छतरपुर. जिले के बमीठा थाना क्षेत्र के मझगुवां हार में सिंचाई के पानी को लेकर तीन लोगों ने पीट-पीटकर एक किसान की हत्या कर दी। खेत में बने कुएं से सिंचाई करने को लेकर दो पक्षों में मंगलवार को विवाद हो गया था। विवाद बढ़ने पर किसान ने दूसरे पक्ष के एक व्यक्ति के साथ मारपीट कर दी थी। इससे नाराज विरोधियों ने किसान को खेत में घेरकर बंधक बनाया और लाठियों से पीटकर मरणासन्न कर दिया। गंभीर हालत में घायल को परिजन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां से डॉक्टरों ने उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया, लेकिन रवाना होने से पहले अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
सद्दूपुरा गांव का मोहन पटेल (36) मंगलवार की दोपहर अपने खेत की सिंचाई कर रहा था। इस दौरान गांव का हरिराम मिश्रा आया और कुएं से सिंचाई करने से मोहन को रोका। माेहन ने हरिराम की पिटाई कर दी। नाराज हरिराम घर चला गया और अपने भाई अनारी मिश्रा उर्फ जगप्रसाद मिश्रा और पिता विशाली मिश्रा के साथ मजगुवां हार स्थित खेत पर पहुंचा। मोहन को अकेला पाकर आरोपियों ने उस पर हमला कर दिया। तीनों ने उसे वहीं पर बंधक बनाया और जमकर लाठियों से पीटा। कुछ समय बाद उसे बंधन मुक्त किया और लाठियों से तब तक पीटते रहे, जब तक मोहन अचेत नहीं हो गया। करीब 2 घंटे तक हुई मारपीट मोहन के अचेत होने पर तीनों आरोपी उसे घसीटते हुए पास में मौजूद राई के खेत में डाल दिया और मौके से फरार हो गए।
देर रात हो गई थी मौत
करीब 3 बजे होश आने पर मोहन ने परिजनों को मोबाइल से फोन करते हुए अपने साथ हुई मारपीट के बारे में बताते हुए खेत पर बुलाया। परिवार के लोग ऑटो लेकर खेत पर पहुंचे और उसे बमीठा अस्पताल लेकर गए। वहां के ड्यूटी डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार देते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल के ड्यूटी डॉक्टर ने घायल का जांच करने के बाद मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। ग्वालियर रवाना होने से पहले ही देर रात उसकी मौत हो गई।
हडि्डयां टूटने से हुई मौत
जिला अस्पताल चौकी प्रभारी प्रभुदयाल ने बताया- बुधवार सुबह जब ड्यूटी डॉक्टर विशाल तोमर ने शव का पोस्टमार्टम किया तो उसके शरीर की एक भी हड्डी ठीक नहीं पाई गईं। शरीर का कोई भी स्थान ऐसा नहीं था जहां पर उसे मारपीट कर चोट न पहुंचाई गई हो। माना जा रहा है कि शरीर की कई हडि्डयां टूटने से ही उसकी मौत हुई है। बमीठा थाना प्रभारी जसवंत सिंह ने बताया तीनों आरोपियों पर हत्या की धारा 302 का मामला दर्ज किया है। आराेपी फरार हैं। इसके साथ ही गांव के दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
कुएं से सिंचाई है विवाद की जड़
कुछ सल पहले विशाली मिश्रा के परिजनों ने अपनी कुछ जमीन गांव के एक अहिरवार परिवार को बेच दी। इसके बाद उस अहिरवार परिवार ने यह जमीन मोहन पटेल के परिवार को बेच दी। तभी से इस जमीन पर बने कुएं से पटेल और मिश्रा परिवार मिलकर अलग-अलग दिन सिंचाई करते हैं। मंगलवार को पटेल परिवार को सिंचाई करने का समय था, पर हरिराम मिश्रा जबरन अपने खेत की सिंचाई करना चाहता था। इस बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ और मोहन के साथ इन तीनों ने मिलकर मारपीट करते हुए हत्या कर दी।
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