नई दिल्ली. उत्तर-पूर्व दिल्ली में सीएए विरोधी हिंसा में बुधवार सुबह तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अब हालात काबू करने की जिम्मेदारी एनएसए अजीत डोभाल संभालेंगे। वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कैबिनेट को रिपोर्ट करेंगे। इसके पहले मंगलवार रात डोभाल ने हिंसा प्रभावित सीलमपुर और जाफराबाद का दौरा किया। अफसरों से मीटिंग की। जरूरी निर्देश दिए। वहीं, मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात 12.30 बजे एक वकील की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने सुनवाई की। मुस्तफाबाद हिंसा में घायल लोगों को यहां के अल हिंद अस्पताल से किसी बड़े हॉस्पिटल शिफ्ट करने के आदेश दिए।
होम मिनिस्टर अमित शाह ने बुधवार सुबह शाहदरा हिंसा में घायल डीसीपी अमित शर्मा के परिवार से फोन पर बातचीत की। शाह ने शर्मा की सेहत के बारे में उनके परिजनों से जानकारी ली।
डोभाल संभालेंगे दिल्ली में अमन बहाली की जिम्मेदारी
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) दिल्ली में हालात काबू करने की जिम्मेदारी संभालेंगे। वे प्रधानमंत्री और कैबिनेट को रिपोर्ट करेंगे। मंगलवार देर रात डोभाल ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक और स्पेशल सीपी एसएन. श्रीवास्तव के साथ जाफराबाद और सीलमपुर के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया। स्थानीय लोगों से बातचीत की। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, अफसरों के साथ मीटिंग में डोभाल ने साफ कर दिया कि हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पर्याप्त पुलिस और अर्द्धसैनिक बल तैनात किए जाएंगे।
हाईकोर्ट जज के यहां आधी रात को सुनवाई
मुस्तफाबाद हिंसा में घायल कई लोगों का यहां के अल हिंद अस्पताल में इलाज चल रहा है। मंगलवार देर रात एक वकील ने जस्टिस मुरलीधर को फोन पर अस्पताल के खराब हालात और मरीजों की जानकारी दी। उनसे फौरन दखल की अपील की गई। इसके बाद, जस्टिस मुरलीधर और जस्टिस एजे. भंबानी ने जस्टिस मुरलीधर के घर पर ही सुनवाई की। अल हिंद अस्पताल के डॉक्टर अनवर से फोन पर जानकारी ली। बेंच ने पुलिस को आदेश दिया कि सुरक्षा के बीच घायलों को अल हिंद अस्पताल से जीटीबी या किसी अन्य हॉस्पिटल शिफ्ट किया जाए। अपील में कहा गया था कि मुस्तफाबाद हिंसा में घायल हुए लोगों का उचित इलाज वहां के अल हिंद अस्पताल में संभव नहीं है। लिहाजा, मरीजों और डॉक्टरों को पुलिस सुरक्षा में जीटीबी या किसी अन्य अस्पताल में भेजा जाए। बुधवार दोपहर 2.15 बजे बेंच फिर मामले की सुनवाई करेगी।
अमित शाह ने 24 घंटे में तीन बैठकें कीं
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दंगों पर काबू पाने के लिए गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार रात तक 24 घंटे के अंदर 3 बैठकें कीं। दिल्ली के नए विशेष आयुक्त (कानून व्यवस्था) एसएन श्रीवास्तव के साथ देर रात तक तीन घंटे बैठक चली। इसके बाद एनएसए अजित डोभाल हालात का जायजा लेने के लिए सीलमपुर पहुंच गए। दंगाग्रस्त इलाकों भजनपुरा, घोंडा, यमुना विहार, चांदबाग, करावल नगर सहित कई इलाकों में मंगलवार तड़के ही हिंसा शुरू हो गई थी। गुरु तेग बहादुर अस्पताल में 7 बजे से घायल पहुंचने लगे थे। हर 10-15 मिनट में गोली या पत्थरों से घायल कोई न कोई शख्स पहुंचता रहा।
हिंसा की आशंका थी
अधिकारियों के मुताबिक, शाहीन बाग में सुप्रीम कोर्ट के वार्ताकार लोगों से बात कर रहे थे। वहां शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन की इमेज बनाए रखने के लिए दूसरी जगहों पर हिंसक प्रदर्शन की पटकथा लिखी गई। स्पेशल ब्रांच सूत्रों की ओर से दावा किया गया है कि ट्रम्प की भारत यात्रा को लेकर पहले से ही अंदेशा था कि माहौल को जान-बूझकर खराब किया जा सकता है। पुलिस सूत्रों का कहना है इस हिंसक घटना के पीछे बाहरी शक्तियां शामिल हो सकती हैं। इन मंसूबों को पूरा करने के लिए कम उम्र के युवाओं को मोहरा बनाया गया।
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