इंदौर. रंगपंचमी पर शहर में निकलने वाली ऐतिहासिक गेर पर भी कोरोनावायरस का असर दिखने लगा है। कलेक्टोरेट में हुई बैठक में प्रशासन ने आयोजकों से कहा है कि वह अपील करें कि जिन्हें भी सर्दी, खांसी, बुखार आदि हो वह गेर में नहीं आए, जिससे अन्य कोई भी बीमारी से संक्रमित नहीं हो। वहीं, हिंद रक्षक संगठन के आयोजकों ने कहा कि कोरोना के कारण वह इस बार फाग यात्रा नहीं निकालेंगे, केवल आरती करने के लिए जमा होंगे। वहीं, अन्य समितियों ने गेर निकालने की सहमति दी है।
कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव ने सभी आयोजकों से कहा कि वे जगह-जगह कोरोना वायरस के प्रति जागरूकता के लिए पोस्टर लगाएं, लोगों को जागरूक करें और गेर को पूरी परंपरा और शालीनता से निकालें। इस यात्रा की वीडियोग्राफी भी होगी और इसे यूनेस्को को भेजा जाएगा। आयोजक कमलेश खंडेलवाल ने कहा कि निगम करीब 50 लोगों का दल पॉलीथीन लेकर खड़ा करें, जिससे कोई भी जूता-चप्पल फेंके तो वह इसे जमा कर लें। आयोजकों ने पानी की व्यवस्था करने, कुछ जगह पर हुड़दंग होने पर सख्ती से रोकने की बात भी रखी।
सबसे पहले टोरी कॉर्नर की गेर निकलेगी
बैठक में बताया गया कि सबसे पहले टोरी कॉर्नर की गेर रहेगी। उसके बाद मॉरल क्लब फिर रसिया कॉर्नर की गेर प्रारंभ होगी। ये तीनों गेर सुबह 10 से साढ़े 10 बजेे के बीच शुरू होंगी। सुबह 11 बजे तीनों गेर गोराकुंड चौराहा क्रॉस करेंगी। संगम कॉर्नर की गेर दोपहर साढ़े 12 बजे गोराकुंड पहुंचेगी। गेर के पूर्व के जो परंपरागत मार्ग हैं, उसमें कोई परिवर्तन नहीं होगा।
वॉलेंटियर संभालेंगे व्यवस्था
व्यवस्था बनाए रखने के लिए गेर आयोजक अपने वॉलेंटियर लगाएंगे। इनके नाम और मोबाइल नंबरों के सूची आयोजक संबंधित थाने को उपलब्ध कराएंगे। गेर में अश्लीलता न हो इसका आयोजक विशेष ध्यान रखें। बैठक में डीआईजी रुचिवर्धन मिश्र, नगर निगम आयुक्त आशीष सिंह, एसपी महेशचंद्र जैन, एडीएम बीबीएस तोमर व अधिकारी और समितियों के पदाधिकारी मौजूद थे।
हम परंपरा को जिंदा रखेंगे
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