर में घुसे। पूरी घटना कॉलोनी में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। बुजुर्ग ने डीडी नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी से पहले ही उसे जमानत पर छोड़ दिया।
जानकारी के मुताबिक, सुंदर नगर निवासी डॉ. एमपी गुप्ता वे सरकारी कॉलेज के रिटायर्ड प्राचार्य हैं। वे 29 फरवरी को अपनी पत्नी के साथ मोपेड से मार्केट गए थे। शाम करीब 5.30 बजे वहां से लौट रहे थे। इसी दौरान घर के पास मोड़ को एक काले रंगे की कार ने उन्हें टक्कर मार दी। इस पर उन्होंने चालक को देखकर कार चलाने की नसीहत दी। आरोप है कि कार से 16 साल का किशोर उतरा और उसने गाली गलौज शुरू कर दी। साथ ही बुजुर्ग को देखकर चलने की नसीहत दी। इसको लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ।
मुंहबोली बहन के घर के बाहर कार रोकी तो परिचय पूछने पर रॉड लेकर दौड़ाया
इसके बाद बुजुर्ग डॉक्टर घर की ओर बढ़ गए। उनके पीछे-पीछे कार भी आई, जो उनकी मुंह बोली बहन के घर के पास रुक गई। तब उन्होंने नाबालिग से परिचय पूछा कि वह उनकी मुंह बाेली बहन का क्या लगता है। इसपर वह भड़क गया और हाथापाई शुरू कर दी। आरोप है कि किशोर ने अपनी कार से राॅड निकाला और दौड़ाने लगा। बुजुर्ग का आरोप है कि नाबालिग ने राॅड से लगातार हमला किया। उनके सिर और हाथ पर मारा। इससे उनका हाथ फ्रेक्चर हो गया। वे किसी तरह अपने घर में घुसे और दरवाजा बंद कर जान बचाई।
उनके ऊपर हमला होते हुए कॉलोनी वालों ने भी देखा। उनके हाथों का ऑपरेशन हुआ है। हाथ में 12 टांके भी लगे हैं। उनके सिर और पीठ पर भी चोट आई है। घटना से वे बहुत डरे हुए हैं। आरोप है कि पुलिस ने गंभीर चोट के बाद भी हत्या की कोशिश का केस दर्ज नहीं किया है। अब भी उनकी जान को खतरा है। वहीं डीडी नगर पुलिस ने बताया कि रिटायर्ड प्राचार्य गुप्ता की शिकायत पर तुरंत केस दर्ज किया गया। डॉक्टरों ने सामान्य चोट बताई है। मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर केस दर्ज किया गया है।
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