नई दिल्ली. एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (एजीआर) मामले में वोडाफोन-आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने मंगलवार को टेलीकॉम सेक्रेटरी अंशु प्रकाश से मुलाकात की। हालांकि, बिड़ला ने यह नहीं बताया कि मीटिंग में क्या चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि अभी इस बारे में कुछ भी नहीं कह सकता। वोडाफोन-आइडिया ने सोमवार को दूरसंचार विभाग को एजीआर के 2,500 करोड़ रुपए का भुगतान किया था। 1,000 करोड़ शुक्रवार तक देने की बात कही थी। हालांकि, दूरसंचार विभाग के आकलन के मुताबिक कंपनी पर 53,038 करोड़ बकाया हैं। वोडाफोन-आइडिया ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट से अपील की थी कि दूरसंचार विभाग को कार्रवाई से रोका जाए, लेकिन कोर्ट ने इनकार कर दिया।
टेलीकॉम विभाग ने बैंक गारंटी जब्त करने की चेतावनी दी थी
सुप्रीम कोर्ट ने 14 फरवरी को टेलीकॉम कंपनियों को चेतावनी दी थी कि 17 मार्च तक एजीआर की रकम जमा नहीं करवाई तो अवमानना की कार्रवाई की जाएगी। अदालत ने दूरसंचार विभाग को भी फटकार लगाई थी, क्योंकि विभाग ने सुप्रीम कोर्ट के टेलीकॉम कंपनियों से एजीआर वसूली के आदेश के बावजूद रिकवरी पर रोक लगा दी थी। अदालत ने सख्ती दिखाई तो विभाग ने टेलीकॉम कंपनियों को तुरंत भुगतान के आदेश दिए। भुगतान नहीं करने पर बैंक गारंटी जब्त करने की चेतावनी दी थी।
वोडाफोन-आइडिया बंद हुई तो 11700 नौकरियां जाने का जोखिम
एजीआर मामले में देनदारी की वजह से वोडाफोन-आइडिया सबसे ज्यादा मुश्किल में है। कंपनी के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला बिड़ला ने दिसंबर में कहा था कि भुगतान में कोई राहत नहीं मिली तो कंपनी बंद करनी पड़ेगी। ऐसे में बिड़ला की टेलीकॉम सेक्रेटरी से मुलाकात काफी अहम है। न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक वोडाफोन-आइडिया पर अनिश्चितता की वजह से 11,700 प्रत्यक्ष और 1 लाख अप्रत्यक्ष रोजगार भी खतरे में आ गए हैं।
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