वेलिंग्टन. न्यूजीलैंड में चार लोगों ने बुधवार को दावा किया कि वे प्रशांत महासागर में एक महीने से ज्यादा वक्त तक भटकते रहे। इस दौरान जिंदा रहने के लिए नारियल खाया और बारिश का पानी पिया। उन्होंने बताया कि हम आठ लोग साथ थे, जिसमें एक बच्चा भी शामिल था। लेकिन सिर्फ चार ही बच पाए।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, पापुआ न्यू गिनी के बौगैनविले प्रांत का एक समूह 22 दिसंबर को क्रिसमस मनाने के लिए कार्ट्रेट आइलैंड गए थे। यह जगह बौगैनविले से 100 किमी दूर है। जिंदा बचे एक व्यक्ति डोमिनिक स्टेली ने बताया कि जाते वक्त उनकी छोटी सी नाव पलट गई और हमारे ग्रुप के कई लोग डूब गए। बचे कुछ लोगों ने नाव को सीधा करने में कामयाब रहे, लेकिन फिर बहते हुए दूर निकल गए। हालात बेहद मुश्किल थे। भूख, प्यास, तेज बारिश और समुद्रीय करंट से हालात मुश्किल होते जा रहे थे। कुछ दिन बाद एक-एक कर चार लोग मारे गए। हमने सभी की बॉडी समुद्र में फेंक दी।
एक कपल बच्चे को छोड़कर मर गया
डोमिनिक ने बताया, 'आखिर में हम आठ लोग बचे थे। इनमें से एक कपल और उसका बच्चा था, लेकिन दोनों की मौत हो गई। मैंने बच्चे को संभाला, लेकिन वह भी ज्यादा दिन जिंदा नहीं रह सका। डोमिनिक ने बताया कि हमारे पास से कई फिशिंग शिप गुजरे, लेकिन किसी ने नोटिस नहीं किया। बाद में एक फिशिंग शिप की मदद से हमें न्यू कैलेडोनिया तट से 2000 किमी दूर 23 जनवरी को रेस्क्यू किया गया।' उन्होंने बताया कि एक महिला, दो पुरुष और एक लड़की की ही जान बच पाई। इन्हें रेस्क्यू कर शनिवार को सोलोमन द्वीप समूह की राजधानी होनियारा ले जाया गया। डिहाड्रेशन के उपचार के बाद पापुआ न्यू गिनी के उच्चायुक्त जॉन बालावू की देखभाल में उन्हें छुट्टी दे दी गई।
पहले भी ऐसा हुआ
17 नवंबर 2012 में सल्वाडोर के मछुआरे जोस अल्वारेंगा अपनी फिशिंग वोट के साथ प्रशांत महासागर में भटक गए थे। वे 13 महीने तक मुश्किल हालातों में समुद्र में जिंदा रहे। आखिर में बहकर 30 जनवरी 2014 को एक छोटे से द्वीप पहुंचे। इस दौरान उनके साथियों की मौत हो गई थी।
Comment Now