बिजनेस डेस्क. अमेरिका की इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के शेयर में बढ़त का सिलसिला जारी है। मंगलवार को इसमें 20.5% तेजी आई। बीते दो दिन में शेयर 40% चढ़ चुका। इस साल के 23 कारोबारी दिनों में अब तक 114% तेजी आ चुकी है। शेयर में इस तेजी से कंपनी के सीईओ एलन मस्क की नेटवर्थ इस साल 17.6 अरब डॉलर (1.25 लाख करोड़ रुपए) बढ़ गई। यह रकम भारत की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के सालभर के मुनाफे से भी तीन गुनी है। 2019 की चार तिमाहियों में रिलायंस का कुल मुनाफा 43,368 करोड़ रुपए रहा था। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक मस्क की मौजूदा नेटवर्थ 45.2 अरब डॉलर (3.20 लाख करोड़ रुपए) है।
रिलायंस का मुनाफा
तिमाही | मुनाफा (रुपए) | एलन मस्क की नेटवर्थ 23 दिन में ही 1.25 लाख करोड़ रुपए बढ़ गई। |
जनवरी-मार्च | 10,362 करोड़ | |
अप्रैल-जून |
10,104 करोड़ | |
जुलाई-सितंबर | 11,262 करोड़ | |
अक्टूबर-दिसंबर | 11,640 करोड़ | |
कुल | 43,368 करोड़ |
टेस्ला के शेयर में तेजी की 2 वजह
पहली : अमेरिकी शेयर बाजार के विश्लेषकों को उम्मीद है कि शंघाई का नया प्लांट टेस्ला की ग्रोथ में अहम साबित होगा। कंपनी ने पिछले महीने शंघाई के प्लांट में बना पहला मॉडल लॉन्च किया था। चीन एक बड़ा बाजार है। वहां प्रोडक्शन करने से टेस्ला को फायदा होगा।
दूसरी : टेस्ला ने पिछले महीने वित्तीय नतीजे घोषित करते हुए बताया कि 10 साल में पहली बार सालाना आधार पर मुनाफा हुआ है। टेस्ला के नतीजे विश्लेषकों के अनुमान से भी बेहतर रहे हैं।
टेस्ला के शेयर में तेजी से शॉर्ट सेलर के 56,800 करोड़ रुपए डूबे
टेस्ला के शेयर में बढ़त से कुछ लोगों को नुकसान भी हो रहा है। ऐसे ट्रेडर जिन्हें किसी शेयर में गिरावट के ज्यादा आसार नजर आते हैं, वे पहले शेयर बेचते हैं और कीमतें घटने पर खरीद लेते हैं। इन्हें शॉर्ट सेलर कहा जाता है। अमेरिका में टेस्ला का शेयर सबसे ज्यादा शॉर्ट सेल होता है। लेकिन, हाल के दिनों में आई तेजी की वजह से शॉर्ट सेलर के 8 अरब डॉलर (56,800 करोड़ रुपए) डूब चुके हैं।
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