रायगढ़. जिले के लैलूंगा इलाके का एक किसान सरकारी लापरवाही का इस कदर शिकार हुआ कि अब उसके सामने आर्थिक तंगी खड़ी है। अव्यवस्था से दुखी होकर किसान ने मुख्यमंत्री के नाम एक खत जिला प्रशासन को सौंपा और इच्छामृत्यु की मांग की। दरअसल, लैलूंगा खम्हारगांव के किसान भगवधिया पैकरा ने 2.538 हेक्टेयर कृषि भूमि पर धान की खेती की थी। फसल खूब हुई, लेकिन पंजीयन के दौरान पटवारी ने कृषि भूमि के रकबे को लिखने में दशमलव लगाने में गड़बड़ी कर दी। चूंकि रिकॉर्ड में जमीन की जानकारी सही नहीं थी ऐसे में किसान 70 क्विंटल धान बेचने से वंचित रह गया।
ऐसा भी नहीं कि किसान ने इसे सुधरवाने के लिए सरकारी दफ्तर के चक्कर नहीं काटे। किसी ने उसकी परेशानी को वक्त रहते नहीं समझा। अब किसान ने मुख्यमंत्री से धान खरीदने की गुहार लगाई है। धान नहीं खरीदने की स्थिति में उसे इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगी है। किसान ने खेती के लिए बैंक से 60 हजार 358 रुपए का कर्ज लिया है। लैलूंगा के एसडीएम अभिषेक गुप्ता ने कहा कि पंजीयन के दौरान ह्यूमन एरर की वजह से दशमलव लागने में गलती हुई, इस त्रुटि से सचिव को भी अवगत कराया, ताकि सुधार के बाद वह अपना धान बेच सके, लेकिन आखिरी समय तक इसमें सुधार नहीं कराया जा सका। चूंकि धान खरीदी समाप्त हो चुकी है, लेकिन हम किसी तरह एक बार फिर शासन से अनुमति दिलाने का प्रयास करेंगे।
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