रायगढ़ . जिला जनसंपर्क विभाग में अफसरों के बीच मनमुटाव चल रहा है। सहायक जनसंपर्क अधिकारी नूतन सिदार ने डिप्टी डायरेक्टर ऊषा किरण बड़ाईक पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया में सुसाइड नोट लिखा तो अफसरों के होश उड़ गए। एसडीएम आशीष देवांगन ने तहसीलदार को उनके घर भेजा, पर वह नहीं मिलीं। शहर में काफी खोजबीन के बाद वह स्टेशन के वेटिंग हाल में सुरक्षित मिलीं।
जानकारी के अनुसार, कोतवाली पुलिस ने मोबाइल नंबर ट्रेस कर जूटमिल क्षेत्र मिठ्ठूमुड़ा के आसपास होने की सूचना दी थी। 30 मिनट बाद सूचना आई कि सहायक जनसंपर्क अधिकारी नूतन सिदार की स्कूटी रेलवे स्टेशन के पास हैं। सहयोगी प्रशिक्षु सहायक जनसंपर्क अधिकारी राहुल सोन समेत अन्य अफसर स्टेशन पहुंचे और जीआरपी, आरपीएफ को जानकारी दी। तलाशी के दौरान जीआरपी के एक जवान को वेटिंग हॉल में देखा। अफसर उन्हें समझाकर साथ कार्यालय ले गए जहां एसडीएम ने उनका पक्ष सुना।
अधिकारी ने लिखा- मुझे प्रताड़ित कर रहे
मैं नूतन सिदार सहायक जनसंपर्क अधिकारी, जिला जनसंपर्क कार्यालय रायगढ़ पूरे होशो हवास में बताना चाहती हूं। उच्च अधिकारी डिप्टी डायरेक्टर ऊषा किरण बड़ाईक मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही हैं। परेशान होकर आत्महत्या कर रही हूं।
निर्देश नहीं मानतीं
कार्य के प्रति उनकी रुचि नहीं है। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों का पालन भी नहीं करती हैं। विभागों की बैठक आदि में जाने की बजाए वहां से लिखित विज्ञप्ति की मांग करती हैं। समझाइश के बाद भी सुधार नहीं होने पर उन्हें नोटिस दी है। - उषा किरण बढ़ाईक, उप संचालक जनसंपर्क विभाग
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