Sunday, 8th June 2025

भिलाई / आंध्र प्रदेश से पेंगोलिन की खाल बेचने कुम्हारी आए तस्कर को पुलिस ने किया गिरफ्तार

Tue, Jan 28, 2020 10:55 PM

 

  • कुम्हारी थाना पुलिस ने दोनों को हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के एक मकान से पकड़ा
  • आरोपियों से एक लाख कीमत के 4 पेंगोलिन शल्क मिले, दोनों से हो रही पूछताछ

 

भिलाई. छत्तीसगढ़ के भिलाई में पुलिस ने दुर्लभ श्रेणी के वन्य जीव पेंगोलिन के शल्क की तस्करी करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से एक लाख कीमत के चार पेंगोलिन शल्क मिले हैं। आंध्रप्रदेश निवासी शेख अब्दुल्ला कुम्हारी के रहने वाले ई.श्रीनिवास के साथ मिलकर खरीदारों की तलाश कर रहा था। इसी दौरान पुलिस ने उसे पकड़ लिया। वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। मामला कुम्हारी थाना इलाके का है। 

दोनों आरोपी ग्राहक तलाश करने के दौरान चढ़े पुलिस के हत्थे

  1.  

    कुम्हारी थाना प्रभारी आशीष यादव ने बताया कि जानवरों की अंगों की तस्करी लंबे समय से शिकायत मिलने पर मुखबिरों को सक्रिय कर दिया गया। इस बीच टीम को खबर मिली कि आंध्रप्रदेश चितूर ईस्ट गोदावरी से शेख अब्दुल्ला (57 वर्ष) पेंगोलिन का शल्क लेकर आया है। वह कुम्हारी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी ई. श्रीनिवास के घर में है। मौके पर पहुंचने पर दोनों आरोपियों को शल्क के साथ रंगेहाथ पकड़ लिया। दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। साथ ही दोनों के पुराने रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं।

     

  2. इंटरनेशनल मार्केट में ऊंची कीमत पर है बिक्री

     

    सीएससपी विश्वास चंद्राकर ने बताया कि पेंगोलिन संकटग्रस्त प्रजातियों का जीव है। इसके शरीर के अंग तमाम तरह की औषधी बनाने में काम आते हैं। इसके चलते इंटरनेशनल मार्केट में काफी डिमांड है। आंध्रा निवासी शेख अब्दुल्ला सस्ती कीमत में खरीदकर ऊंचे दामों में बेच दिया करता था। दोनों आरोपियों के कब्जे से मिले चार शल्क की कीमत करीब एक लाख रुपए है। इस संबंध में वन विभाग के अधिकारियों को सूचना कर दिया गया है। दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

     

  3. तस्करी करने वाले आरोपी के कई राज्यों से हुए है जुड़े तार

     

    जांच अधिकारियों ने बताया कि दुर्लभ प्रजातियों की श्रेणी में आने वाले पेंगोलिन की तस्करी करके जिले में बेचने के लिए लाने वाले आरोपी शेख अब्दुल्ला लंबे समय से तस्करी कर रहा है। पूछताछ में आरोपी ने महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, बिहार, यूपी समेत कई राज्यों में कनेक्शन होने का हवाला दिया। आरोपी ने प्रदेश में भी खासी संख्या में खरीदार होने का हवाला दिया। पेंगोलिन के शल्क खरीदने का बेचने का काम करता है।

     

  4. यौनवर्धक दवा में ज्यादा इस्तेमाल होने से अंगों की लाखों में कीमत

     

    वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इसका उपयोग अधिकतर यौनवर्धक दवा से लेकर नपुंसकता को दूर करने में किया जाता है। दुर्लभ प्राणी की इंटरनेशनल मार्केट में लाखों में कीमत है। भारत में इसे वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची एक में रखा गया है। पेंगोलिन को मारने, पीटना, शिकार करना व तस्करी करना गैर कानूनी है। अब पुलिस शल्क को एफएसएल भेजने की तैयारी में है।

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