नेपानगर. कोरोनावायरस से प्रभावित देश ईरान से नेपानगर निवासी युवक 22 दिन पहले घर लौटा लेकिन स्वास्थ्य विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगी। 22 दिन बाद अब जाकर स्वास्थ्य विभाग जागा है। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग का अमला नेपानगर स्थित युवक के घर पहुंचा। हालांकि उसमें कोरोना वायरस के लक्षण नहीं पाए गए हैं, लेकिन ऐहतियातन स्वास्थ्य विभाग ने युवक सहित उसके परिजन को जरूरी परामर्श दिया है। युवक को 28 दिन तक उसके घर में ही स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में रखा जाएगा।
नेपानगर निवासी युवक ईरान में पिछले तीन साल से मर्चेंट नेवी में कार्यरत है। वह कुवैत सहित अन्य देशों में भी आता-जाता रहा है। ईरान में कोरोना वायरस के मरीज मिलने पर वह ढाई महीने की छुट्टी लेकर नेपानगर आया है लेकिन प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना वायरस को लेकर सतर्कता बरती जाने के माहौल में भी स्वास्थ्य विभाग को युवक के ईरान से नेपानगर पहुंचने की भनक तक नहीं लगी। 22 दिन बाद ही सही स्वास्थ्य विभाग ने युवक को अपनी निगरानी में रखा है।
मुंबई एयरपोर्ट पर भी हुई थी जांच
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार युवक की मुंबई एयरपोर्ट पर भी जांच हुई थी। वहां भी उसमें कोई लक्षण नहीं पाए गए थे। इसलिए उसे यहां आने दिया गया।
एनएनएम व परिजन को ताकीद, दूर से करें बातचीत
जिला महामारी नियंत्रक रवींद्रसिंह राजपूत के अनुसार युवक कोरोना वायरस से प्रभावित नहीं है लेकिन डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन के मुताबिक उसे 28 दिन तक निगरानी में रखना जरूरी है। लगातार 28 दिन के लिए यहां एक एएनएम की ड्यूटी लगाई गई है। उसे मास्क दिए गए हैं। साथ ही एएनएम और युवक के परिजन को ताकीद किया गया है कि वह 28 दिन तक युवक से दूर से ही बात करें। वह खांसता या छींकता है तो दूरी बनाए रखें।
11 फरवरी को ईरान से निकला था, 12 को नेपानगर पहुंचा
28 वर्षीय युवक मसक एरिया निवासी है। 11 फरवरी को वह ईरान से रवाना होकर उसी दिन मुंबई के छत्रपति शिवाजी एअरपोर्ट पहुंचा। यहां से 12 फरवरी को नेपानगर आया। 2 मार्च को घर-घर सर्वेलेंस में स्वास्थ्य विभाग को पता चला कि युवक ईरान से आया है। सोमवार को महामारी नियंत्रक रवींद्रसिंह राजपूत, सुपरवाइजर महेश वर्मा व एएनएम सीमा सोनवणे उसके घर पहुंचे। हालांकि युवक पूरी तरह स्वस्थ है और उसमें कोरोना वायरस के लक्षण नहीं मिले हैं। फिर भी एेहतियात के तौर स्वास्थ्य विभाग द्वारा उसे विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइन के अनुसार 28 दिन तक उसके घर में ही विभाग की निगरानी में रखा गया है।
युवक की संपूर्ण जानकारी लेकर सेल्फ रिपोर्टिंग फार्म भोपाल भेज दिया गया है। होम आईसोलेशन की जानकारी से युवक और परिवार के अन्य सदस्यों को परामर्श दिया गया है। जानकारी देरी से मिली, लेकिन अब विभाग अलर्ट हो गया है।रवींद्रसिंह राजपूत, जिला महामारी नियंत्रक
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