मुर्शिदाबाद (पश्चिम बंगाल). अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प 24-25 फरवरी को भारत दौरे पर आ रहे हैं। उनके आगमन को लेकर हो रही तैयारियों पर कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने शनिवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्रम्प की तुलना हिंदी फिल्मों के विलेन ‘मोगैम्बो’ से की। फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’ में दिवंगत अभिनेता अमरीश पुरी ने यह किरदार निभाया था। चौधरी ने कहा- केंद्र सरकार ‘मोगैम्बो’ को खुश करने के लिए सबकुछ कर रही है। वहीं, छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार को कहा- ट्रम्प का भारत आगमन उनके चुनाव अभियान का हिस्सा है। अमेरिका में बड़ी संख्या में भारतीय रहते हैं और ट्रम्प उनका वोट चाहते हैं। अन्यथा उनके भारत आने का मतलब क्या है?
इस बीच अधीर रंजन ने मुर्शिदाबाद में कहा, ‘‘सरकार के खजाने से करोड़ों रुपए खर्च करने की क्या जरूरत है? ट्रम्प को खुश करने के लिए झुग्गियों में रहने वाले लोगों को छिपने या वहां से जाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। क्या यह सही व्यवहार है? गुजरात को मोदी ने दूसरों के लिए एक मॉडल के रूप में विकसित किया था, लेकिन गरीबों का शोषण किया जा रहा है। यह सब ‘मोगैम्बो’ को खुश करने के लिए किया जा रहा है। हम मोदी सरकार का विरोध करेंगे।’’
'सोनिया को भोज में नहीं बुलाया, इसलिए हम बहिष्कार करेंगे'
अधीर रंजन ने राष्ट्रपति भवन में 25 फरवरी को ट्रम्प के सम्मान में दिए जा रहे भोज के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है। उन्होंने कहा- कांग्रेस पार्टी की प्रमुख सोनिया गांधी को भोज के लिए आमंत्रित नहीं किया गया है, इसलिए हम बहिष्कार करेंगे। विपक्ष को आमंत्रित नहीं किया गया है।
केंद्र सरकार को लोकतंत्र का खयाल रखना चाहिए: चौधरी
चौधरी ने कहा- अमेरिका के ह्यूस्टन में आयोजित ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन दोनों ने मंच साझा किया था। लेकिन, यहां केवल मोदी ही ट्रम्प के साथ रहेंगे। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा- यह कैसा लोकतंत्र है? केंद्र सरकार को लोकतंत्र की भावना का खयाल रखना चाहिए।
ट्रम्प के यहां आने से हमें कोई लाभ नहीं: स्वामी
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी और भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने शनिवार को कहा- ट्रम्प की यात्रा से भारत को कोई लाभ नहीं होगा। इसका उद्देश्य अमेरिकी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है। दोनों नेता एक कार्यक्रम में शामिल होने भुवनेश्वर पहुंचे थे। स्वामी ने कहा- ट्रम्प अमेरिकी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने यहां आ रहे हैं, न कि हमारे। कुछ रक्षा सौदे हो सकते हैं। हम रक्षा उपकरणों के लिए भुगतान कर रहे हैं। वे इसे मुफ्त में नहीं दे रहे हैं।
येचुरी ने कहा- हम उनके दौरे को लेकर चिंतित हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति अमेरिका के किसानों के लिए रियायतें देने आ रहे हैं।'' येचुरी और स्वामी दोनों इस बात पर भी सहमत हुए कि मंदी के मद्देनजर भारत की अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन की जरूरत है।
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