Wednesday, 30th July 2025

मप्र / धामनोद में 12 वीं की परीक्षा देने गए सिख छात्र की पगड़ी उतरवाई, केंद्राध्यक्ष समेत 3 शिक्षकों को हटाया

Wed, Mar 4, 2020 5:55 PM

 

  • छात्र बोला- पगड़ी उतराने का विरोध किया तो टीचरों ने नियम का हवाला दिया
  • धामनोद के कन्या हायर सेकंडरी स्कूल का मामला, सिख समाज ने जताई आपत्ति

 

धार. धामनाेद में कक्षा 12वीं के पेपर देने गए सिख छात्र की पगड़ी उतरवाने का मामला सामने आया है। बीईओ ने केंद्राध्यक्ष समेत 3 शिक्षकों को हटा दिया गया है। छात्र का कहना है एग्जाम देने गया तो अचानक टीचर बोले- पगड़ी उतारना पड़ेगी। पगड़ी उतरवाकर चेकिंग की गई। मुझे अच्छा नहीं लगा। मामले में सिख समाज ने आपत्ति दर्ज करवाते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।

हरपल सिंह निवासी दूधी सरस्वती स्कूल में कक्षा 12वीं का छात्र है। सोमवार को कन्या हायर सेकंडरी स्कूल में हिंदी का पेपर था। सुबह 8.45 बजे परीक्षा देने पहुंचा। वहां मौजूद केंद्राध्यक्ष सुधा जैन, सहायक केंद्राध्यक्ष एमडी वर्मा, शिक्षक ममता चौरसिया ने हरपल को गेट पर ही रोक लिया और चेकिंग के नाम पर पगड़ी खुलवाई। छात्र ने कहा- यह गलत है। टीचर बोले- यह शासन के नियम हैं। पगड़ी खोलकर ही जांच की जाएगी। छात्र ने पगड़ी खोलकर दी। टीचर ने पगड़ी की जांच की और फिर छात्र को परीक्षा हॉल में जाने दिया।

दोषी शिक्षकों से माफीनामा लिखवाया जाएगा

बीईओ नीता श्रीवास्तव ने बताया- "धामनोद केंद्र पर ऐसी शिकायत मिली थी। मैंने तीनों शिक्षकों से बात की और अधिकारियों को भी इस संबंध में अवगत कराया। प्रारंभिक रूप से शिक्षकों की गड़बड़ी सामने आई। इस पर तीनों शिक्षकों काे हटाने के आदेश दिए हैं। कल मैं खुद केंद्र पर जाऊंगी, अन्य स्टाफ से भी बात करूंगी। दोषी शिक्षकों से माफीनामा लिखवाया जाएगा और जांच में जो भी दोषी होगा, उस पर सख्त कार्रवाई होगी।" इधर, डीईओ मंगलेश व्यास बोले- ऐसा कुछ मेरी जानकारी में नहीं है। इसकी जांच कराउंगा।

विरोध किया तो नियम का हवाला दिया

सिख छात्र हरपलसिंह ने बताया कि जब वह परीक्षा देने गया तो नियमित चेकिंग के दौरान उसकी पगड़ी को खुलवाया गया, हालांकि मैंने इसका विरोध किया और कहा कि पग मत उतरवाओ ये मेरी शान है, लेकिन उन्होंने नियमों का हवाला देकर मेरी पगड़ी उतरवाई। मामले में सिख समाज ने आपत्ति दर्ज कराई है। समाज का कहना है कि यह गंभीर मामला है, इसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। केंद्राध्यक्ष ममता चौरसिया ने कहा कि मैंने सभी से माफी मांगी है, जो कुछ हुआ, अनजाने में हुआ।

Comments 0

Comment Now


Videos Gallery

Poll of the day

जातीय आरक्षण को समाप्त करके केवल 'असमर्थता' को आरक्षण का आधार बनाना चाहिए ?

83 %
14 %
3 %

Photo Gallery