Sunday, 8th June 2025

इंदौर / साेशल मीडिया पर पाेस्ट डालने को लेकर विधायक मालिनी गाैड़ के बेटे और भांजे के समर्थकाें में मारपीट

Wed, Mar 4, 2020 5:38 PM

 

  • भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए महापौर परिषद के पूर्व सदस्य को लेकर डाली गई थी पोस्ट
  • लिखा था- अभी तो यह शुरूआत है, बहुत लोग जाएंगे चार नंबर से

 

इंदौर. भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए महापौर परिषद के पूर्व सदस्य शंकर यादव को लेकर सोशल मीडिया पर डाली गई एक पोस्ट से मंगलवार को भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में विवाद हो गया। इसमें पहले गौड़ परिवार से जुड़े कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हुए, फिर गौड़ परिवार के सदस्य ही समर्थकों की पैरवी करते हुए आपस में उलझ गए। इस दौरान विधायक मालिनी गौड़ के बेटे एकलव्य और भांजे लोकेंद्र सिंह राठौर के समर्थकों में मारपीट हो गई।

पुलिस के मुताबिक, घटनाक्रम शाम साढ़े चार बजे बैंक कॉलोनी रोड पर श्रीजी ज्यूस सेंटर से शुरू हुआ। दुकान मालिक गजेंद्र यादव ने शंकर यादव के कांग्रेस में जाने पर फेसबुक पर लिखा कि अभी तो शुरुआत हुई है। बहुत सारे जाएंगे चार नंबर से। इस कमेंट के बाद दुकान पर बैठने वाले मनोज जैन को कुछ लोगों ने फोन कर धमकाया और कहा कि तुम दुकान बंद कर दो। बताया जा रहा है कि ये फोन एकलव्य के समर्थकों ने किया था।

वह दुकान बंद करता, तब तक एकलव्य के साथी जतीन, पृथ्वीचंदन शिव के साथ 10-15 अन्य लोग गाड़ियों से वहां पहुंचे और मनोज को दुकान से बाहर निकाला। कर्मचारी व अन्य लोगों को भी बाहर कर शटर गिरा दिया और दुकान पर ताले डाल दिए। इन्होंने बाहर रखी टेबल-कुर्सी भी फेंक दी। सूचना मिलते ही दुकान मालिक गजेंद्र साथियों के साथ वहां पहुंचा। एकलव्य समर्थक और गजेंद्र के साथी आमने-सामने हो गए व मारपीट हो गई। इसी दौरान गजेंद्र के समर्थन में पूर्व पार्षद लोकेंद्र सिंह राठौर व राजसिंह गौड़ भी पहुंचे तो गौड़ परिवार के लोग आपस में लड़ लिए। 

समझौते की बात चल रही थी, डीआईजी ने केस दर्ज करवाया
थाने में गजेंद्र ने एकलव्य के साथियों के खिलाफ शिकायत करना चाही तो लोकेंद्र ने परिवार का मामला बताकर समझौता करने को कहा। इसी बीच तोड़फोड़, हंगामे की बात डीआईजी रुचिवर्धन मिश्र तक पहुंची तो उन्होंने केस दर्ज करने के निर्देश दिए। पुलिस ने गजेंद्र की रिपोर्ट पर आरोपी जतीन और पृथ्वीचंदन, शिव के खिलाफ दुकान में घुसकर मारपीट व तोड़फोड़ का केस दर्ज किया।

Comments 0

Comment Now


Videos Gallery

Poll of the day

जातीय आरक्षण को समाप्त करके केवल 'असमर्थता' को आरक्षण का आधार बनाना चाहिए ?

83 %
14 %
3 %

Photo Gallery