खेल डेस्क. देश में बढ़ते कोरोनावायरस के मामलों को देखते हुए बीसीसीआई ने आईपीएल के दौरान खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर गवर्निंग काउंसिल की बैठक बुलाई है। इसमें सभी 8 फ्रेंचाइजी के प्रतिनिधी भी शामिल हैं। बैठक में आईपीएल शेड्यूल और फॉर्मेट के अलावा फैन्स की एंट्री पर भी फैसला हो सकता है। एक दिन पहले ही बीसीसीआई ने आईपीएल को 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया था। पहले यह 29 मार्च से होना था, लेकिन कोरोनोवायरस और विदेशियों के वीजा पर प्रतिबंध होने की वजह से बीसीसीआई ने फिलहाल इसे नहीं कराने का फैसला लिया है।
56 नहीं 40 दिन का हो सकता है आईपीएल
यदि फिर कोई दिक्कत नहीं आती और बीसीसीआई 15 अप्रैल से आईपीएल शुरू करती है तो उसके पास इसके आयोजन के लिए सिर्फ 40 दिन बचेंगे। क्योंकि उसके बाद दूसरी इंटरनेशनल टीमों के आईसीसी फ्यूचर टूर प्रोग्राम (एफटीपी) हैं। यानी, दूसरी टीमों का इंटरनेशनल मैचों का शेड्यूल है। आईपीएल में काफी विदेशी खिलाड़ी भी शामिल होते हैं। ऐसे में विदेशी टीमें अपने खिलाड़ियों को वापस बुला लेंगी।
5 जून को हो सकता है फाइनल
दो सप्ताह देरी के कारण संभावना है कि टूर्नामेंट 5 जून तक चल सकता है। इसकी संभावना बहुत कम है, क्योंकि इंग्लैंड-वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज 4 जून से शुरू हो रही है। ऐसे में यह खिलाड़ी मई के अंत में ही आईपीएल छोड़ देंगे। पहले फाइनल 24 मई को होना था। बीसीसीआई पर 60 मैचों को टाइट शेड्यूल में कराने का काफी दबाव है। नए शेड्यूल के मुताबिक एक दिन में दो मैच ज्यादा हो सकते हैं। लेकिन, ब्रॉडकास्टर और खिलाड़ी दोपहर में ज्यादा मैच नहीं खेलना चाहते हैं। मौजूदा शेड्यूल के मुताबिक सिर्फ 6 रविवार को ही 2 मैच रखे गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, सभी 8 टीमों के बीच 60 मैच एक या दो स्टेडियम में ही कराए जा सकते हैं। गवर्निंग काउंसिल और सभी फ्रेंचाइजी के बीच भी इसको लेकर मतभेद नहीं हैं। हालांकि इससे टीमों को अपने घर में मैच नहीं होने का नुकसान उठाना पड़ेगा।
खाली स्टेडियम में हो सकते हैं मैच
कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप देखकर लग रहा है कि यह 15 अप्रैल तक भी काबू में नहीं होगा। ऐसे में आईपीएल के सभी मैच बगैर दर्शकों के ही कराए जाने पर सहमति बन सकती है। केंद्र सरकार का वीजा प्रतिबंध भी हटने के कारण विदेशी खिलाड़ी इसमें शामिल हो सकेंगे। हालांकि मैच की टिकट्स बिक्री नहीं होने से एक फ्रेंचाइजी को करीब 300 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो सकता है। एक टीम खिलाड़ी से लेकर मेडिकल समेत अन्य स्टाफ पर 300 से 500 करोड़ रुपए खर्च करती है।
लोगों की सुरक्षा ही हमारी प्राथमिकता: गांगुली
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा था, ‘बीसीसीआई स्टेक होल्डर्स और आम जनता के हितों को लेकर चिंतित है। हम जरूरी कदम उठा रहे हैं। हम चाहते हैं कि फैंस सहित आईपीएल से जुड़े सभी लोगों को सेफ क्रिकेट का अनुभव मिले। हम खेल मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय और केंद्र व राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है।’ बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा कि लोगों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है।
15 अप्रैल तक वीजा प्रतिबंध के कारण विदेशी खिलाड़ी नहीं आ सकते
केंद्र सरकार ने कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बाद बुधवार को यात्रा और वीजा से जुड़े कुछ प्रतिबंध लगाए थे। इसके तहत भारत आने वाले विदेशी नागरिकों के वीजा 13 मार्च से 15 अप्रैल तक के लिए सस्पेंड कर दिए गए हैं। सिर्फ डिप्लोमैटिक, ऑफिशियल, यूएन और अंतरराष्ट्रीय संस्थान, प्रोजेक्ट और एम्प्लॉयमेंट वीजा को ही छूट दी गई है। आईपीएल में आने वाले विदेशी खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ को बिजनेस वीजा मिलता है। ऐसे में उन्हें भी देश में आने की अनुमति नहीं होगी।
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