बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर एयरपोर्ट से विमान सेवा शुरू करने वाली कंपनी का नाम 4 दिन में तय होगा। इसके बाद आने वाले 6 महीने में उड़ान सेवा शुरू हो सकती है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि दिल्ली में ओपन की गई बिडिंग में 2 कंपनियों ने बिलासपुर से प्रयागराज और बिलासपुर से भोपाल तक विमान सेवा देने रजामंदी दी है। अब यह मामला भारतीय विमाननपत्तन प्राधिकरण के पास है। जिसके अधिकारी 9 फरवरी को हैदराबाद में इसकी घोषणा कर सकते हैं।
छत्तीसगढ़ शासन ने घरेलू विमान सेवा के लिए चकरभाठा एयरपोर्ट काे तैयार कराया। टू सी लाइसेंस के अनुसार एयरपोर्ट तैयार हो गया था। अब 3 सी लाइसेंस के मुताबिक जो बदलाव किए जाने हैं उसके लिए टेंडर हो चुका है। काम तीन से चार महीने में पूरा होने की संभावना है। एयरपोर्ट अथारिटी के अफसरों के मुताबिक बिलासपुर की विमान सेवा के लिए जो टेंडर बुलाया गया था, वह मंगलवार को ओपन हुआ। दो कंपनियों के नाम सामने आए हैं। हालांकि अथॉरिटी के पास कोई अधिकृत जानकारी नहीं है।
थ्री सी लाइसेंस मिला है इसलिए हवाई पट्टी सहित दोनों तरफ की चौड़ाई सेंटर से दोनों तरफ 75-75 मीटर होगी यानि कुल 150 मीटर चौड़ाई तक ठोस बेस होगा। इसमें से 30 मीटर रनवे और उसके दोनों ओर सेंटर से 60-60 मीटर का ठोस बेस तैयार होगा। वर्तमान में यह 25-25 मीटर है। ऐसा इसलिए जरूरी है क्योंकि अब 70 सीटर विमान इस रनवे पर लैंड करेंगे और उड़ान भरेंगे। किसी दिन लैंडिंग करते समय या फिर उड़ान भरने के समय विमान फिसलकर रनवे से नीचे चला भी जाए तो वह सुरक्षित रहे।
बिलासपुर एयरपोर्ट से विमान सेवा देने के लिए दो कंपनियां तैयार है। एयर एलायंस और फ्लाई बी कंपनी ने टेंडर डाला है। इसमें से एक कंपनी ने बिलासपुर-भोपाल-बिलासपुर वाया जबलपुर। दूसरी कंपनी ने बिलासपुर-भोपाल-बिलासपुर और बिलासपुर-प्रयागराज-बिलासपुर विमान सेवा के लिए टेंडर डाला है। टेंडर ओपन हो चुका है, अब यह 9 फरवरी को तय होगा कि किस कंपनी को उड़ान भरने की अनुमति मिलेगी। जिस कंपनी का नाम तय होगा उसे 6 महीने तैयारी के लिए दिए जाएंगे।
टू सी लाइसेंस के बाद एलायंस एयर कंपनी ने बिलासपुर से बोकारो और बिलासपुर से दिल्ली रूट पर विमान चलाने में दिलचस्पी दिखाई थी, लेकिन कंपनी की बिडिंग पर केंद्रीय विमानन मंत्रालय ने कोई निर्णय नहीं लिया। मामला वहीं पर पेंडिंग हो गया। इसके बाद 70 सीटर विमान चलाने की पहल हुई लेकिन इसके लिए एयरपोर्ट के पास 3 सी लाइसेंस नहीं था। लाइसेंस को अपग्रेड करने का आवेदन दिया गया। 3 सी लाइसेंस मिलने के बाद उसके मुताबिक एयरपोर्ट को तैयार किया जा रहा है।
बिलासपुर एयरपोर्ट शुरू करने हमारी पूरी तैयारी है, फिर से बिडिंग ओपन हुई है। इसमें फैसला केंद्रीय विमानन मंत्रालय को लेना है। वहां से जो तय होगा उसके अनुसार काम करेंगे। थ्री सी लाइसेंस के अनुसार एयरपोर्ट में जो बदलाव होना है वह किए जा रहे हैं।पी. जायसवाल, उप संचालक नागर विमानन विभाग
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