म्यूनिख. जर्मनी में आयोजित म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका को करारा जवाब दिया। अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम द्वारा कश्मीर के हालात पर चिंता जताने पर जयशंकर ने कहा, “चिंता मत कीजिए। एक लोकतंत्र (भारत) इसे सुलझा लेगा और आप जानते हैं कि वह देश कौन सा है? इससे पहले ग्राहम ने कहा था, “कश्मीर से लौटने के बाद यह समझ नहीं पाया कि वहां जारी लॉकडाउन कब खत्म होगा। दोनों देशों (भारत-पाकिस्तान) को यह आश्वस्त करना होगा कि इस मुद्दे को जल्द ही सुलझा लिया जाएगा।”
जयशंकर ने कहा, “संयुक्त राष्ट्र अपने इतिहास की तुलना में अब कम भरोसेमंद रह गया है। जब आप इसके बारे में सोचते हैं तो इसकी कम होती विश्वसनीयता आपको आश्चर्यचकित नहीं करती। संस्था में अब वे चीजें नहीं रही, जो वह 75 साल पहले थीं। स्पष्ट है कि इसके बदलाव के लिए बहुत कुछ किए जाने की जरूरत है।” उन्होंने यह भी कहा, “ऐसे कई देश हैं, जहां पर राष्ट्रवाद को लेकर ज्यादा मुखरता है। कुछ मामलों में राष्ट्रवाद ज्यादा असुरक्षित है। तथ्य यह है कि जो राष्ट्र ज्यादा राष्ट्रवादी दिखता है, वह कम बहुपक्षीय होता है।’’
‘बड़े स्तर पर राष्ट्रवाद को स्वीकृति मिली’
राष्ट्रवाद के सवाल पर उन्होंने कहा, “इस पर कोई सवाल ही नहीं उठता है कि दुनिया में राष्ट्रवाद का बोलबाला है। अमेरिका, चीन समेत दुनिया के कई देशों का इस पर जोर है। जाहिर है कि बड़े स्तर पर राष्ट्रवाद को स्वीकृति मिली है।”
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