भोपाल. मध्य प्रदेश में सियासी घमासान के बीच शुक्रवार को बेंगलुरू गए सिंधिया समर्थक विधायकों को तीन विशेष विमान से दोपहर एक बजे भोपाल पहुंचेंगे। सुरक्षा की दृष्टि से एयरपोर्ट से विधानसभा तक से तैनात किए गए सुरक्षा गार्ड लगाए गए हैं। मंत्रियों-विधायकों के गनमैन को एयरपोर्ट पर भेजा गया है। ये विधायकों को एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद सुरक्षा घेरे में लेंगे। ये सभी विधायक और मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के राज्यसभा के लिए नामांकन भरने के दौरान उपस्थित रहेंगे। इसके बाद वह विधानसभा स्पीकर के समक्ष उपस्थित होंगे। ये सभी विधायक विधानसभा स्पीकर को अपना इस्तीफा पहले ही सौंप चुके हैं। स्पीकर एनपी प्रजापति ने इस्तीफा देने वाले 22 विधायकों को गुरुवार को नोटिस जारी कर उपस्थित होने के लिए कहा था। इसमें 6 विधायकों को आज, 7 विधायकों को शनिवार और बाकी 9 विधायकों को रविवार को उपस्थित होने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन, बेंगलुरू से सभी 22 विधायकों को तीन विशेष विमानों से भोपाल लाया जा रहा है।
दिग्विजय सिंह ने कहा- आने वाले विधायकों की कोरोना जांच हो
इधर, संसदीय कार्यमंत्री गोविंद सिंह ने कोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष से बजट सत्र स्थगित करने की मांग का पत्र सौंपा है। साथ ही, दिग्विजय सिंह ने मांग की है कि बेंगलुरू से लौट रहे विधायकों की कोरोनावायरस की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बेंगलुरू में कोरोनावायरस फैला हुआ है।
जो नियमों के तहत मैं वह कर रहा हूं: विधानसभा स्पीकर
इससे पहले मीडिया से बातचीत में विधानसभा स्पीकर एनपी प्रजापति ने कहा था कि, "मैंने सभी विधायकों को नोटिस जारी कर दिया है। अध्यक्ष नियम प्रक्रियाओं के तहत बंधा होता है, जो नियमों में है मैं वह कर रहा हूं।" जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि सरकार अल्पमत में है, ऐसे में अभिभाषण नहीं कराया जा सकता है और फ्लोर टेस्ट कराना होगा। इस पर एनपी प्रजापति ने कहा था- काल्पनिक सवाल मत पूछिए।
भूपेंद्र सिंह ने इस्तीफे स्वीकार करने का अनुरोध किया था
विधानसभा स्पीकर एनपी प्रजापति ने गुरुवार को इस्तीफा देने वाले विधायकों को नोटिस जारी कर उन्हें उपस्थित होने को कहा था। नोटिस में कहा गया था कि विधायकों को स्वयं अध्यक्ष के सामने उपस्थित होना होगा। इसके पहले पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात की थी और उन्हें तीन और विधायकों बिसाहूलाल सिंह, ऐंदल सिंह कंषाना और मनोज चौधरी के इस्तीफ़े सौंपे थे। साथ ही विधायकों का इस्तीफा मंजूर करने का अनुरोध किया था। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि राज्य की कमलनाथ सरकार 'फ्लोर टेस्ट' (सदन में बहुमत साबित करना) के लिए तैयार हैं, लेकिन जब तक विधायकों के इस्तीफों पर फैसला नहीं होगा, फ्लोर टेस्ट कैसे होगा।
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