भोपाल/ राजगढ़ . राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता द्वारा एएसआई को थप्पड़ मारने का आरोप प्रमाणित होने की पुलिस की जांच रिपोर्ट लीक होने पर बुधवार दिनभर राजनीति और ब्यूरोक्रेसी का पारा गर्म रहा। रिपोर्ट सार्वजनिक होने पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताते हुए वरिष्ठ अफसरों से पूछा कि कलेक्टर के खिलाफ डीएसपी स्तर का अधिकारी कैसे जांच कर सकता है। यदि जांच करानी थी तो मुख्य सचिव से बात की जानी चाहिए थी। उधर, कलेक्टर पर कार्रवाई को लेकर लिखे गए डीजीपी के पत्र पर गृह मंत्री बाला बच्चन ने सुबह कहा कि पुलिस को थप्पड़ पड़ा है तो वह अपना काम कर रही है। सरकार को रिपोर्ट मिल गई है और जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
लेकिन, शाम को सीएम का रुख पता चलने के बाद वे पलट गए और डीजीपी के पत्र की जानकारी होने से ही इनकार कर दिया। दूसरी ओर बुधवार दोपहर पुलिस प्रवक्ता आशुतोष सिंह ने भी पुलिस मुख्यालय में मीडिया से चर्चा में कहा कि जांच रिपोर्ट सरकार को भेज दी गई है। कार्रवाई का निर्णय सरकार के स्तर पर होगा। पीएचक्यू में भी दिनभर डीजीपी के इस पत्र पर बातचीत होती रही। अधिकारियों ने कहा कि पत्र से पुलिस के मैदानी अमले का अपने नेतृत्व पर और विश्वास बढ़ेगा।
भाजपा को मिला कानूनी आधार... कार्रवाई के लिए अब कोर्ट में इस्तगासे का भी विकल्प
जांच रिपोर्ट में थप्पड़ मारे जाने की पुष्टि होने पर अब भाजपा को मजबूत कानूनी आधार मिल गया है। कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई में देरी हुई तो कोर्ट में इस्तगासा भी पेश किया जा सकता है। इस मामले में भाजपा के राजगढ़ जिलाध्यक्ष दिलबर यादव ने कहा है कि मामले की शिकायत कार्मिक विभाग में भी की गई है। कार्यकर्ताओं को चांटा मारने के मामले में हमारे सांसदों के एक दल ने दिल्ली पहुंचकर कार्मिक विभाग में शिकायत की है।
शिवराज का ट्वीट : कमलनाथजी... क्या अब इन पर कार्रवाई की जाएगी
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भास्कर में खबर प्रकाशित होने के बाद बुधवार को ट्वीट कर कहा, राजगढ़ कलेक्टर ने सीमा लांघकर कार्यकर्ताओं पर थप्पड़ बरसाए और एक एएसआई को भी थप्पड़ मारा। कमलनाथजी से मेरा सवाल है कि क्या अभी भी इन्हें बचाया जाएगा या फिर कार्रवाई की जाएगी। वहीं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह ने भी कहा कि सरकार तुरंत कलेक्टर को दंडित करे।
Comment Now